गलत पता और फोन नंबर देकर कोरोना के मरीजों ने बढ़ाई BMC की मुश्किलें

इस्माइल शेख
मुंबई-
महाराष्ट्र में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा, अकेले मुंबई में कोरना मरीजों का संख्या 22 हजार के पार हो गया है! इस बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका के सामने एक नई मुसीबत आ गई है! टेस्टिंग के दौरान कुछ लोग अपनी सही डिटेल नहीं दे रहे हैं! ऐसे में संक्रमित पाए जाने वाले मरीज को ट्रेस करने में प्रशासन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है! कोरोना का लोगों के बीच खौफ होने की वजह से गलत पता और फोन नंबर देकर लोग BMC की मुश्किलें और बढ़ा रहे हैं!

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मुंबई में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 1411 नए मामले सामने आए है, जिसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या 22, 563 हो गई है! अब तक यहां 800 लोगों की मौत हो चुकी है! खास बात है कि मंगलवार को एक दिन में 600 मरीज ठीक होकर घर गए हैं!

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एडिश्नल कमिश्नर सुरेश काकानी ने बताया कि ‘100 से भी ज्यादा कोरोना के संक्रमित मरीज लापता हैं! यह कई कारणों से होता है, लेकिन मुख्य तौर पर दर्ज किए गए मरीजों की गलत डिटेल देना है! वैसे हमारे पास ऐसे व्यक्तियों पर नज़र रखने के अन्य तरीके हैं! हम ऐसे लोगों को ट्रैक करने के लिए प्रॉपर्टी कार्ड रिकॉर्ड खोजते हैं या मतदाता सूची को भी देखते हैं!’ उन्होंने बताया कि वो सोमवार को बांद्रा पूर्व क्षेत्र की समीक्षा कर रहे थे वहां पाया कि कंपनियों ने अपने कर्मचारियों का टेस्ट किया और बांद्रा पूर्व के रूप में अपना पता दिया जिससे व्यक्तियों को ट्रैक करना मुश्किल हो गया! बीएमसी अधिकारियों ने आधार पंजीकरण (UAID) से ऐसे लापता लोगों का विवरण भी मांगा है, लेकिन उन्हें अभी तक एक्सेस नहीं मिल पाया है!

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चेंबूर, कुर्ला, मानखुर्द क्षेत्र के संयुक्त आयुक्त बी आर मराठे ने बताया, कि ‘कोरना वायरस के बारे में कुछ लोगों के मन में डर बना हुआ है और डर के कारण लोग गलत पता और फोन नंबर दे रहे है!’ उन्होंने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि ‘जो लोग प्राइवेट लैब में जांच करवाते हैं, उन्हें दोपहर 3 बजे तक रिजल्ट के बारे में बता दिया जाता है! यह लिस्ट रात तक नागरिक प्रधान कार्यालय को भेज दी जाती है और अगली सुबह तक वार्ड लेवल पर आ जाती है! रिपोर्ट अने का बीच का समय लोगों के लिए मुश्किल भरा होता है! कई बार, यह उन लोगों को समय देता है जो अस्पताल में भर्ती होने के डर से भाग जाना चाहते हैं! जब ऐसे कोरना पॉजिटिव मरीज लापता हो जाते हैं और शहर में घूमते हैं, तो वे समाज के लिए अधिक खतरा पैदा करते हैं! कुछ मामलों में, बीएमसी ने लापता व्यक्तियों को ट्रैक करने के लिए लैब के सीसीटीवी फुटेज का उपयोग भी किया है!’

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बृहन्मुंबई महानगर पालिका के विक्रोली स्थित एन वार्ड से कोरोना से संक्रमित 12 मरीज लापता हैं! मनपा अधिकारी उन्हें ट्रेस करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं! अंधेरी पूर्व के मनपा सहायक आयुक्त प्रशांत सपकाले बताया कि उनके यहां झोपड़पट्टी इलाकों से कोरोना के 27 मरीज लापता हैं!धारावी से मनपा जी/उत्तर के सहायक आयुक्त किरण दीघवकर ने बताया कि ’29 व्यक्तियों को ट्रेस नहीं किया जा सका है! लेकिन हम उनमें से कुछ का पता लगाने में कामयाब हो गये हैं! इनमें प्राइवेट लैब में गलत पता और फोन नंबर देकर टेस्ट कराने वाले लोग शामिल थे!’

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