इस्माइल शेख
मुंबई- मुंबई क्रुज ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Drugs Case) में जांच कर रहे नारतोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को कानूनी सुरक्षा चाहिए। जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता एवं मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के लगातार ट्वीट के बाद समीर अपनी सुरक्षा को लेकर और भी ज्यादा परेशान हो गए हैं। उन्होंने कोर्ट में जवाब देने का फैसला किया है।
कानूनी मदद के लिए उन्होंने रविवार, मुंबई पुलिस को ‘Don’t-Arrest-Me’ का खत लिखा है। उन्होंने फंसाए जाने का डर जाहिर करते हुए कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा मांगी है। इसके साथ ही आज सोमवार को नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) का जन्म प्रमाणपत्र (Birth Certificate) को लेकर ट्वीट (Tweet) किया है।
सूत्रों के अनुसार, जन्म प्रमाण पत्र को लेकर समीर वानखेड़े ने कहा, कि “मुझे अपने जन्म प्रमाण पत्र को लेकर नवाब मलिक के एक ताजा ट्वीट के बारे में पता चला है। यह उन सभी चीजों को लाने का एक घटिया प्रयास है, जो इस सब से संबंधित नहीं है। मेरी मां मुस्लिम थी तो क्या वह मेरी मृत मां को इस सब में लाना चाहते हैं? मेरी जाति और पृष्ठभूमि को सत्यापित करने के लिए वह, आप या कोई और भी मेरे मूल स्थान पर जा सकता है और मेरे परदादा से मेरे वंश का सत्यापन कर सकता है, परन्तु उसे यह गंदगी इस तरह नहीं फैलानी चाहिए। मैं यह सब कानूनी रूप से लडूंगा और अदालत के बाहर इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता।
आप को जानकारी देते हुए, बता दें कि मुंबई के मशहूर हस्तियों के ड्रग्स कनेक्शन पर जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को खुद को फंसाए जाने और गिरफ़्तारी का डर सता रहा है। उन्होंने रविवार को मुंबई पुलिस प्रमुख को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें खुद को फंसाए जाने के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा मांगी है। वानखेड़े ने मुंबई पुलिस के मुखिया को पत्र लिखकर कहा, कि उनके खिलाफ सम्मानित हस्तियों द्वारा जेल और बर्ख़ास्तगी की धमकी जारी की गई है और अज्ञात व्यक्ति उन्हें झूठे मामले में फंसाने की साजिश रच रहे हैं।
फिलहाल उनके मुंबई पुलिस को जारी इस पत्र को महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक की हालिया टिप्पणी के संदर्भ में देखा जा रहा है। जिसमें उन्होंने कहा था, कि “वानखेड़े एक साल के भीतर अपनी नौकरी खो देगा और हमारे पास उसके फर्जी मामलों के सबूत हैं।” इस केस की जांच में लगे जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) पर आरोप अब खुद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के एक गवाह प्रभाकर सेल (Prabhaker sell) ने लगाया है। प्रभाकर का कहना है, कि उसने एक अन्य गवाह किरण गोसावी को 25 कोरड़ से 18 करोड़ रुपए की फाईल डील की बात करते सुना और ये भी सुना की इसमें से 8 करोड़ रुपए वानखेड़े को दिए जाएंगे। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
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