Mumbai: मेट्रो रेल लाइनों के नीचे शेयर ऑटो स्टैंड हैं लेकिन ऑटो नहीं, यात्री परेशान

मुंबई में मेट्रो रेल लाइन स्टेशनों के नीचे शेयर ऑटो स्टैंड बना दिए गए हैं। लेकिन ऑटो नहीं मिलने से यात्री परेशान हो रहे हैं। मेट्रो लाइंस के स्टेशनों के पास ‘शेयर ऑटो स्टैंड’ का एक नीले रंग का बोर्ड लगा है, जिसमें एक ऑटो रिक्शा का ग्राफिकल चित्र, क्यूआर कोड और फ़ेयर चार्ट भी दिया गया है। (Mumbai News There are shared auto stands under the metro rail lines but no autos, passengers upset)

मुंबई: शहर में मेट्रो रेल यात्रियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे कि महा मुंबई मेट्रो रेल लाइन 2A और 7 के स्टेशनों के नीचे प्रशासन द्वारा शेयर ऑटो स्टैंड बना तो दिए हैं। लेकिन ऑटो नहीं मिलने से यात्री परेशान रहते हैं। मेट्रो लाइंस के स्टेशनों के पास ‘शेयर ऑटो स्टैंड’ का एक नीले रंग का बोर्ड लगाए है, जिसमें एक ऑटो रिक्शा का ग्राफिकल चित्र, क्यूआर कोड और फ़ेयर चार्ट भी दिया गया है। 

लेकिन हकीकत यह है कि इन ऑटो रिक्शा स्टैंडों पर मुश्किल से ही कोई ऑटो रिक्शा दिखाई देती है। सबसे ज़्यादा 20 किमी लंबे अंधेरी (प.)-दहिसर-गुंदवली मेट्रो मार्ग पर ‘लास्ट माइल कनेक्टिविटी’ की स्थिति बेहद खराब है। मेट्रो लाइनों 2A और 7 के कई स्टेशनों पर केवल अंधेरी (प.), आरे, कुरार, लोअर ओशिवारा और जोगेश्वरी (पूर्व) जैसे कुछ स्टेशनों पर ही ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास खड़े हुए दिखाई देते हैं। । (Mumbai News There are shared auto stands under the metro rail lines but no autos, passengers upset)

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नए स्टैंड बनाने की योजना

हाल ही में ऑटो टैक्सी किराया वृद्धि के दौरान परिवहन विभाग द्वारा एक्वा लाइन मेट्रो-3 (Aarey-BKC मार्ग) रूट पर 20 स्टेशनों पर शेयर ऑटो स्टैंड खडे करने की योजना बनाई है। इससे पहले अगस्त 2023 में, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (MMRTA) ने लाइन 2A और 7 के 28 मेट्रो स्टेशनों के बाहर शेयर ऑटो-टैक्सी स्टैंड को मंजूरी दी थी। इसका उद्देश्य यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना था।

पहले हुआ सर्वे फिर बने स्टैंड

आरटीओ के सूत्र बताते हैं, कि मेट्रो लाइन 2A के 17 रेलवे स्टेशनों और लाइन 7 के 14 स्टेशनों पर सर्वेक्षण किया गया था। जिसके बाद 90 शेयर ऑटो रूट को मंजूरी दी गई थी। इन मेट्रो स्टेशनों के बाहर ऑटो और टैक्सी पार्किंग, ड्रॉप-ऑफ और पिक-अप पॉइंट बनाए गए। इस योजना के तहत करीब 3,000 ऑटो रिक्शा इन फीडर रूट्स पर तैनात किए जाने थे, जिससे यात्रियों को लाभ मिलता। एक आरटीओ अधिकारी ने कहा, “प्रत्येक स्टैंड पर 4 से 6 ऑटो उपलब्ध रहने चाहिए थे। हम जांच करेंगे कि शेयर ऑटो सेवा अपेक्षित स्तर तक क्यों नहीं पहुं रही है। हमने मेट्रो स्टेशनों के नीचे जरूरी व्यवस्थाएं की हैं।” । (Mumbai News There are shared auto stands under the metro rail lines but no autos, passengers upset)

मेट्रो-3 पर शेयरिंग ऑटो रिक्शा की योजना

मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRC), जो मेट्रो-3 अंडरग्राउंड कॉरिडोर (Aarey-BKC मार्ग) पर यात्रियों के लिए शेयर ऑटो सर्विस शुरू करने की योजना बन रही है।एमएमआरसी के सूत्रों के अनुसार आरे से बांद्रा BKC तक के स्टेशनों के आसपास 20 शेयरिंग ऑटो रूट विकसित किए जा सकते हैं। फिलहाल, सर्वे जारी है। इसके अलावा, BKC से अचार्य अत्रे चौक मेट्रो स्टेशन तक फुटपाथ सुधार का भी काम किया जा रहा है। यह स्टेशन मेट्रो-3 के दूसरे चरण का हिस्सा है, जिसे मार्च 2025 में खोला जाएगा।

क्यों नहीं मिल रहे शेयर ऑटो?

लाइन-7 के नीचे सर्विस रोड की वजह से ज्यादा जगह उपलब्ध है, लेकिन लिंक रोड पर ऐसा नहीं है। यहां होटल, रेस्तरां, कमर्शल ऑफिस, रेजिडेंशल सोसाइटी और शॉपिंग मॉल्स की अधिकता के कारण जगह की कमी है, जिससे ऑटो स्टैंड के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाता। मुंबई की सड़कों पर करीब 2.60 लाख ऑटो रिक्शा चलते हैं, जिनमें से करीब 1 लाख ऑटो शेयर रूट्स पर चलते हैं। लेकिन मेट्रो स्टेशनों से चलने वाले अधिकांश शेयर ऑटो रूट्स पर उनके अंतिम गंतव्य पर कोई स्टैंड नहीं है। ऑटो यूनियन नेता थंपी कुरियन के अनुसार, “रेलवे स्टेशनों के मुकाबले मेट्रो स्टेशनों पर पैसेंजर की संख्या कम है। इसके अलावा, कई शेयर ऑटो रूट्स पर मेट्रो स्टेशन से शुरू होने के बावजूद उनके अंतिम स्थान पर कोई स्टैंड नहीं है, जिससे परेशानी बढ़ जाती है।” । (Mumbai News There are shared auto stands under the metro rail lines but no autos, passengers upset)


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