सुरेंद्र राजभर
मुंबई- मुंबईकरों के पानी के हक पर डाला जाता है डाका। इसमें सिर्फ टैंकर वाले ही नहीं, स्थानीय छुटभैये नेताओं और बीएमसी के जवाबदेह अधिकारियों की मिलीभगत से किया जाता है पानी घोटाला। पॉश एरिया में पीने का पानी जरूरत से अधिक सप्लाई होता है जिससे लान की सिंचाई की जाती है। तो झोपड़पट्टी कई ऐसी हैं जहां फोर्स नहीं होने से पीने के पानी की किल्लत होती है।
कभी कभी तो बिलकुल ही पानी आता ही नहीं। बी एम सी के अधिकारियों की मेहरबानी से तमाम प्लेटिंग कारखानों और अवैध ढंग से चल रहे होटलों को गैरकानूनी रूप से मनपा अधिकारी लाखों गैलन पानी देकर करोड़ों की कमाई करते हैं। जिनकी शिकायत करने पर मनपा अधिकारी झूठा जवाब देते हैं, कि शिकायत की जगह जाने पर स्थानीय जनता मारने को दौड़ाती है। ऐसे मनपा अधिकारी जनता को मूर्ख समझते हैं।
क्या है पानी घोटाला?
जनता भी जानती है, कि अवैध रूप से पानी लेने वालों की जांच के लिए वे पुलिस फोर्स भी ले सकते हैं। सच तो यह है, कि जिनसे करोड़ों रुपए की काली कमाई होती हैं उनका गैरकानूनी कनेक्शन खुद मनपा अधिकारियों ने दिया है तो उसे काटकर अपनी काली कमाई क्यों बंद करेगी ?
भाजपा विधायकों को शायद मुंबईकरों के पानी पर डाका डालने वाले मनपा अधिकारियों की करतूत मालूम नहीं हो या मालूम होगी कौन बता सकता है उनके अलावा। बहरहाल भाजपा विधायकों ने आपस में पहले विधायक आशीष शेलार के साथ अतुल भातखलकर, योगेश सागर, सुनील राणे, वर्षा गायकवाड़, दिलीप लांडे, प्रकाश सुर्वे, मनीषा चौधरी, सदा सरवनकर, कालिदास कोलंबकर ने भाग लिया फिर मंत्री से बारी बारी पेयजल समस्या के प्रश्न किए।
प्रश्नों में कहा गया, कि क्या मुंबई में लीकेज के कारण 30% पानी यानी 500 मिलियन लीटर पानी बचाने के लिए कोई उपाय किया जाएगा? आगे कहा, मुंबई में कुल 19000 कुएं हैं और 12500 बोरवेल हैं।केंद्रीय भूजल विभाग के निरीक्षण में पता चला कि एक बोरवेल से प्रतिदिन 80 करोड़ के पानी की चोरी होती है। इसका अर्थ हैं टैंकरों के द्वारा दस हजार करोड़ मूल्य के पानी का घोटाला किया जाता है। क्या आप इस चोरी की जांच कराएंगे?
मंत्री ने अपने जवाब में कहा, टैंकर से पानी की चोरी की जांच कराई जाएगी। पानी की बरबादी रोकने के लिए पूरी तरह से व्यवस्था की जाएगी। बांद्रा वेस्ट में जलापूर्ति शेड्यूल में परिवर्तन की सलाह मनपा अधिकारियों को दी जाएगी। मंत्री ने कहा, पानी के विषय में मुंबई के अनेक विधायकों ने शिकायत की है। उक्त संबंध में बैठक की जाएगी।
भातखलकर ने अगले पच्चीस वर्षों के लिए पानी की समस्या का हल निकालने के लिए गरगई बांध बनाने की मांग की। मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया। कालिदास कोलमबकर ने दिल्ली की तर्ज पर मुंबईकरों को भी मुफ्त पानी देने की मांग रखी। मंत्री सामंत ने स्टडी ग्रुप बनाने का आश्वासन दिया। कहा, समान जल वितरण रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। मुंबईकरों को प्रति व्यक्ति 300 लीटर जल की आवश्यकता है।
इतना पानी प्रतिदिन देने की व्यवस्था होनी चाहिए लेकिन वितरण में भेदभाव होने से समान जल वितरण नहीं हो पा रहा है। विधायक योगेश सागर ने सुझाव देते हुए कहा, तत्कालिक मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस द्वारा समान जल वितरण के लिए नियुक्त समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए। मंत्री ने कहा, इस तरह के निर्देश मुंबई नगरनिगम को दिए जाएंगे।
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