आर/दक्षिण जल विभाग को लाखों का चूना लगाते जल-विभाग अधिकारी !

कौन लेगा जवाबदेही?

सुरेंद्र राजभर
मुंबई
– कहते हैं जल ही जीवन हैं! केंद्र और राज्य सरकारें जहां बूंद- बूंद पानी सहेजने का अभियान चलाती है, वहीं लाखों गैलन जल का अवैध रूप से दुरुपयोग के द्वारा लाखों रुपए की काली कमाई भी की जा रही है! मनपा के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से राजस्व को लाखों रुपए महीने का चूना लगाया जा रहा है! एक ओर आर/ दक्षिण वार्ड में स्थित वैधानिक जल कनेक्शन धारकों को पेय जलापूर्ति बहुत ही कम की जा रही या कटौती की जा रही है!

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बता दें कि मुंबईकरो कि प्यास बुझाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई से दूर कई बांध बनाकर मुंबई महानगर को पानी सप्लाई करती है! जिसके वितरण और राजस्व संकलन की जवाबदेही मनपा जलविभाग के ऊपर है, लेकिन यदि बिल्ली को ही चूहे की रखवाली का काम दे दिया जाए तो क्या होगा, आसानी से समझा जा सकता है! यूं कहें कि बाड़ ही खेत चर जा रही है तो आतिशयोक्ति न होगी!

बताया जाता है कि सुखलाल भीमराव जी जैन, भंवरलाल चेताराम विश्नोई, चंद्रेश गाला और कौशिक गाला पिछले 10-12 सालों से जल विभाग को कई करोड़ों का चूना लगा चुके हैं! अवैध रूप से पानी का कनेक्शन लेकर करोड़ों गैलन पानी से अपना इलेक्ट्रोप्लेटिंग के फर्जी कारखाने चला रहे हैं! कहा जाता है कि हर महीने लाखों गैलन पानी का अवैध गोरखधंधा का सूत्रधार प्लंबर अवधेश विश्वकर्मा ही अवैध कनेक्शन जल-विभाग के अभियंताओं की सहमति और संरक्षण से देकर लाखों रुपए वसूलता और आर/दक्षिण के अभियंताओं तक पहुंचाता रहता है!

बताते हैं कि सभी इलेक्ट्रोप्लेटिंग कारखानों का संचालन व मुखिया भंवरलाल चेताराम विश्नोई नामक व्यक्ति अवधेश विश्वकर्मा प्लंबर के मार्फत फर्जी जल कनेक्शन दिलवाकर हर महीने लाखों वसुलता और जल-विभाग के अभियंताओं और मनपा कर्मियों तक पहुंचाता है! इस अवैध कनेक्शन और लाखों रुपए का चूना लगाने की जानकारी होने के बावजूद कोई कानूनी कार्यवाही न किया जाना संदेश की पुष्टि करता है!

यह भी बताया जाता है कि सारा खेल आर/दक्षिण वार्ड के जल-विभाग दुय्यम अभियंता संतोष खेड़कर और विनोद सावध की मिलीभगत से अंजाम दिया जा रहा है! दोनों दुय्यम अभियंताओं को जल-विभाग के सहायक अभियंता बालाराम शंखे के निर्देशन और संरक्षण में खेल-खेलकर दौलत का बंटवारा करते हुए लाखों रुपयों के राजस्व को चूना लगा रहे हैं!

एक तरफ वैध जल कनेक्शन लेने वालों को इन्हीं अभियंताओं द्वारा बार-बार दौड़ाकर धन वसूलने के बावजूद जल्दी कनेक्शन नहीं दिए जाते और लीगल कनेक्शन वालों को समुचित मात्रा में पेयजल आपूर्ति नहीं की जाती! कभी कम समय पानी दिया जाता है तो कभी पानी का फोर्स ही कम कर के आम मुंबईकरों को परेशान किया जाता है!

बताते चलें कि ये आधे दर्जन इलेक्ट्रोप्लेटिंग के अवैध कारखाने सिंह स्टेट के रोड नंबर 3 पर चंद्रकांत कंपाउंड में स्थित है! जिन्हें अवैध जल कनेक्शन देकर हर महीने लाखों की काली कमाई की जाती है!

थोड़ी सी सुगबुगाहट होने पर उपर्युक्त अभियंताओं की शह पर रोड नंबर 3 से कनेक्शन काट कर रोड नंबर 5 की पानी सप्लाई से जोड़ दिया गया! जिससे रोड नंबर 5 पर रहने वाले वैध नल कनेक्शन के मुंबईकरों को पानी सप्लाई लगभग आधी हो गई है!

बताया जाता है कि अवैध कनेक्शन पर पानी सप्लाई कर हर महीने लाखों वसूल कर ऊपर वालों तक बांटा जाता है, अन्यथा क्या कारण है कि अवैध कनेक्शन से हर महीने राजस्व को चूना लगाने वाले आर/साऊथ मनपा अधिकारियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जाती ?

मनपा सूत्रों की मानें तो अवैध जल कनेक्शन की भरमार है आर/दक्षिण विभाग में! जिसमें लाखों की जहां काली कमाई की जाती है वहीं लाखों रुपए का राजस्व को चूना लगाया जाता है!

मनपा के पानी की चोरियां गलत तरीके से उपयोग गंभीर अपराध है! पानी से संबंधित सभी नियम मनपा के पक्ष में है!
1) एक्ट -278(1) मनपा अधिकारियों को पानी के गलत उपयोग या बर्बाद करने पर नोटिस देने का अधिकार देता है!
2) एक्ट -278(2) मनपा को पानी कनेक्शन खण्डीत करने का अधिकार देता है, जिसमें लिकेज के समय नोटिस देना आवश्यक नहीं है!
3) एक्ट -282 मनपा को आवासीय पानी कनेक्शन का व्यवसायिक उपयोग किए जाने पर जुर्माना लगाने का अधिकार प्रदान करता है!

इसके अतिरिक्त मनपा पानी की चोरी के मामले में भादवि की धारा 435,378,425 के अंतर्गत पुलिस में अपराध दर्ज करा सकती है! यहां तक कि दोषी व्यक्ति को जेल भी भेजा जा सकता है!

अब ऐसे में उक्त अभियंताओं द्वारा इलेक्ट्रोप्लेटिंग कारखानों में लगे अवैध नल कनेक्शन के जरिये की जा रही इस पानी चोरी की एवज में प्रतिमाह मनपा के अधिकारी एवं लाइसेंस धारी प्लंबर के सहयोग से लाखों रुपए की वसूली हो रही है!

जबकि लगभग 10-12 वर्षों से भी अधिक उक्त इलेक्ट्रोप्लेटिंग कारखानों में लगे अवैध नल कनेक्शन के जरिये पानी चोरी की जा रही है, उक्त पानी चोरी के मामले में मनपा के अधिकारी व लाइसेंस धारी प्लंबर भी संलिप्त है!

क्या मनपा के उच्च अधिकारी मामलों की पारदर्शी जांचकर लाखों रुपए हर माह राजस्व को चूना लगाने वालों पर मिलीभगत करने की पारदर्शी जांच स्वतंत्र संस्था से कराकर दंडात्मक कार्रवाई करने की हिम्मत दिखाएंगे यह समझा जाना होगा कि करोड़ों रुपयों के राजस्व घोटालों में उच्च अधिकारी भी शामिल है!

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महानगर मे 10% पानी की कटौती (03 से 09 दिसंबर तक)
मुंबई – (प्रेस विज्ञप्ति) मनपा अधिकारियों के अनुसार पिसे उदंचन केंद्र में न्यूमँटिक गेट सिस्टम को दुरुस्त करने का कार्य मंगलवार 03 दिसंबर से 09 दिसंबर 2019 तक किया जाना प्रस्तावित किया गया है! संपूर्ण मुंबई महानगर पालिका में 03 दिसंबर से 09 दिसंबर 2019 तक 10% पानी कटौती किए जाने की घोषणा मुंबई मनपा ने की है! इसके चलते जलापूर्ति में जलाशय विभाग (जोन) विभाग क्षेत्र यानि मनपा के सभी विभागीय क्षेत्र में 10% पानी की कटौती की जायेगी! साथ ही कम दबाव में पानी की आपूर्ति हो सकेगी! मनपा अधिकारियों ने एक दिन पहले से ही पानी बचाकर जमा रखने की मुंबई के निवासियों से अपील की है!


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