Mumbai के रणजी ट्रॉफी मैच में शतक लगाने के बाद Ajinkya Rahane ने अनुभव, चयन और संवाद की कमी पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने साफ कहा कि राष्ट्रीय टीम को उनकी जरूरत थी और चयन में उम्र को आधार नहीं बनाया जाना चाहिए।
मुम्बई के लिये रणजी ट्रॉफी के गेम में शानदार शतक जमाने के बाद Ajinkya Rahane ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं पर सवाल खड़े कर दिए। उनका कहना है कि उम्र केवल एक संख्या है—अगर खिलाड़ी अभी भी घरेलू क्रिकेट खेल रहा है, अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और लाल गेंद (टेस्ट क्रिकेट) के प्रति जुनून रखता है, तो उसे अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि टीम को ऑस्ट्रेलिया में श्रंखला हारते वक्त उनके अनुभव की जरूरत थी, लेकिन संवाद की कमी ने बात बिगाड़ दी।
चयन पर तीखा निशाना: “उम्र नहीं, इरादा मायने रखता है”
Ajinkya Rahane ने स्पष्ट कहा है कि चयन केवल उम्र के आधार पर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा:
“Age is just a number … अगर आपके पास अनुभव है, आप अब भी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, आपका इरादा और जुनून लाल गेंद के लिये है — तो चयनकर्ताओं को आपको ध्यान में रखना चाहिए।”
उन्होंने आर्मी जैसे उदाहरण दिए कि कैसे अनुभव वाली हस्तियाँ भी देर से शामिल हुईं और काम किया।
संवाद की कमी और चयनकर्ताओं से खिंचाई

Rahane ने यह भी कहा कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि जब अनुभवी खिलाड़ियों को बाहर किया गया तब चयन प्रक्रिया में संवाद नहीं था। उन्होंने कहा:
“Experienced player की तरह मुझे अधिक मौके मिलने चाहिए थे जब मैं वापस आया था। लेकिन संवाद नहीं था।”
उन्होंने बताया कि टीम को ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला में (Border‑Gavaskar Trophy 2024‑25) उनकी जरूरत थी और वो पूरी तरह तैयार थे।
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घरेलू क्रिकेट में सक्रियता और आत्मविश्वास
Rahane ने यह भी बताया कि Selector अक्सर घर में कहता है कि “घरेलू क्रिकेट खेले बिना किसी को मौका नहीं मिलेगा” — और उन्होंने पिछले 4-5 वर्ष से लगातार घरेलू क्रिकेट खेला है।
उन्होंने अपने शतक के बाद इस बात को उजागर किया कि उन्होंने मुंबई के लिए लगातार अच्छा किया है।
युवा और अनुभव का संतुलन: टीम के लिए क्या सही?
Rahane ने कहा कि टीम में सिर्फ नए खिलाड़ियों को रखना भी पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा:
“हाँ, जवान खून ज़रूरी है, लेकिन अगर आपके पास अनुभव है तो टीम लाल-गेंद क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करेगी।”
उनका कहना है कि उच्च स्तर पर जब टीम में Rohit Sharma और Virat Kohli जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हों, तो टीम को अनुभव की कमी से नहीं जूझना चाहिए।
संदेश युवा खिलाड़ियों के लिए: लगातार चलते रहो
Rahane ने अपने साथी मुंबई टीम के युवा बल्लेबाज Sarfaraz Khan को भी सम्बोधित किया और कहा कि चयन न होने पर निराश नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा:
“तुम्हें सिर नीचे रखकर रन बनाते रहना है। परिवार, टीम साथ है। बस controllables (कंट्रोल की जा सकने वाली चीजें) पर फोकस करो।”
यह संदेश यह दर्शाता है कि उन्होंने चयन प्रक्रिया की चुनौती और उसमें निराशा को समझा है।
निष्कर्ष
Ajinkya Rahane ने हम सभी को याद दिलाया है कि क्रिकेट में सिर्फ उम्र मायने नहीं रखती—इरादा, जुनून, अनुभव और संवाद भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। चयनकर्ताओं को इस पॅरामीटर पर भी विचार करना चाहिए। वहीं खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन और मानसिक दृष्टिकोण पर ध्यान देना होगा।
FAQ
Q1. क्या उम्र के कारण Rahane अब टीम में नहीं हैं?
उन्होंने खुद कहा है कि उन्हें लगता है कि उम्र को आधार बनाया गया है, जबकि उनका मानना है कि चयन में “इरादा” व “दृढ़ता” ज्यादा मायने रखते हैं।
Q2. उन्होंने चयन समिति या चयन प्रणाली पर क्या टीका की है?
हाँ—उन्होंने संवाद की कमी व चयन में अनुभवहीन खिलाड़ियों को प्राथमिकता देने पर सवाल उठाया है।
Q3. क्या Rahane का शतक हाल में आया है?
जी हाँ, उन्होंने मुम्बई के लिए रणजी ट्रॉफी के मैच में शानदार शतक बनाया।
Q4. उनका संदेश युवाओं के लिए क्या है?
युवा खिलाड़ियों को निराश नहीं होना, रन बनाते रहना और अपने नियंत्रण में रहने वाली चीजों पर फोकस करना चाहिए।
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