- लोगों को भाजपा के रेलमंत्री कर रहे हैं गुमराह..
- ठाणे और मुंबई से जाने वाले ट्रेनें ऐन मौके पर हुई रद्द..
महाराष्ट्र पर केंद्र की रणनीति, संकटकालीन समय में राजनीति गरमा गई
नितिन तोरस्कर
मुंबई- प्रवासी मजदूरों की घर वापसी पर केंद्र सरकार की ओर से राजनीति की जा रही है! इस देशव्यापी लॉकडाउन के बीच जहां कहीं भाजपा की विरोधी पार्टीयों ने राज्य में सरकार बनाई हुई है! उन्हें परेशान कर राजनीति चमकाने के लिए भाजपा सरकार गरीब मजदूरों के साथ अपने पद का दुरुपयोग कर खिलवाड़ कर रही है! इसका खुलासा करते हुए महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को संकटकालीन स्थिति का हवाला देते हुए सुझाव दे डाला! आप को बता दें, कि यह राजनीति करने का समय नही है! मनवता को बचाने और थम चुकी रफ्तार को फिर से शुरुआत करने का समय है! पर भाजपा लगातार केंद्र में होने का गलत फायदा उठा रही है!
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मुंबई के कांदिवली से यूपी जाने वाली ट्रेनें हुई रद्द, सैकडों प्रवासी मजदूर इकट्ठा
लोगों को भाजपा के रेलमंत्री कर रहे हैं गुमराह..
पश्चिम बंगाल में पिछले दिनों आए ‘साइक्लोन अम्फान’ नामक तूफान ने तबाही मचा रखी है! यहां जनजीवन डगमगा गया है! कहीं जल जमाव तो कहीं बीजली खंडित हो चुकी है! तूफान के कारण कई घर बरबाद हो गए हैं! जिसके मद्दे नजर वहां के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने 22 मई को पत्र के माध्यम से रेल प्रशासन को सूचित किया था, कि ’26 मई तक पश्चिम बंगाल के लिए कोई भी ट्रेन नहीं भेजें, यहां के हालात सही नही है, स्थिति सुधरने पर सूचित किया जाएगा!’ लेकिन महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए बताया कि “उसके बावजूद भाजपा के केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने महाराष्ट्र में पश्चिम बंगाल के लिए 34 ट्रेने भेज दी और बाद में बयान जारी कर दिया कि ‘हमने प्रवासी मजदूरों के लिए महाराष्ट्र सरकार को ट्रेने मुहैया करा दी है, पर महाराष्ट्र सरकार मजदूरों को भेजने के लिए प्रयास ही नहीं करना चाहती!” गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भाजपा के रेल मंत्री पीयूष गोयल को सुझाव देते हुए कहा, कि ‘कोरोना की इस संकटकालीन परिस्थिति में ऐसी राजनीति नही करनी चाहिए!’
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ठाणे और मुंबई से जाने वाली ट्रेन ऐन मौके पर हुई रद्द..
आप को बता दें कि रेल प्रशासन प्रवासी मजदूरों के साथ खिलवाड करते हुए कहीं बेमतलब ट्रेने भेज दे रही हैं तो कही प्रशासन की पूरी तैयारी के बाद, ऐन मौके पर ट्रेने रद्द कर दे रही है! मंगलवार को ठाणे जिले से उत्तर प्रदेश के वाराणसी जाने वाली ट्रेन को ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया! ऐसे में ठाणे रेलवे स्टेशन पर जमा लगभग 1650 प्रवासी मजदूरों को वापस भेजना पड़ा! जिला और पुलिस प्रशासन को मौके पर काफी मशक्कत करनी पड़ी! ऐसे ही 21 मई को कांदिवली से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना होने वाली ट्रेनों को ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया! बाद में पुलिस प्रशासन ने सभी को सरकारी बसों की मदद से एक मैदान में लेजाकर लाउडस्पीकर के जरिए ऐलान कर लोगों को समझाया और ट्रेन रद्द होने की जानकारी दी, सभी को वापस भेजा! जब कि रेल प्रशासन का कहना था, कि कोई भी ट्रेन रद्द नही हुई है! राज्य सरकार लिस्ट देने के बाद हमारी तैयारी होती है, और हम सरकार को सूचना देते हैं! ऐसे में सही जानकारी कौन दे रहा है, लोगों को समझाना मुश्किल हो गया था! लगातार ट्रेनों का ऐन वक्त पर रद्द किया जाना प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है! यहां पहले से ही कोरोना का सबसे ज्यादा कहर बरस रहा है! पर केंद्र राज्य सरकार की खामियाँ तलाशने के लिए लोगों की जान से भी खेल रही है!
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