मालवनी के रामनवमी शोभायात्रा में पथराव की खबरों को पुलिस लगातार जांच पड़ताल कर रही है। इसको लेकर अभी तक 25 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और कुछ लोगों को देश द्रोही के मामले में गिरफ्तार भी किया गया।
इस्माईल शेख
मुंबई- गुरुवार शाम होते ही रामनवमी के अवसर पर मालाड़ पश्चिम के मालवनी इलाके में शोभायात्रा निकाला गया। पुलिस प्रशासन के मुताबिक, यात्रा की शुरुआत 3 बजे से करना था! लेकिन बाहर से भक्तों का आना बाकि था। यात्रा की शुरुआत में शाम हो गई। बहरहाल आप को बता दें, कि इस शोभायात्रा की तैयारी भाजपा की ओर से पिछले कई दिनों से की जा रही थी। यहां मालवनी ही नहीं देश के और भी हिस्सों से श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया गया था।
मालवनी में यात्रा के दौरान दो जगहों पर पुलिस के लिए स्थिति पर काबू पाना मुश्किल हो गया था। एक मालवनी का गेट नंबर 7 जामा मस्जिद के पास और दूसरा गेट नंबर 5 के सवेरा टॉकिज के चौराहे पर बने मस्जिद के पास कुछ लोगों ने जयकारा और नारेबाजी के बीच चप्पल बाजी करते कैमरे में कैद हो गए। भीड़ इतनी ज्यादा थी, कि पुलिस को बल का प्रयोग करते हुए लाठी चलानी पड़ी।
शांति प्रिय शोभायात्रा के दौरान पुलिस को लाठी क्यों चलानी पड़ी, जबकि मुंबई के ज्वाईन पुलिस कमिश्नर सत्यनारायण चौधरी इस पूरे शोभायात्रा में साथ-साथ चलते रहे! भाजपा युवा मोर्चा के मुंबई अध्यक्ष तेजिंंदर सिंह तिवाना के अनुसार शोभायात्रा के दौरान राम जी की मूर्ति पर चप्पल और पत्थर बरसाए गए। लेकिन पुलिस प्रशासन और आम लोगों द्वारा यात्रा के दौरान निकाली गई विडियो में ऐसा कुछ भी नहीं देखा गया। जबकि यात्रा की गाड़ी में सवार भक्तों और भीड़ के बीच ही चप्पल बाजी देखी गई।
रामनवमी की शोभायात्रा..

अब सवाल उठता है, कि मालाड़ पश्चिम के एवरशाईन नगर के रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता तेजिंदर सिंह तिवाना को मालवनी में शोभायात्रा क्यों निकालना जरूरी लगता है। जब कि उनके पद के मुताबिक उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने युवा मोर्चा का मुंबई अध्यक्ष बनाया हुआ है। इस शोभायात्रा के दौरान पूरा मालाड़ का ईलाका शांत रहा केवल मालवनी को छोड़कर। ऐसा क्यों और ऐसी क्या खास बात है, कि इस यात्रा में भिड़ जुटाने के लिए बाहर से लोगों को बुलाना पड़ा? फिलहाल पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।
आप को बता दें, कि देशभर में मुस्लिम समुदाय रमज़ान के मौके पर रोजा रखने और नमाजों की पाबंदी के साथ अपनी इबादतों में समय व्यतीत कर रहे हैं। यात्रा के दौरान मस्जिदों के बाहर जोरदार आवाजों के साथ डिजे और खास स्थल पर पटाखे लगाना, जबकि पता हो कि मस्जिदों में इस वक्त लोग नमाज पड़ रहे हैं। तो आप क्या कहेंगे? नाजारा यहां का ऐसा ही था, जबकि मालवनी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर भालेराव के लाख मना करने पर डिजे को और जोरों से बजाना गलत था। इसपर खुद वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्रद्धालुओं के गाड़ी पर चढ़ कर उन्हें डिजे कुछ देर के लिए बंद करना पड़ा।
आप को बता दें, कि पुलिस बंदोबस्त के मुताबिक, ड्रोन कैमरे और काफी सारे कैमरों का इस्तेमाल खास इस बात के लिए किया गया था, कि किसी तरह की परिस्थिति में मौके पर काबू पाया जा सके। पुलिस उपायुक्त अजय कुमार बंसल ने बताया कि, “मालवणी क्षेत्र में रामनवमी के जुलूस के दौरान कुछ देर के लिए तनाव बना रहा, लेकिन पुलिस ने इसे संभाला और स्थिति नियंत्रण में है। घटना में एक व्यक्ति को मामूली चोटें आई हैं। कानूनी कार्रवाई के तहत आगे की जांच की जा रही है।”
वहीं पुलिस ने दूसरे दिन बताया कि, 25 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण थी लेकिन अब नियंत्रण में है। इलाके में माहौल खराब करने के आरोप में 300 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.