- राज्य में अर्थतक्र को दी जा रही है, गती..
- नियम और कानून जारी रहेंगे..
- अपने और अपनों की सुरक्षा के लिए है, जरुरी..
नितिन तोरस्कर
मुंबई- कुछ सामाजिक माध्यमों और सोशल मीडिया के जरिए, महाराष्ट्र में फिर से ‘लॉकडाउन’ जारी कर दुकानों और कामकाज को बंद किए जाने की खबरें फैल रही है! इसपर शुक्रवार 12 जून को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साफ करते हुए कहा, कि ‘सरकार ने ऐसा कोई फैसला नही लिया है! ऐसे अफवाहों से लोगों को गुमराह किया जा रहा है!’ उन्होंने राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, कि ‘ऐसी अफवाहों पर भरोसा न करें, और फौरवर्ड भी न करें! लोगों में भ्रम और अफवाह फैलने के जुर्म में आप लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है! ऐसे कार्य करना कानूनन जुर्म है!’
राज्य में अर्थचक्र को दी जा रही है, गती..
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा, कि ‘हम अब राज्य के अर्थचक्र को गती दे रहे हैं!’ आप को बता दें कि देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई और महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पिछले ‘लॉकडाउन’ के चलते थम गई थी! यह इतिहास में पहली बार हुआ है, कि जब महाराष्ट्र और मुंबई शून्य हो गई थी! आप को पता होगा कई आतंकी हमले भी मुंबई को कभी रोक नही सके, जिसे इस ‘कोरोना वायरस’ के कारण थमना पड़ा! अब राज्य सरकार ‘लॉकडाउन’ को चरणबद्ध तरीके से खोलते हुए अर्थव्यवस्था और रोजगार को सही करने के लिए विशेष जोर दे रही है!
नियम और कानून जारी रहेंगे..
समय रहते इस अर्थचक्र की शुरुआत पर ध्यान नहीं दिया गया, तो समस्या और भी भयानक हो सकती है! इसलिए फिर से कारोबारों को बंद कराना कतई मुमकिन नही है! मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘राज्य में हम अपने व्यवहारों को धीरे-धीरे शुरू कर रहे हैं! लेकिन लॉकडाउन खोला जा रहा है, इसका यह मतलब नहीं, कि लोग एक साथ भीड़ करने लगें! और सुरक्षित अंतर तथा स्वच्छता का पालन नहीं करें!’ यहां आप को फिर से बता दें, कि महामारी का संकट अभी टला नही है! इसके लिए सरकारी स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी नियमों का सभी को कठोरता से पालन करना होगा! स्वास्थ्य के लिए बहोत जरुरी बताए जा रहे हैं!
अपने और अपनों की सुरक्षा के लिए है जरुरी..
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, कि ‘हमें अब घरों से बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरुरी हो गया है! बार-बार साबुन का इस्तेमाल करना, कीटनाशक ‘सेनिटायजर’ का इस्तेमाल करना, शारिरीक अंतर का ध्यान रखना, अब हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है! इसका हमेशा ध्यान रखें!’ उन्होंने कहा, कि ‘इसकी समस्या तब तक होगी जब तक इसकी आदत नही लग जाती! लेकिन खुद की और अपनों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए इसे हमें अपनाना ही पड़ेगा!’
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