नेहरू नगर पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चंद्रशेखर दत्तात्रेय ने बताया, कि 5 अक्टूबर, दोपहर 1 बजे, नेहरू नगर इलाके में मौजूद एक नाले में पिछले कई दिनों से एक बोरी पड़ी थी। बहोत ज्यादा बदबू फैलने के बाद लोगों ने इसकी सूचना दी। लाश काफी सड़ चूकी थी, इसलिए पहचान करना मुश्किल हो रहा था। हमारे सामने सवाल खड़ा था, कि भरी आबादी के बीच लाश से भरी इस बोरी को इस नाले में कौन फेंक गया होगा? जाहिर है ये बोरी कत्ल के बाद लाश निपटाने के इरादे से ही यहां फेंकी गई थी। लेकिन फिर सवाल ये था कि कातिल ने आखिर सबूत मिटाने के लिए नेहरू नगर का ये नाला ही क्यों चुना? क्या कातिल यहीं इलाके का रहनेवाला है, या फिर जानबूझ कर उसने किसी दूसरे इलाके से आकर यहां पर बोरी फेंकी थी, ताकि पुलिस (Mumbai Police) को उलझाया जा सके? सबसे बड़ा सवाल तो यही था कि किसी ने कातिल को इस बोरी को यहां फेंकते हुए देखा कैसे नहीं? (Mumbai Police)
इसे भी पढ़े :- नरबलि:आफ्रीका में काला जादू, मुंबई में मासूम बच्चे की बलि, एक पर्चे खोला रहस्य
पुलिस ने आगे जानकारी देते हुए बताया, कि मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ कत्ल का मुकदमा दर्ज कर चार अलग-अलग टीमें बनाई और जांच शुरु कर दी। यहां आप को बता दें, कि पुलिस ने कातिल की तलाश में टेक्नीकल इनवेस्टिगेशन के साथ-साथ मुंबई पुलिस के पारंपरिक तरीके से भी मामले की जांच शुरू कर दी। इसमें मुखबिरों का भी सहारा लिया गया। लेकिन चश्मदीद खुद चलकर पुलिस के पास आ गया और मामला सुलझाने में मदद मिल गई। (Mumbai Murder mystery)
चश्मदीद आया सामने..
जानकारी देते हुए बता दें, कि मायानगरी मुंबई में कहा जाता है, कि रात नहीं होती, लेकिन ये भी सच है, कि रात के अंधेरे में ही मुंबई में बड़े से बड़े जुर्म (crime) अंजाम दिए जाते हैं। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। पुलिस टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने मुखबिरों और आस-पास के दुकानदारों, ऑटो रिक्शा ड्राइवरों से इस बारे में पूछना शुरू कर दिया और थोड़ी सी कोशिश के बाद ही पुलिस की मेहनत रंग ले आई। या यूं कहें कि इस मामले से जुड़ा एक अहम चश्मदीद खुद चलकर पुलिस के पास आ गया। (Maharashtra News)
रिक्शा ड्राइवर ने खोला राज..
लाश (dead body) बरामद किए जाने और तफ्तीश शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर पुलिस के पास पहुंचा और उसने मामले से जुड़ा ऐसा खुलासा किया कि पुलिस वालों का मुंह खुला रह गया। इस ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने बताया कि ये लाश (dead body) 1 अक्टूबर की रात करीब दो से तीन बजे के बीच इस नाले में फेंकी गई थी और फेंकने वाले भी कोई और नहीं बल्कि दो महिलाएं (lady killers) थीं। जिन्होंने उस रात इस बोरी को लाने के लिए उसका ऑटो रिक्शा किराये पर लिया था। (Crime News)
आखिर कौन थी लेडी किलर?
पुलिस के लिए ऑटो रिक्शा ड्राइवर का बयान, दिमाग घुमाने वाला था, क्योंकि इस ऑटो रिक्शा ड्राइवर की बातचीत से पुलिस को लगा, कि केस को सुलझाने में उन्हें जल्द ही कामयाबी मिल जायेगी। लेकिन पुलिस के सामने ऑटो ड्राइवर खुल कर कुछ भी बोलने से बुरी तरह घबरा रहा था। उसे लग रहा था कि अगर उसने कुछ बताया तो वो भी लेडी किलर का शिकार बन जाएगा। ऐसे में पुलिस ने उसे सुरक्षा के साथ-साथ उसका नाम सार्वजनिक ना करने का भरोसा दिया, तब जाकर उसने एक-एक कर पूरी कहानी सुनाई। (Murder mystery)
2 लेडी किलर ने भाड़े पर लिया था ऑटो
ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने अपने बयान में बताया, कि उस रात करीब 2 बजे नेहरू नगर रिक्शा स्टैंड से दो महिलाओं ने (lady killers) उसका ऑटो रिक्शा किराये पर लिया था और नेहरू नगर से माहुल तक गई थी। माहुल पहुंचने के बाद दोनों महिलाएं उसे फिर से नेहरू नगर जाने की बात कह कर उसे दस मिनट वहीं रुकने को कहा और एक घर में चली गई। उसने कुछ देर इंतजार किया और थोड़ी ही देर में दोनों महिलाएं सचमुच वापस आ गई और इस बार उनके हाथ में एक बड़ी सी बोरी थी। दोनों ने बोरी उसके ऑटो रिक्शा पर रखी और उसे वापस नेहरू नगर चलने के लिए कहा। नेहरू नगर चलने के बाद दोनों ही महिलाएं उस बोरी के साथ नेहरू नगर नाले के पास उतर गई और उसे चले जाने को कहा। इसके बाद क्या हुआ उसे पता नहीं था। (lady killer)
पुलिस ने खंगाला उस रात की CCTV फुटेज
अब पुलिस (Mumbai Police) ने लेडी किलर (lady killer) को पकड़ने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने नेहरू नगर से माहुल तक के इलाके में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों (CCTV Camera) की फुटेज निकाल कर उसकी स्कैनिंग करनी शुरू कर दी, ताकि अगर किसी कैमरे में पुलिस को उन लेडी किलर (Murderer) का फुटेज नजर आए, तो शायद उन तक पहुंचना आसान हो जाए। पुलिस का सबसे ज्यादा फोकस नेहरू नगर और माहुल में लगे कैमरों पर ही था, जहां दोनों महिलाओं ने ऑटो की सवारी ली और ऑटो से नीचे उतरी थी। (lady killer)
CCTV में नजर आईं दोनों संदिग्ध
इस काम में पुलिस को कई घंटों का वक्त जरूर लगा, लेकिन नेहरू नगर की एक कॉलोनी में 1 अक्टूबर की रात को दोनों महिलाएं गुजरती नजर आईं। अब पुलिस ने बिना देर किए सीसीटीवी की फुटेज (CCTV Footage) उसी ऑटो ड्राइवर को दिखाई, जिसने पुलिस को उस रात की पूरी कहानी सुनाई थी और फिर उससे महिलाओं की पहचान करने को कहा। इत्तेफाक से ऑटो ड्राइवर ने फुटेज देखते ही दोनों महिलाओं को फौरन पहचान लिया और बताया कि उस रात यही दोनों उसके ऑटो रिक्शा पर सवार होकर माहुल के लिए गई थी और यही दो महिलाएं (lady killer) अपने साथ वो बोरी लेकर नेहरू नगर तक वापस भी आई थी। अब पुलिस (Mumbai Police) का आधा काम हो चुका था, लेकिन अभी उन दोनों महिलाओं की पहचान पता करना और उन तक पहुंचना अभी बाकी था।
लेडी किलर ने सुनाई खौफनाक कहानी..
पुलिस (Mumbai Police) ने सीसीटीवी के कुछ क्लोजअप वाली फोटो निकालकर नेहरू नगर में रहने वाले लोगों से दोनों महिलाओं के बारे में पूछताछ शुरू कर दी। थोड़ी कोशिश के बाद आस-पास के लोगों ने दोनों को पहचान लिया। ये दोनों महिलाएं (lady killers) रिश्ते में एक-दूसरे की बहन थी। नाम था मीनल पवार और शिल्पा पवार। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर जल्द ही दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया और फिर, दोनों ने पुलिस को 1 अक्टूबर की रात की ऐसी कहानी सुनाई कि पुलिस वालों के भी रोंगटे खड़े हो गए। लेडी किलर (lady killers) से पूछताछ में पुलिस को दोनों ने बताया, कि असल में मीनल पवार के पति का ईशा मिस्त्री नाम की एक महिला से अवैध संबंध था। मीनल ये सबकुछ जानती थी और ईशा को लेकर अक्सर उसकी अपने पति से लड़ाई हुआ करती थी। लेकिन उसका पति ईशा से अपने रिश्ते खत्म करने को बिल्कुल तैयार नहीं था। बल्कि हर गुजरते वक्त के साथ दोनों में नजदीकियां और बढ़ती जा रही थी। इस बात से मीनल और उसकी बहन शिल्पा भी बहुत परेशान थीं। इत्तेफाक से 1 अक्टूबर की रात को इस कहानी में एक बड़ा ट्विस्ट आ गया। हुआ यूं कि उस रात मीनल का पति अपनी गर्ल फ्रेंड ईशा के साथ माहुल में रहने वाली अपनी एक फैमिली फ्रेंड डॉली के घर पहुंचा। (Lady killer)
कत्ल (Murder) की हुई साजिश..
चूंकि डॉली मीनल की फैमिली फ्रेंड थी, वो मीनल के साथ उसके पति को भी जानती थी। डॉली ने उसी रात फोन पर मीनल को उसके पति और ईशा के बारे में जानकारी दी। इस पर मीनल ने कहा, कि जब उसका पति ईशा को उसके घर छोड़ कर वापस चला जाए तो उसे दोबारा फोन करे। डॉली ने ऐसा ही किया और एक खौफनाक कत्ल की साजिश तैयार की गई।
गला घोंटकर किया मर्डर (Murder)..
मीनल का पति जैसे ही ईशा को वहां छोड़ कर डॉली के घर से चला गया, डॉली ने मीनल को फोन कर दिया और नेहरू नगर से मीनल अपनी बहन शिल्पा के साथ सीधे माहुल में डॉली के घर जा पहुंची। जहां मीनल, शिल्पा और डॉली एक तरफ थीं तो दूसरी तरफ ईशा अकेली पड़ गई। तीनों ने मिलकर रात के अंधेरे में ही ईशा का खेल तमाम कर दिया। तीनों पहले ईशा को डॉली के घर की छत पर लेकर गईं और वहां मीनल ने खुद अपने हाथों से अपने दुपट्टे के जरिए ईशा का गला घोंट दिया और उसकी जान ले ली। (Mumbai Police)
तीनों ने (lady killer) मिलकर लगाया लाश (body) ठिकाने..
वारदात के मुताबिक, तीनों ने मिलकर ईशा की लाश के हाथ पांव बांधे, उसे एक बोरी में भरा और फिर दोनों बहने उसकी लाश उसी ऑटो में लाद कर माहुल से नेहरू नगर लेकर आई, जहां उन्होंने ईशा की लाश नाले में फेंका और अपने-अपने घर चल गई। इत्तेफाक से दोनों बहनों (lady killer) की सीसीटीवी तस्वीरें उसी वक्त की हैं, जब दोनों लाश फेंक कर अपने-अपने घर लौट रही थीं। सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीरों की वजह से ही दोनों बहनों की पहचान हुई और पुलिस (Mumbai Police) ने तीनों को गिरफ्तार कर इस मबर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया। (Mumbai)
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Pingback: Mumbai: ऐसी घटना से पैदा होता है आतंक, छात्रा का दुपट्टा खींचने पर युवक को 3 साल की जेल mumbai, News, क्राईम, महार
Pingback: Mumbai Nasik Highway to Ghodbander Road Closed for 4 Day's
Pingback: Mumbai Diwali: एक हजार रुपए की मिठाई ढाई लाख का नुकसान mumbai, News, क्राईम, महाराष्ट्र, मुंबई पुलिस Indian Fasttrack (Electronic Media)