- अयोध्या में “हिंदू योद्धा संगठन” द्वारा दंगे कराने की साजिश।
- साजिश कर्ता सहित छह आरोपी गिरफ्तार, चार फरार।
- इतनी बड़ी साजिश की चर्चा प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में नही, ताज्जुब है!
सुरेंद्र राजभर
मुंबई- मुस्लिम कट्टरवादी आतंकवादी होते हैं। आतंकियों को उनके ड्रेस से पहचाना जा सकता है। जिसके विरोध में ‘आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। आतंकवादी सिर्फ आतंकवादी होता है आदि आदि।’ कहा जाता रहा है।
याद होगा साध्वी और पुरोहित को आतंकवादी बताया गया था तो एसटीएफ और कांग्रेस सरकार पर हिंदुओं को बदनाम करने के आरोप लगाए गए थे।
अब न केंद्र में कांग्रेस है और न यूपी में कांग्रेस की सरकार ही है। दोनो जगह डबल इंजन वाली भाजपा सरकार है। ऐसे में यह मजेदार बात होगी कि अयोध्या में दंगा भड़काने की साजिश कौन कर रहे थे? क्या वे मुस्लिम थे? नहीं, वे ग्यारह लोग हिंदू थे।
हिंदू योद्धा संगठन …
हिंदू योद्धा संगठन का मुख्य सूत्रधार महेश मिश्रा, प्रत्युष श्रीवास्तव, दीपक गौड़, शत्रुधन प्रजापति, नितिन कुमार, बृजेश पांडे, विमल पांडे थे। जिनका सरगना महेश मिश्रा जिसने ट्वीटर हैंडल पर बहुत कुछ लिखा। यह तो संयोग ही है कि सी सी टी वी में सारी करस्तानी कैद हो गई। बाइक पर सवार होकर हिंदू संगठन के लोग आए और मस्जिद के बाहर फटी कुरान और मांस के टुकड़े फेकने लगे। हालांकि उन्होंने अपने चेहरे ढांके हुए थे लेकिन अयोध्या की पुलिस को दाद देनी होगी कि हिंदू संगठन से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया जबकि चार अभी भी फरार बताए जाते हैं।
इतनी बड़ी साजिश हो और उसकी चर्चा प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में नहीं हो। कोई डिवेट नहीं हो तो कोई ताज्जुब नहीं होना चाहिए। मेन स्ट्रीम की प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया अगर मुस्लिम के लड़कों ने ऐसा किया होता तो छाती पीट रहे होते। डिवेट में मुस्लिमों को आतंकवादी दंगे की साजिश कराने वाला बताने में होड़ सी लग जाती।
अयोध्या में दंगे कराने की साजिश
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भी अयोध्या शांत रही। जिस राममंदिर निर्माण की राजनीति की गई। सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर जहां भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा हो। लाखों हिंदुओं की श्रद्धा का केंद्र हो। जहां अनगिनत साधु महात्माओं का बसेरा हो। जहां सत्य प्रेम न्याय और पुण्य के आगार रामचंद्र मर्यादा पुरूषोत्तम की जन्मभूमि रही हो वहीं कट्टर हिंदू सगठन के लोगों द्वारा दंगा कराने की साजिश रची जाए और मीडिया चुप रहे यह दोगली नीति समाज में समरसता आने में बाधक होगी। देखना है यूपी के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस ऐसे कर्मों पर कौन सा एक्शन लेती है।
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