मुंबई – पश्चिम उपनगर, झोपडपट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण के तहत प्रोजेक्ट के नाम पर बिल्ड़रों की दादागिरी बढ़ती जा रही है ऐसे मामले यहां आए दिन देखने को मिल रहे हैं!कांदिवली पश्चिम मे विकासक द्वारा खोदे गए गड्ढे मे एक मासूम बच्चे की बली चड़ गई ! जिसमे बिल्डर और अन्य साथियों के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कर आरोपीयों की तलाश कर रही है, इसी बीच कांदिवली पुर्व के नरसीपाडा की बस्ती मे जाने वाला रास्ता विकासक द्वारा बंद किए जाने की खबर प्रकाश मे आ रही है! जिसमे समता नगर पुलिस ने सेठिया के साथ अश्विन गौर, श्रवण सिंग, संतोष झा, बाउंसर गावीत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है!
जानकारी के मुताबिक वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के नरसी पाडा निर्मल चाल, गेट क्र.23, नगर भूमापन क्र.161 पर पिछले 40 वर्षाें से न्यु इंडिया ड्रायव्हर्स युनियन के अध्यक्ष समीर देसाई तथा उपाध्यक्ष किरण साळुंखे द्वारा महिंद्रा अॅण्ड महिंद्रा कंपनी के गाडियों को भाड़ा लेकर पार्किंग करना और दूसरे राज्यों मे भेजने का व्यापार कर रहे थे!
इस जमिन का मालिकाना हक़ रामचंद्र हशा जाधव तथा गोपाल हिराजी कोंब के पास होने के कारण, जमिन के वारिस दिनेश किसन कोंब को व्यापारी साळुंखे युनियन की तरफ से हर महीने 25 हजार रुपये भाडे के रूप मे अदा कर रहे थे! लेकिन इस जमिन पर सेठिया बिल्डर के साथ मिलकर दिनेश कोंब विकास कार्य करने का मन बना लिया है! जिसके लिए विकासक सेठिया और दिनेश कोंब ने न्यु इंडिया ड्रायव्हर्स युनियन को बिना कोई जानकारी दिए अचानक पूरे जमिन को घेर कर कंपाउंड और लोखंड के गेट लगाकर महिला बाउंसरों को खड़ा कर दिया है ! इसके चलते अंदर महिंद्रा कंपनी की पार्क की हुई गाडियों को ले जाने वाले कामगारो के बीच दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है! विकासक के दबंगई के कारण लगभग 1600 कामगारों को भूखे पेट सोने की नौबत आ गई है, एसी जानकारी पुलिस के पास किरण साळुंखे ने शिकायत के तौर पर दी हूई है!
इस मामले पर न्यायालय मे प्रकृया चल रही है उसके बावजूद विकासक ने आने जाने का रास्ता बंद कर दिया ! कामगार समझ नही पा रहे हैं कि, 3 जून को कोर्ट मे सुनवाई होने के बावजूद विकासक सेठिया ने 31 मई को रास्ता कैसे बंद कर सकता है!
विरोध मे युनियन के लोग और कामगारों ने मिलकर समता नगर पोलिस स्टेशन पर मोर्चा निकाला, लेकिन समता नगर पोलिस मामला दर्ज करने के लिए टालमटोल करने लगी, पर युनियन के लोग और कामगारों ने आपना आंदोलन बंद नही किया आखिर ६ जून समता नगर पुलिस को विकासकों के खिलाफ मामला दर्ज करना ही पड़ा है!
मामले मे पार्क की हूई 150 गाडियों मे से 8 से 10 गाडियों को विकासकाे के लोगों ने तोड़फोड़ किया है ऐसा आरोप साळुंखे लगा रहे है! वहीं कामगार अरूण सिंह ने बताया कि, कंपाउंड पर तैनात बाउंसर्स कामगारों को धमका रहे हैं, गाडी के आसपास भटकने भी नही दिया जा रहा है इसके कारण कामगारों के बीच दहशत सा हो गया है!
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