- सामाजिक कार्यकर्ताओं पर हमले और कानूनी दावपेच में फंसा कर जैल में ठूसा..
- बाहर निकलने के बाद लगाई उच्च अधिकारियों से गुहार.. जांच हूई जारी..
- मामला सरकारी महसूल का है, जो 50 करोड़ रुपयों की हेरा-फेरी बताई जा रही है.
इस्माईल शेख
मुंबई– गोरेगांव स्थित आरे कॉलोनी हमेशा से ही सूर्खियों में रहा है! लेकिन इस बार दुग्ध विकास प्राधिकरण के तहत तैनात आरे दुग्ध विकास के कार्यकारी अधिकारी तथा आरे पुलिस के भ्रष्ठ अधिकारियों के बीच चोली-दामन का रिश्ता उजागर हो रहा है!
यहां सरकारी कर्मचारी ही सरकार को चूना लगाने का काम किए जाने कि शिकायतें मिल रही है, जिसकी शिकायत पर समाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिसीया जाल बिछाकर उनकी आवाज़ को ही हमेशा के लिए बंद कर देती है!
गैरकानूनी काम करने वालों का भरपूर साथ
बता दें कि यहां सरकारी जमीन कब्जा करना सरकारी गोदामों पर गैरकानूनी कब्जा कर भाड़ा वसूलना ऐसी सैकड़ों शिकायतें आरे दुग्ध विकास कार्यालय में मौजूद है ! जिसपर कानूनन सही शिकायत किए जाने पर कार्रवाई करना विभागीय कर्मचारी का दायत्व है ! लेकिन यहां कागजातों पर कार्रवाई दिखाते हुए शिकायतकर्ता को ही रास्ते से हटाने की शाजिश रची गई! जिसमें आरे दुग्ध विकास के कर्मचारियों के साथ गैरकानूनी काम करने वालों का आरे पुलिस भरपूर साथ दे रही है! ऐसा सामाजिक कार्यकर्ता दाऊद शेख और पत्रकार निलेश धूरी ने बताई!
पुलिस का कहना है, कि अवैध बांधकाम की शिकायत पर कार्रवाई को रोकने के लिए आरोपी ने पैसों की डिमांड़ की थी जिसे हमने रंगेहाथ गिरफ्तार किया ! पर जब हमने इस केस की पड़ताल की तो मामला और ही कुछ सामने आया! इस मामले से जूडा एक विडियों सामने आया, जिसमें आप देख सकते हैं कि कैसे एक अंजान शख्स आरोपी के गाडी में कुछ कर रहा है और कुछ घंटों बाद पुलिस आरोपी के साथ धरपकड़ कर रही है! पुलिस को यहां झूठ बोलने की जरूरत क्यों पड़ी! जब कि शिकायतकर्ता और आरोपी के बीच किसी भी तरह की बात-चीत नही होने की बात कही जा रही है!
फिल्हाल पत्रकार निलेश धूरी को पहले से ही ऐसे मामलों की आशंका थी जिस कारण उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के दुग्ध विकास प्राधिकरण, महाराष्ट्र सचिव तथा भ्रष्टाचार प्रतिबंधित विभाग को इसकी जानकारी दी थी! इन सभी विभागों द्वारा आरे दुग्ध विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों एवं कार्यकारी अधिकारी नत्थू राठौड़ पर नज़र बनाए हुए है और दुसरी तरफ मुंबई पुलिस शिकायतकर्ता दाऊद शेख तथा पत्रकार निलेश धूरी पर झूठे मामले में फंसाने को लेकर जांच कर रही है!
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