नितिन तोरस्कर
मुंबई– शहर के लोकल ट्रेन में यात्रा करने का सपना देखने वालों के लिए फ़िलहाल बुरी खबर है। महाराष्ट्र के मदद एवं पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि जब मुंबई में कोरोना खत्म नहीं होगा तब तक लोकल ट्रेन नहीं चलाई जाएगी।
लेवेल वन में मुंबई
कोरोना के प्रसार को रोकने और लॉकडाउन के बाद अनलॉक प्रकिया शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने पांच लेवल बनाये थे, इन्हीं लेवल के अनुसार अनलॉक को शुरू किया जाना था। लेवल वन में आने वाले जिलों में लगभग सब कुछ सामान्य करने की बात कही जा रही थी। फिलहाल मुंबई लेवल वन में आ चुका है फिर भी बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) प्रशासन द्वारा कोरोना को खत्म करने के लिए एहतियातन शहर में लेवल टू की बंदिशों को जारी रखा गया है।
मुंबई लोकल ट्रेन में 35 लाख यात्रियों की सवारी है जारी..
कोरोना के मामले घटने के साथ ही प्रशासनिक तौर पर लोगों की सुविधाओं के लिए कई तरह की छूट दी जा रही हैं। मगर इन छूट का लोकल ट्रेनों में यात्रियों द्वारा मनमानी तरीके से उल्लंघन हो रहा हैं। मुंबई की लोकल ट्रेनों में फिलहाल सामान्य लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं है। व्यापार और ऑफिस के कामकाज के अलावा बेहद जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही सफर करने की इजाजत दी गई है। इस प्रतिबंध के बावजूद मुंबई की लोकल ट्रेनों में अब तकरीबन 35 लाख यात्री चलने लगे हैं।
खास बात यह है, कि इनमें ज्यादातर यात्री फर्जी पहचान पत्र पर यात्रा करते पकड़े जा रहे हैं। लॉकडाउन से पहले जिस तरह ट्रेनों में पीक ऑवर्स की भीड़ हुआ करती थी, वैसा ही मंजर इस समय भी दिखाई देने लगी है। ऐसे में वायरस के प्रसार की चिंता और भी बढ़ जाती है, जब कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लापरवाही का यही रवैया रहा तो 6-8 हफ्तों में तीसरी लहर आ सकती है।
फर्जी पहचान पत्रों पर हो रही है यात्रा
मुंबई के जवेरी बाजार, भूलेश्वर, कालबादेवी, क्रॉफर्ड मार्केट, अब्दुल रहमान स्ट्रीट, मस्जिद, मालाड़, कांदिवली, बोरिवली, बांद्रा, कुर्ला जैसे व्यापारीक क्षेत्रों मुंबई और आस-पास के दूसरे हिस्सों से आने-जाने वाले कई मजदूर और अन्य कंपनियों में काम करने वाले फर्जी पहचान पत्रों पर यात्रा कर रहे हैं। रेलवे पुलिस और रेलवे प्रशासन इनकी धड़पकड़ करते देखे जा रहे हैं। एक हॉकर ने बताया कि मेडिकल, सिक्युरिटी गार्ड, एवं अन्य जरुरी सेवा में कार्यरत निचले तबके इत्यादि के फर्जी पहचान पत्र मात्र 300 से 500 रूपये में तैयार हो जाते हैं।
नागपुर में राज्य के मदद एवं पुनर्वसन मंत्री विजय वेडट्टीवार से मुंबई लोकल ट्रेन सेवा के विषय में पुछेजाने पर उन्होंने कोरोना के खत्म होने तक लोकल ट्रेन आम लोगों के लिए नहीं चलाए जाने का साफ शब्दों में कहा है! उन्होंने कहा, कि “राज्य से कोरोना का वायरस नही गया है। राज्य के कुछ जिलों में अभी भी कोरोना की स्थिति चिंताजनक है! इस लिए खुद हो कर मौत को दावत न दें। राज्य के सभी लोग कोराना के नियमों का पालन करें!” इस तरह की अपील विजय वेडट्टीवार ने की है।
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