संवाददाता -(इस्माइल शेख)
मुंबई – मुंबई उच्च न्यायलय ने गोरेगांव के हरित क्षेत्र आरे परिसर मे पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाली सभी याचिकाएं खारिज कर दी है| जिसके बाद शुक्रवार से यहां पेड़ काटा जा रहा है| कटाई का विरोध कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन हरियाली को खत्म करते हुए पेड़ काटना शुरू कर दिया है।
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरे जंगलों मे कटाई को लेकर कहा कि मुंबई उच्च न्यायालय ने कहा है कि यह जंगल नही है। साथ ही दिल्ली के एक मामले का हवाला देते हुए बताया कि, जब दिल्ली मे पहले मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जा रहा था, तो उस दौरान भी 20-25 पेड़ काटे जाने थे। तब भी लोगों ने विरोध किया था, लेकिन प्रत्येक पेड़ को काटने के बदले, पांच पेड़ लगाए गए थे।
पर्यावरण मंत्री ने आगे कहा कि दिल्ली में कुल 271 मेट्रो स्टेशन बने हैं, साथ ही पेड़ क्षेत्र भी बढ़ा है। यही प्रकृति का विकास और संरक्षण है।
मुंबई पुलिस ने हालात को देखते हुए मुंबई के आरे जंगलों में मेट्रो-रेल परियोजना स्थल के पास के क्षेत्र मे सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस ने कहा कि शुक्रवार रात से ही 38 प्रदर्शनकारियों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। विरोध प्रदर्शन मे हिस्सा लेने वाली शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को भी हिरासत में ले लिया गया है!
विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा गठबंधन को निशाना साधते हुए कहा कि वे पेड़ों को बचाने में विफल रहे हैं। वहीं, गिरफ्तार किए गए लगभग 38 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 353, 332, 143 और 149 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यहां के रहवासीयों से मिली जानकारी के मुताबिक इलाके मे भारी पुलिस दल तैनात है। किसी को भी आरे कॉलोनी मे प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। यहां तक कि पर्यटकों को भी रोका जा रहा है। शिवसेना की उपनेता प्रियंका चतुर्वेदी प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने और विरोध प्रदर्शन मे शामिल होने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंची, उन्हें पुलिस ने हालात को देखते हुए तुरंत हिरासत में ले लिया।
मुंबई हाई कोर्ट के आदेश के बाद, पेड़ों की कटाई के खिलाफ आरे की जंगलों मे कल रात से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। कुछ लोगों ने बताया कि मुंबई मैट्रो प्रोजेक्ट के लिए 2600 से अधिक पेड़ों को काटा जाना है, जिनमे से 800 पेड़ अब तक काटे गये हैं।
हालांकि, कुछ देर मे ही प्रदर्शनकारी भी वहां पहुंच गए और मेट्रो रेल साइट पर जमकर नारेबाजी की। सोशल मीडिया पर पेड़ों को काटने का वीडियो वायरल हो गया, लेकिन मुंबई मेट्रो रेल निगम के अधिकारियों ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है, कि वाकई नियोजित मेट्रो कार शेड के लिए पेड़ों की कटाई शुरू हो गयी है!
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.