इस्माइल शेख
मुंबई- आजाद मैदान पुलिस ने शुक्रवार को एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ सायबर क्राईम का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है। उस पर ऑनलाइन खुद को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) आयुक्त (Commissioner) इकबाल सिंह चहल (Iqbal Singh Chahal) बताकर अन्य मनपा अधिकारियों से पैसे मांगने के आरोप हैं। (Mumbai Cyber Crime)
मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया, बीएमसी के कानूनी विभाग के वकील सुनील के. सोनवणे से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका के विभिन्न अधिकारियों से उन्हें शिकायत मिलने के बाद सोनवणे ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। (Whatsapp Chat)
Online Fraud किससे पैसे मांगे जा रहे हैं?
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बृहन्मुंबई महानगर पालिका के मुंबई उपनगर आयुक्त (DMC Zone-V) वीवी शंकरवार (V.V. Shankarwar) एवं सेवानिवृत्त उपायुक्त (Retired DMC) प्रभात रहांगदाले (Prabhat Rahangdale) के और पूर्व संयुक्त नगर आयुक्त (EX Joint Municipal City Commissioner) व फिलहाल केंद्रीय संस्कृति मंत्री (Central Culture Minister) के निजी सचिव (Personal Secretary) के तौर पर काम करने वाले आशुतोष सलिल (Ashutosh Salil) से शिकायत मिली कि उन्हें अंजान नंबर से व्हाट्सएप (Whatsapp) पर मैसेज आ रहे हैं और अलग-अलग तरीके के डिमांड किए जा रहे हैं।
व्हाट्सएप पर BMC Commissioner की तस्वीर
सोनवणे ने अपनी शिकायत में कहा, कि यह शख्स अपना परिचय बृहन्मुंबई महानगर पालिका आयुक्त (Bombay Municipal Corporation Commissioner) डा. आईएस चहल (Dr. Iqbal Sing Chahal) के रूप में देकर लोगों से पैसे मांग रहा है। दर्ज शिकायत में आगे कहा गया, कि कुछ व्हाट्सएप चैट (whatsapp chat) ऐसे हैं, जिनमें पूर्व नगर आयुक्त प्रवीण परदेशी ( Praveen Pardeshi) की डीपी मे फोटो लगी हुई है। जबकि कुछ में डा. आईएस चहल की तस्वीर लगी हुई है, जबकि इसमें नाम प्रवीण परदेशी का ही लिखा हुआ आ रहा है। (whatsapp chat)
Online Fraud: अधिकारियों के नाम से पैसों की डिमांड
आजाद मैदान पुलिस के मुताबिक, यह भी साइबर फ्राड करने का एक तरीका है, जिसमें अब सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस में ऊंचे पद के अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है। बीएमसी के वार्ड अधिकारी को भी इसी शख्स से व्हाट्सएप (whatsapp) पर एक मैसेज आया था, जिसमें चहल की तस्वीर डीपी के रूप में लगी हुई है। वह यूपीआइ से पैसे भेजने के लिए कह रहा था, हालांकि कितने भेजने है इसका उसने कोई जिक्र नहीं किया।
क्या लिखा है मैसेज?
शिकायत के मुताबिक, भेजे गए मैसेज में लिखा गया, ‘हैलो शंकरवार, कैसे हो, इस वक्त कहां हो? डिएमसी के जवाब देने के बाद ठग ने लिखा, “बहुत बढ़िया, देखो इस वक्त मैं एक बहुत जरूरी मीटिंग में हूं, इसलिए फोन पर ज्यादा बात नहीं कर सकता। तुम्हें मेरे लिए तत्काल एक काम करना होगा।” अधिकारी के हांमी भरने के बाद उसने आगे लिखा, “ठीक है, शुक्रिया। यहां मैं तुम्हें गूगल प्ले के 20 रिचार्ज कोड भेज रहा हूं, ये पांच-पांच हजार के हैं। इन कार्ड कोड्स के खरीदे जाने के बाद तुम मुझे इन्हें भेजो ताकि मैं आगे लोगों को इन्हें भेज सकूं।” (Whatsapp Msg Online Fraud)
मुंबई पुलिस को भी बनाया निशाना
पुलिस ने कहा कि शिकायत के आधार पर हमने अज्ञात एवं संदिग्ध के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और आईटी अधिनियम (IT Act) की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। इससे पहले अगस्त में भी इसी तरह के हथकंडे अपनाकर कुछ जालसाजों ने मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर की तस्वीर व्हाट्सएप डीपी में लगाकर पुलिस अधिकारियों को मैसेज भेजे थे। (Online Fraud From whatsapp)
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