- 1514 पुलिसकर्मी अब भी लड़ रहे हैं अपनी जिंदगी से..
- अत्यावश्यक सेवा को पास वितरण..
- राज्य में 810 रिलिफ सेंटर, 27 पुलिसकर्मियों की गई जान..
नितिन तोरस्कर
मुंबई- महाराष्ट्र में लॉकडाउन के चार सख्त चरणों के बाद 1 जून से पांचवें चरण की शुरुआत हो गई है! केंद्र सरकार ने जहां 8 जून से लॉकडाउन को अनलॉक किए जाने संकेत दिए है, वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसे पांच दिन पहले ही 3 जून से छूट दिए जाने की घोषणा कर दी है! लेकिन यहां राज्य सरकार द्वारा कुछ दिशा निर्देश भी जारी किये हैं! पिछले लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र पुलिस ने नियमों के उलंघन पर कई मामले दर्ज किए, कई गिरफ्तारी तो कई वाहनों को जप्त किया है! इस बीच लोगों के स्वास्थ्य का खयाल रखते-रखते पुलिस विभाग के ‘कर्मचारी’ भी कोरोना के चपेट में आने से कई पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है! राज्य सरकार ने ऐसे योद्धाओं को 50 लाख का अनुदान देने की घोषणा की है! पर ये किमत क्या एक जिंदगी के लिए पर्याप्त है! ऐसे ही महाराष्ट्र पुलिस और लोगों के बीच कैसा रहा लॉकडाउन पर राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दिए जवाब!
1514 पुलिसकर्मी अब भी लड़ रहे हैं अपनी जिंदगी से जंग..
बड़े अफ्सोस के साथ राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया, कि ‘अब भी राज्य के 191 पुलिस अधिकारी और 1323 पुलिसकर्मी ‘कोरोना’ के संक्रमण से बाधित अपनी जिंदगी से जंग लड़ रहे हैं!’ उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बीच लोगों ने नियमों का उलंघन किया जिसके खिलाफ कार्रवाई के सख्त आदेश दिये गये थे! यहां लोगों की जाने जा रही है! पर कुछ लोग अपने और अपने परिवार की परवाह किए बगैर नियमों का उलंघन करते देखे गए! जिसके खिलाफ राज्य भर में धारा 188 के तहत 1 लाख 21 हजार 75 मामले दर्ज किये गये! जिसमें 23 हजार 641 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई! बीना मतलब यातायात को लेकर 1323 वाहनों पर मामला दर्ज किया गया! जिसमें 63 हजार 883 वाहनों को जप्त किया गया है!
अत्यावश्यक सेवा को पास वितरण..
राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने स्वयंसेवी संस्थानों आभार प्रकट करते हुए कहा कि ‘कुछ स्वयंसेवी संस्थाऐं लॉकडाउन की विकट घड़ी लोगों की मदद के लिए आगे आए, उन लोगों ने मानवता के लिए मिसाल पेश की है! जरुरत मंद लोगों तक अनाज और खाने-पीने की चीजों में लोगों ने सरकार का हाथ बटाया, ऐसे लोगों और अत्यावश्यक सेवा करने वाले और लोगों को पुलिस प्रशासन की ओर से पास दिया गया था! उन्होंने बताया कि अब तक अत्यावश्यक सेवा के लिए 4 लाख 40 हजार 696 पास वितरित किया गया है!
राज्य में 810 रिलिफ सेंटर, 27 पुलिसकर्मियों की गई जान..
आप को बता दें, कि राज्य में ‘क्वॉरंटाइन’ किए गए लोगों की जानकारी भी पुलिस विभाग को रखनी पड़ रही हैं! इसकी जानकारी देते हुए गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया, कि ‘राज्य में 5 लाख 92 हजार 580 लोगों को ‘क्वॉरंटाइन’ किया गया है!’ उन्होंने अधिक जानकारी देते हुए बताया, कि ‘प्रशासन की ओर से वायरस की शंका होने पर हाथ पर सिक्का लगाकर लोगों को अपने घरों में ‘क्वॉरंटाइन’ होने को कहा जाता है! पर कुछ लोग इसे नज़रअंदाज करते हुए यहां-वहां घूमने लग जाते हैं! ऐसे 706 व्यक्तियों को खोज कर उन्हें अलगाव किया गया! उन्होंने बताया, कि ‘राज्य में 810 रिलिफ सेंटर, लगभग 36 हजार 994 लोगों की रहने खाने और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ‘क्वॉरंटाइन’ किए जाने की व्यवस्था है!’ फिर एक बार अफसोस जताते हुए उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस दल के विर योद्धाओं का जिक्र किया जिन्होंने राज्य की जनता के लिए ‘कोरोना’ के खिलाफ युद्ध में शहीद हो गए! उन्होंने बताया, कि ‘मुंबई के 16, पुणे के 2, सोलापुर शहर के 2, नासिक ग्रामीण के 3, एटीएस के 1, ठाणे ग्रामीण के 2, जलगाव ग्रामीण के 1 ऐसे 27 पुलिस विरोंने कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी जान गवां दी!’
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