नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए सत्तारुढ़ महायुति गठबंधन में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (National Congress Party) अजित पवार गुट ने अपने चुनावी उम्मीदवारों की पहली सूची (Maharashtra Election NCP Candidate’s List) जारी कर दी गई है। इस सूची में 38 नाम शामिल हैं। चुनावी प्रत्याशियों की लिस्ट के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार बारामती विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले हैं और वहीं, छगन भुजबल को येवला से टिकट दिया गया है। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
अजित पवार ने अपने 95 प्रतिशत विधायकों को फिर से टिकट दिया है। वहीं, चर्चित नवाब मलिक और उनकी बेटी सना मलिक का नाम उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल नही किया गया है। जबकि, कागल विधानसभा से हसन मुश्रीफ, कोपुरगव विधानसभा सीट से आशुतोष काले, अकोले से किरण लहामटे, बसमत से चंद्रकांत उर्फ राजू नवघरे, चिपलूण से शेखर निकम और मावल से सुनील शेलके को टिकट दिया गया है। जबकि, आंबेगाव से दिलीप वलसे-पाटील, परली से धनंजय मुंडे, दिंडोरी से नरहरी झिरवाल चुनावी मैदान में उतारे गए हैं। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
बाहर से आए नेताओं को भी दिया टिकट
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने बुधवार को पार्टी की ओर से 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। अजीत पवार गुट में शामिल होने के समय उनके साथ में रहे मंत्रियों सहित 26 मौजूदा विधायकों को फिर से टिकट दिया गया है। इसके अलावा, एनसीपी ने मौजूदा अमरावती से विधायक सुलभा खोडके और इगतपुरी से विधायक हीरामन खोसकर को भी मैदान में उतारा गया है। ये दोनों नेता हाल ही में कांग्रेस पार्टी से आए हैं। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता माणिकराव गावित के बेटे भरत गावित को नवापुर से मैदान में उतारा गया है। वहीं, पहले भाजपा में रहे पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले को अर्जुनी-मोरगांव से टिकट दिया गया है। महाराष्ट्र प्रदेश के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को डिंडोरी से मैदान में उतारा गया है। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
चाचा-भतीजे के बीच सीधी टक्कर
दिलचस्प बात यह है कि अजीत पवार एनसीपी शरद पवार गुट से जुड़े अपने ही भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ बारामती विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। भतीजे युगेंद्र पवार से पहले अजित पवार अपने चाचा शरद पवार से भी राजनीतिक लड़ाई लड़ चुके हैं। बारामती विधानसभा सीट दशकों से शरद पवार का गढ़ रही है। फिलहाल एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपनी पार्टी और अधिकांश विधायकों को अजित पवार के हाथों खो दिया। अजित पवार ने महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार को हटाने के लिए भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के महायुति गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
बारामती में हार के बाद परिवार की याद
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में, अजित पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ बारामती लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था। शरद पवार ने लोकसभा चुनाव की लड़ाई आसानी से जीत ली थी। सुप्रिया सुले को 51.85 प्रतिशत वोट मिले और सुनेत्रा पवार को केवल 40.64 प्रतिशत वोट मिले थे. चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए अजित पवार ने कहा था कि राजनीति को घर में घुसने नहीं देना चाहिए। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
अजित पवार का यू-टर्न
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद अजित पवार ने कहा था, “मैं अपनी सभी बहनों से प्यार करता हूं। राजनीति को घर में घुसने नहीं देना चाहिए। मैंने अपनी बहन के खिलाफ सुनेत्रा को मैदान में उतारकर गलती की। ऐसा नहीं होना चाहिए था। लेकिन संसदीय बोर्ड (एनसीपी) ने फैसला किया। अब मुझे लगता है कि यह गलत था।” हालांकि, अब अजित पवार ने एक बार फिर से बारामती विधानसभा सीट पर पारीवारिक चुनावी लड़ाई लड़ने के लिए कदम बढ़ा दिया है। (Nawab and Sana missing in NCP’s first list)
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