बोरिवली की एम.एच.बी.कोलोनी पुलिस ने एक रिक्शा चोर गैंग का खुलासा करने के लिए फिल्मी अंदाज में गेटप बदल कर मुंबई की सड़कों पर ऑटो रिक्शा ड्रायवर का रोल करते देखे गए। इस कड़ी मेहमत के बाद आखिरकार उन्हें ऐसी सफलता हाथ लगी की अब पूरा पुलिस महकमा उनकी प्रशंसा कर रहा है।
इस्माईल शेख
मुंबई- क्राईम की दुनिया में ऐसे कई किस्से सामने आते हैं। जिससे लोगों को सोचने पर मजबूर कर देता है। मुंबई पुलिस क्राईम का पर्दाफ़ाश करने के लिए कई बार लोगों के बीच अलग-अलग कैरेक्टर का रोल करते देखे जा चूके है। ऐसे ही बोरिवली के एम.एच.बी. पुलिस एक रिक्शा चोर गैंग का पर्दाफ़ाश करने के लिए लगातार 3 दिनों तक रिक्शा चालक का रोल करते देखे गए। इस तीन दिनों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार एम.एच.बी. पुलिस ने कामयाबी हासिल करते हुए चोरों को गिरफ्तार कर कुल 4 अपराधिक मामलों का खुलासा किया। बता दें, कि इन चोरों के खिलाफ पहले से कांदिवली पुलिस थाने में 4, चारकोप में 1, मालाड़ में 6 अपराधिक मामले दर्ज है।
एम.एच.बी. पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुधीर कुडाळकर ने जानकारी देते हुए बताया, कि 24 जनवरी को एक ऑटो रिक्शा एम.एच.47 सी.3323 चोरी होने की खबर मिली। इस मामले में 38 वर्षीय फरियादी अजय कुमार अभिमन्यू यादव की शिकायत पर गु.र.क्र.46/23 में भारतीय दंड संहिता की धारा 379 के तहत मामला दर्ज कर जांच की शुरुआत की गई। शिकायत में फरियादी ने बताया, कि दहिसर पश्चिम के कैंसर अस्पताल के पास ऑटोरिक्शा पार्क में लगाकर वह खाना खाने चला गया था। जब वापस आया तो देखा कि कोई अज्ञात चोरों ने उसकी ऑटो रिक्शा चूरा ले गए हैं।
अब यहां शुरू हुआ जांच का सिलसिला..
ऑटोरिक्शा चोरी मामले की जांच में क्राईम डिटेक्शन अधिकारी सह पुलिस निरीक्षक सूर्यकांत पवार की टीम ने घटना स्थल के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरु कर दिया। टीम ने देखा, कि जिसे वो तलाश कर रहे हैं, वो ऑटो रिक्शा वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर जोगेश्वरी की दिशा में भाग रही है। लेकिन उसके बाद रिक्शा का पता लगाना मुश्किल हो रहा था।
अब एम.एच.बी. पुलिस थाने के क्राईम डिटेक्शन पुलिस निरीक्षक सचिन शिदें ने और भी ऑटो रिक्शा चोरी मामले के सीसाटीवी फुटेज को वापस से जांच करना शुरु कर दिया। बाकी तकनीकी मदद और सूत्रों से पुलिस को पता चला, कि चोर कही और नहीं, बल्की पास के चारकोप इलाके में कहीं रहता है। लेकिन उसे धूंढ़ना बड़ा मुश्किल है।
मुंबई पुलिस का फिल्मी कैरेक्टर
यहां पुलिस अपनी जाल बिछाने के लिए लगातार भेष बदलकर ऑटो ड्रायवर का रोल अदा करते देखे गए। चारकोप के पुजा बिल्डिंग और हिंदुस्तान नाका के रिक्शा स्टेंड पर पुलिस सिपाही मोरे और सवळी लगातार 3 दिनों तक ड्रायवर के गेटप में बने रहे। आखिरकार 21 फरवरी को दोपहर 12 बज के आस-पास आरोपी एक और शिकार के लिए जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस सिपाही सवळी ने उसे देखते ही पहचान लिया। तुरंत हिरासत में लेकर थाने पहुंचे, तो जांच में उसने बताया, कि उसने न सिर्फ एम.एच.बी. पुलिस थाना अंतर्गत चोरी की है, बलकि नवघर पुलिस थाने, भाईंदर, कांदिवली, जुहू के इलाकों में भी कई चोरीयां की है।

पुलिस ने बताया, कि ऑटो रिक्शा चोरी के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें कांदिवली चारकोप इलाके में इस्लाम कंपाउंड का रहने वाला 38 वर्षीय अब्दुल अजीज मोमीन और रेणूका नगर के आंबेड़कर चाल से 46 वर्षीय भूषण लिंगपल्ली उर्फ शैलेश को गिरफ्तार कर बोरिवली के न्यायालय में पेश किया गया। जहां से 24 फरवरी तक की पुलिस कस्टडी में और अधिक जांच के आदेश मिले है।
इसके साथ ही, पुलिस ने बताया, कि इन चोरों के खिलाफ पहले से कांदिवली पुलिस थाने में गु.र.क्र. 333/2008 में भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 342, 506. 435/2019 में 392. 93/20 में 379. 71/22 में 122 मुंबई पुलिस कानून. 85/22 ,कलम 8 12 पोस्को और चारकोप पुलिस अंतर्गत 73/2008 में 379 मालाड में 548/2007 में 379,34. 430/2007 में 379, 34. 552/2007 में 420, 34. 533/2007 में कलम 379, 34. 292/2007 में 379, 34. 553/2007 में 379, 34 दर्ज है।
ताज़ा खुलासे में दर्ज मामले निम्नलिखित हैं। एम.एच.बी. पुलिस थाना अंतर्गत 46/23 में भारतीय दंड संहिता की धारा 379, 34 (रिक्शा हस्तगत)। 869/22 में 379, 34 (रिक्शा हस्तगत)। जुहू पुलिस अंतर्गत 845/22 भा.द.स. की धारा 379 (रिक्शा हस्तगत)। मिरा भाईंदर के नवघर पुलिस अंतर्गत 132/23 में 379 तहत मामला दर्ज है। मामले की पड़ताल करने वाले पुलिस निरीक्षक सचिन शिंदे सह पुलिस निरीक्षक सूर्यकांत पवार पुलिस हवलदार खोत पुलिस सिपाही मोरे और सवळी की पुलिस विभाग में खूब प्रशंसा की जा रही है।
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