एक ही अस्पताल में दो कोरोना बाधित महिलाओं ने दो स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया!
संवाददाता- (इस्माइल शेख)
मुंबई– ‘कोरोना’ वायरस की खतरनाक खबरों पर देश के हर राज्यों में पहला स्थान महाराष्ट्र का उभर कर सामने आया है! यहां ‘कोरोना’ के सबसे ज्यादा मरीज़ पाए गये हैं! और यह संख्या दिन ब दिन विक्राल रुप लेती जा रही है!
महाराष्ट्र के दुसरे शहरों के मुकाबले मुंबई में ‘कोरोना’ के ज्यादा मरीज़, मौत के मुंह मे समा चुके हैं! राज्य में 6427 ‘कोरोना’ संक्रमित मरीज़ों का इलाज हो रहा है और अब तक 283 लोगों की इस महामारी से मौत हो गई है! इसमें आधे से ज्यादा मरने वाले लोगों सिर्फ मुंबई से हैं! अकेले मुंबई में 167 ‘कोरोना’ पिड़ीतों की मौत हुई है!
मुंबई के अस्पतालों से मरीज़ों और मरने वालों की जानकारी के बीच दो खुश खबरी सुनने को मिली है! खबर के मुताबिक, मुंबई के नानावटी अस्पताल में ‘कोरोना’ संक्रमित दो महिलाओं ने बेटी और बेटे को जन्म दिया है! यहां दोनों ही बच्चे बिलकुल साधारण एवं स्वस्थ पैदा हुए हैं! नानावटी अस्पताल में दक्षिण मुंबई की रहने वाली 35 साल की महिला ने बेटी को जन्म दिया है! वहीं, मुंबई उपनगर की रहने वाली 25 साल की महिला ने बेटे को जन्म दिया है! अस्पताल प्रशासन ने दोनों बच्चों को उनकी माताओं से अलग रखने का विशेष इंतजाम किया गया है!
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‘कोरोना’ वायरस की परेशानी से जूझ रहे दोनों ही परिवार इस खबर से काफी खुश हैं, तो वहीं नानावटी अस्पताल के डॉक्टर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों में भी खुशी का माहौल बन गया है! यहां सभी डॉक्टर तथा कर्मचारी रात-दिन ‘कोरोना’ वायरस के महामारी से लड़ रहे हैं और मरीज़ों का इलाज कर लोगों को मौत के मुंह से बचाने की कोशिस कर रहे हैं!
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मिली जानकारी के मुताबिक, नानावटी अस्पताल में इंटरनेशनल मामलों की पढ़ाई और निरीक्षण के बाद सबसे बढ़िया ऑपरेटिंग प्रोसीजर को अपनाया जा रहा है! ‘कोरोना’ संक्रमण से बाधित इन दोनों प्रेग्नेंट महिलाओं को अस्पताल में भर्ती करने से पहले अस्पताल के प्रसूति और स्त्री रोग तथा संक्रामक बीमारी विशेषज्ञों एवं शिशु रोग विभाग ने मिल कर एक साथ एक्शन प्लान बना लिया था! प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में वरिष्ठ सलाहकार डॉ सुरूचि देसाई ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, कि ‘ऐसी बहुत कम सर्जरी ही भारत में हुई है! इसके लिए स्पेशल अब्स्टेट्रिक्स यूनिट (विशेष प्रसूति इकाई) बनाई गई, जहां संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल्स का पूरा ध्यान रखा गया! हमने सर्जिकल स्टाफ को कम से कम रखा और उन्हें पीपीई के इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया! इनके लिए खास ‘कोविड़’ कॉरिडोर भी बनाए गए जिससे मां और बच्चे को सुरक्षित लाया ले जाया जा सके!’ आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, कि ‘शिशु रोग डिपार्टमैंट के प्रमुख डॉक्टर तुषार मनियार अब इन बच्चों की देखभाल कर रहे हैं! दोनों बच्चों के जन्म के बाद नियोनेटोलॉजिस्ट्स की टीम ने बच्चों को स्पेशल आइसोलेशन इंटेंसिव केयर यूनिट में शिफ्ट कर दिया है! ऑपरेशन थियेटर की सर्जिकल टीम ने इनपर खास ध्यान देते हुए मां और बच्चों के बीच किसी भी तरह का संपर्क होने नही दिया है! अब इन नवजात बच्चों का कोविड-19 टेस्ट किया जाना बाकी है, जो तीसरे और आठवें दिन किया जाएगा! डॉक्टरों का कहना है, कि बच्चे बिलकुल स्वस्थ्य है!
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