सुरेंद्र राजभर
मुंबई- शासन हो या प्रशासन,जब सत्पात्र कुर्सी पर आसीन होते हैं तो उनकी दया, करुणा, दूसरों की पीड़ा का अनुभव करने की क्षमता उन्हें अनुपम बना देती है! बृहन्मुंबई महानगर पालिका के नव आयुक्त इक़बाल सिंह चहल ऐसे ही क्षमता के सत्पात्र हैं जिनकी सोचने, समझने और कर्म उन्हें सबसे अलग व्यक्तित्व प्रदान करते हैं! नमन है ऐसे उदार,सहिष्णु, परदुख से दुखी होकर कुछ नया करने वाले चहल जी को!
मुंबई से छुप-छिपाकर गांव पहुंचा दामाद, पुरा तालुका कांप उठा, कारण जानने के लिए क्लीक करें..
आयुक्त की कुर्सी पर बैठते ही उनका ध्यान सर्वप्रथम मुंबई में कोरोना से पीड़ित 18 हज़ार लोगों और उनके उपचार एवं अन्य सेवाओं में प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष कर्मियों के कोरोना बाधित होकर शहीद होने वालों पर गया!
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का लाईव प्रसारण, मुंबई औरंगाबाद में हालात गंभीर…
मिली जानकारी के अनुसार ‘म्युनिसिपल मज़दूर यूनियन,मुंबई’ मनपा नर्सिंग एंड पैरामेडिकल स्टाफ़ यूनियन और म्युनिसिपल इंजीनियर्स असोसिएशन को सभी मनपा कर्मियों के प्रतिनिधि करने वाली संस्थाएं बताते हुए उनके द्वार बिगत काल में कोरोना से जंग लड़ते हुए शहीद होने वाले कर्मियों जैसे अतुल चक्के, मधुकर हरीयन, एनएस पाटेल,संजय अ. रणदिवे, अनिल कांबळे, विलास दशरथ जाधव, संजय पगारे, पांडुरंग झेंडे, संतोष कांबळे, विलास दशरथ जाधव, फूलचंद राजभर, माया शिंदे और रविन्द्र पडवनकर जैसों के शहीद हो जाने पर यूनियन ने 50 लाख तक की बीमा किए जाने की मांग की थी जिसे नए आयुक्त ने मंजूर कर प्रत्येक शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये सानुग्रह अनुदान के रूप में देने की घोषणा की है!
18 मई तक ठाणे जिले के 56 हजार प्रवासी मजदूर हुए रवाना… प्रशासन की तैयारी पर…
प्रेस की ओर से साधुवाद आयुक्त चहल जी! आपने जिस मानवता की पहल की उसके लिए आपकी जितनी प्रशंसा की जाय कम है! काश देश भर के नेता, प्रशासक इसी दृष्टिकोण से काम करते!
दिल्ली से निकली स्पेशल ट्रेन, महाराष्ट्र के विद्यार्थियों का हुआ आगमन… क्या कर रही थी प्रशासन ?
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