महाराष्ट्र में पिछले 23 दिनों के भीतर 11 बाघों की मौत हो गई है। इससे वन विभाग ने चिंता व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। (11 tigers died in Maharashtra within 23 days)
न्यूज़ डेस्क
मुंबई- महाराष्ट्र में पिछले 23 दिनों में 11 बाघों की मौत हो चुकी है, जो चिंता का विषय बन गया है। वन विभाग के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से अब तक 5 बाघों की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है। जबकि 3 की दुर्घटनाओं में और 3 की शिकार की वजह से मौत हो गई। 23 दिनों के इन आकड़ों के अनुसार राज्य में हर दूसरे दिन एक बाघ की मौत हुई है। (11 tigers died in Maharashtra within 23 days)
मौत के कारण और घटनाएँ:
- 2 जनवरी 2025 को चंद्रपुर जिले के ब्रह्मपुरी वन क्षेत्र में बाघों के आपसी संघर्ष में दो बाघों की मौत हो गई।
- 6 जनवरी को भंडारा जिले के तुमसर वन क्षेत्र में एक बाघिन की बिजली के करंट से और 7 जनवरी को पांढरकवड़ा वन विभाग के जंगल में एक बाघिन का शव सड़ी-गली अवस्था में मिला। इस मामले की जांच चल रही है, क्योंकि बाघिन के दांत और पंजे गायब थे।
- 8 जनवरी को नागपुर के देवलापार वन क्षेत्र में एक शावक की बिजली के झटके से मौत हुई।
- 9 जनवरी को ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व के प्राथमिक वन क्षेत्र में एक शावक की मौत हो गई।
- 14 जनवरी को गोंदिया जिले के दासगांव वन क्षेत्र में एक बाघ की बीमारी के कारण मौत हो गई।
- 15 जनवरी को देवलापार वन क्षेत्र में एक और शावक की मौत हुई।
- 19 जनवरी को ब्रह्मपुरी वन क्षेत्र के सिंदेवाही वन अभयारण्य में एक बाघ ट्रेन की चपेट में आकर मारा गया।
- 20 जनवरी को ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व के शिवनी वन क्षेत्र में एक शावक की मौत हो गई।
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इस प्रकार, की जानकारियां सांझा करते हुए वन विभाग ने बताया कि मामले की गंभीरता को समझते हुए मृतकों के कारणों की जांच और निगरानी जारी है और बचे हुए बाघों की सुरक्षा के लिए और अधिक कड़े कदम उठाने पर विचार विमर्श चल रहा है। (11 tigers died in Maharashtra within 23 days)
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