- प्रमोट करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं..
- कैसे जुडेंगे पिछले सेमेस्टर के मार्कस..
- पिछड़े इलाकों के स्कूल खुल सकते हैं..
नितिन तोरस्कर
मुंबई– महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्कूल, कॉलेज और युनिवर्सिटी को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए विद्यार्थियों को राहत देने को लेकर साफ कर दिया है! फाइनल ईयर में पढ़ रहे स्टूडेंटस के एग्ज़ामस भी नहीं होंगे! उन्हें उनकी प्रीवीयस एग्ज़ाम में प्राप्त अंकों के आधार पर पास किया जाएगा! ठाकरे ने कहा कि वर्तमान स्थिति युनिवर्सिटी में फाइनल ईयर के एग्ज़ाम कराने के लिए अनुकूल नहीं है! सेमेस्टर एग्ज़ाम्स के टोटल मार्कस जोड़कर विद्यार्थियों को फाइनल मार्कस दिए जाएंगे!
प्रमोट करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं..
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 30 जून तक लॉकडाउन बढ़ाएं जाने की जानकारी देते हुए कहा कि फाइनल ईयर के छात्रों को उनके पिछले सेमेस्टर्स व ऐकेडमिक ईयर की परीक्षाओं के आधार पर प्रमोट करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है! हालांकि राज्य शिक्षा विभाग व युनिवर्सिटी की ओर से विस्तृत जानकारी अभी आना बाकी है! मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जिन छात्रों को इम्प्रूवमेंट के लिए फिर से एग्ज़ाम देना हो, विंटर सेशन (अक्टूबर- नवंबर 2020) के एग्ज़ाम में बैठ सकेंगे!’ आप को बता दें, कि लगभग एक महिने पहले राज्य के उच्च तकनीकी शिक्षामंत्री उदय सामंत ने घोषणा करते हुए कहा था कि ‘सभी यूनिवर्सिटी में ग्रेड्जुएशन तथा पोस्ट ग्रेड्जुएशन कोर्स में फाइनल ईयर के स्टूडेंटस को छोड़कर अन्य सभी विद्यार्थियों को बिना एग्जाम अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा!
कैसे जुडेंगे पिछले सेमेस्टर के मार्कस..
अधिक जानकारी के मुताबिक, 50/50 प्रतिशत का ग्रेडेशन फॉर्मूला अपनाया जाएगा! 50 प्रतिशत मार्कस स्टूडेंटस की इंटरनल और पिछले यानी बीते सेमेस्टर के अन्य प्रोजेक्ट्स में परफॉर्मेंस को ध्यान में रखते हुए, और साथ ही बाकी का 50 प्रतिशत मार्कस स्टूडेंटस के पिछले सेमेस्टर के मार्कस के आधार पर दिए जाएंगे! जो स्टूडेंट्स किसी विषय के लिए ATKT चुनेंगे, उन्हें फिलहाल अगली क्लास के लिए प्रमोट किया जाएगा, लेकिन 120 दिनों के भीतर उन्हें अपनी ATKT क्लियर करनी होगी!
पिछड़े इलाकों के स्कूल खुल सकते है..
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के पिछड़े इलाकों में जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी नही है! ऐसे स्कूलों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खोला जा सकता है! लेकिन वहां का इलाका ‘कोरोना’ वायरस के महामारी से अप्रभावित होना चाहिए! मुख्यमंत्री ने वर्तमान स्थिति पर जोर देते हुए बताया, कि ‘नया शैक्षणिक वर्ष जून में शुरू होना चाहिए जैसा सामान्य समय में होता है!’ लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ‘परिस्थितियों को देखते हुए राज्य में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को विकसित और मजबूत करने की जरूरत है! राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड़ बैठक में इसकी जानकारी देते हुए दूरवर्ती (पिछड़े) इलाकों जहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं है! साथ ही जहां महामारी का प्रभाव नही देखा गया है! ऐसे इलाकों के स्कूलों को नियमों का पालन करते हुए, खोलने की अनुमति दे दी है! जहां स्कूलों को खोलने में समस्या हो वहां इंटरनेट द्वारा ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प किए जाने को कहा है! उन्होंने अधिकारियों से बात करते हुए यह भी कहा कि ‘आने वाले समय में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था का विकास करते हुए उसे मजबूत करना चाहिए! शिक्षा प्रणाली पर जोर देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि ‘कोरोना वायरस के महामारी के कारण बच्चों की शिक्षा के रास्ते में बाधा नहीं होनी चाहिए! शैक्षणिक वर्ष (2020 – 2021) जून से शुरू होना चाहिए! महाराष्ट्र की व्यवस्था देश के शेष हिस्सों के लिए उदाहरण बनना चाहिए! शिक्षा हमारे देश की उन्नति के लिए आवश्यक है जिसे रूकने नहीं दिया जाना चाहिए!
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