नितिन तोरस्कर
मुंबई– महाराष्ट्र में चक्रवात तूफान की तबाही के भारी लोगों का नुकसान हुआ है! इसकी भरपाई के लिए राज्य सरकार ने कदम उठाते हुए लोगों को मदद करने का मन बना लिया है! लगातार इसके लिए प्रभावित इलाकों का जायज़ा और पंचनामे किए जा रहे हैं! इसी कड़ी में बुधवार 10 जून को राज्य के उपंमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ी घोषणा करते हुए, जारी नियमों से बढ़कर लोगों को मदद राशी दिए जाने का ऐलान किया है!
बुधवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया, कि ‘चक्रवात के कारण, नुकसान भरपाई के तौर पर प्रभावित परिवार को जारी नियमों से बढ़कर सरकार मदद करने जा रही है! इसके लिए जिनके पक्के घर गीर गए हैं, उन्हें मरम्मत के लिए देढ़ लाख, वही बारहमासी खेती के नुकसान पर प्रति हेक्टर 50 हजार रुपए के हिसाब से मदद किए जाएंगे!’
घरों के नुकसान पर राज्य सरकार की घोषणा..
अजित पवार ने कहा, कि ‘चक्रवात तूफान के कारण मुश्किल में पड़े कोकण के साथ राज्यभर के किसानों को फिर से तैय्यार करने के लिए राज्य सरकार पूरी कोशिश कर रही है!’ महाराष्ट्र विधानमंडल के परिसर में प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान उन्होंने जानकारी देते हुए बताया, कि ‘चक्रवात तूफान के चलते जिन पक्के घरों का पूरा नुकसान हुआ है, उस परिवार को नए नियम के मुताबिक देढ़ लाख रुपए घर बनाने के लिए सरकार मदद करेगी! जिन पक्के अथवा कच्चे घरों का कुछ हिस्सा (कम-से-कम 15 प्रतिशत) नुकसान हुआ है, ऐसे परिवारों को 15 हजार रुपए, नष्ट हो चुके झोपड़ी के लिए 15 हजार रुपए मदद के तौर पर राज्य सरकार देने वाली है!’ साथ ही उन्होंने यह भी बताया, कि ‘जिनके घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं! एसे परिवार को घर बनाने के अलावा परिवार के लोगों को कपड़े, बर्तन और किराए पर रहने के लिए प्रत्येक को 5 हजार के हिसाब से कुल 10 हजार रुपए सरकार मदद करने वाली है!
व्यापार के नुकसान पर सरकारी भरपाई..
चक्रवात तूफान से बाधित कारोबार पर राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जानकारी देते हुए बताया, कि ‘प्रभावित दुकान मालिकों और टपरी चालकों को नुकसान का 75 प्रतिशत, अधिकतम 10 हजार रुपए प्रदान करने का निर्णय लिया गया है! बारहमासी खेती के नुकसान पर प्रति हेक्टर 50 हजार के हिसाब से अधिकतम 2 हेक्टर यानी एक लाख रुपए की मदद मिलने वाली है!’
मुंबई की सुरक्षा पर बनी नई संस्था लोगों को जुड़ने की अपील- ‘सेव मुंबई’
महाविकास अघाड़ी ने क्या किया बदलाव ..
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए पिछले सरकारी नियमों और महाविकास अघाड़ी के बदलाव को खोलते हुए ज़ाहिर किया! उन्होंने कहा, कि ‘चक्रवात तूफान के कारण सबसे ज्यादा कोकण के भागों में भारी नुकसान हुआ है, इसके साथ ही राज्य के और भागों में भी लोगों का भारी नुकसान हुआ है! इन लोगों को नियमों से बढ़कर मदद किए जाने की जरुरत हो रही थी! जिसमे राज्य आपत्ति प्रतिसाद निधी (एसडीआरएफ) एवं केंद्रीय आपत्ती प्रतिसाद निधी (एनडीआरएफ) से दिया जाने वाला प्रचलित दर कम पड़ रहा था! इससे अधिक मदद किए जाने को लेकर मंगलवार 9 जून को हुए मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया है! इसके लिए चक्रवात के तूफान से प्रभावित घरों, खेतों, परिवारों और उनके सामानों के लिए प्रचलित दरों से अधिक मदद मिलने वाली है!’
क्या थे अबतक के नियम और मदद..
पिछले नियमों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, कि ‘केंद्र और राज्य सरकार की निधी जोड़कर वर्तमान में पक्के घर के पूरे नुकसान पर परिवार को 95 हजार 100 से 1 लाख 1 हजार 900 रुपए मदद मिल रही थी! जिसपर नए नियम के मुताबिक इस परिवार को अब देढ़ लाख रुपए मिलने वाले हैं! जिन पक्के अथवा कच्चे घरों का कुछ हिस्सा (कम-से-कम 15 प्रतिशत) नुकसान हुआ है, ऐसे परिवारों को पहले 6 हजार रुपए मिल रहे थे जो अब 15 हजार रुपए मिलने वाले हैं! नष्ट हो चुके झोपड़ी के लिए पहले 6 हजार रुपए दिए जाते थे, जिसे अब बढ़ाकर 15 हजार रुपए मदद के तौर पर राज्य सरकार देने वाली है!’ साथ ही उन्होंने बताया, कि ‘बारहमासी खेती के नुकसान पर पिछले नियमों के मुताबिक प्रति हेक्टर 18 हजार रुपये अधिकतम 2 हेक्टर की भरपाई यानी 16 हजार रुपए की जाती थी! अब नए नियमों के मुताबिक प्रति हेक्टर 50 हजार के हिसाब से अधिकतम 2 हेक्टर यानी एक लाख रुपए की मदद सरकार से किसानों को मिलने वाली है!’
Maharashtra: तालाब में डूबने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत, इलाका में मातम का माहौल..
कैसे होगी पैसों की लेनदेन..
राज्य के उपमुख्यमंत्री ने पैसों के लेनदेन पर स्पष्ट करते हुए बता दिया, कि ‘तूफान से प्रभावित लोगों और नुकसान का पंचनामा पूरा होते ही, लाभार्थी परिवारों को सुनिश्चित किया जाएगा! उसके बाद संबंधित लाभार्थियों के बैंक खातों में मदद की धनराशि जमा कर दी जाएगी! लाभार्थियों को धनराशि वितरित किए जाने के बाद, उनकी सूची सरकारी माध्यमों से प्रसारित किया जाएगी!’ उन्होंने कहा, कि ‘हमारी सरकार हर कामों की तरह इस प्रक्रिया को भी पूरा पारदर्शी तरीके से पूरा करेंगे!’
रत्नागिरी और रायगड जिले पर खास रिपोर्ट..
उपमुख्यमंत्री ने बताया, कि ‘चक्रवात तूफान के कारण रत्नागिरी और रायगड जिला के अनेक इलाकों में बिजली आपूर्ति खंडीत हो गई है! यहां बिजली के खंभे तूफान के कारण गीर गए हैं! यहां बिजली आपूर्ति सुचारु करने के लिए बिजली विभाग पूरी फुर्ती के साथ काम कर रही है! लेकिन इस बीच लोग यहां अंधेरे मे रहने को मजबूर हैं! इसलिए जब तक यहां बिजली की सुचारु रुप से सप्लाई नही हो जाती तब तक के लिए लोगों को केरोसीन (मीट्टी का तेल) मुफ्त दिए जाने का फैसला किया है! इसके लिए खाद्यान्न आपूर्ति विभाग की ओर से सभी सरकारी राशन की दुकानों पर राशन कार्ड धारकों को प्रत्येक 5 लिटर केरोसीन मुफ्त बांटा जाएगा!’
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Pingback: Maharashtra: वर्षा ऋतु सत्र अधिवेशन को आगे बढ़ाए जाने का निर्णय- मुख्यमंत्री -
Pingback: मुंबई की ऑटो रिक्शा में पिछले दो दिनों से मदद के लिए परेशान मिला मरिज़ -
Pingback: सिद्धार्थनगर में दो परिवारों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर एक की मौत -
Pingback: मंत्रियों को अंधकार में रखकर, प्रस्ताव पास करने वाले संयुक्त सचिव का तबादला- खाद्य आपूर्ति विभाग
Pingback: महाराष्ट्र में नकली आर्मी ओफिसर को क्राईम ब्रांच के अधिकारियों ने किया गिरफ्तार -