नितिन तोरस्कर/इस्माईल शेख
मुंबई– मुंबई की लाईफ लाईन कही जाने वाली लोकल ट्रेन बंद होने की वजह से कोरोना मरीजों की संख्या में काफी कमी देखने को मिल रही है। इसलिए लोकल सेवा पर कुछ दिनों तक कड़े नियम लागू रहना चाहिए। राज्य के मदद एवं पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार के मुताबिक कम से कम 15 दिनों तक लोकल की भीड़ को कम करना होगा। उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी, कि “राज्य के 14 जिले अभी भी रेड जोन में हैं वहां कड़ा लॉकडाउन लगाने की आवश्यकता है।” इसके साथ ही राज्य में मराठा आरक्षण एवं दसवी की परीक्षा के साथ देश में कोरोना मरिजों के आंकड़ों पर ध्यान दें तो मामला काबू में नजर आ रहा है।
दसवीं की परीक्षा रद्द रहेगी
अदालत ने राज्य सरकार से दसवीं की परीक्षा को लेकर सवाल जवाब किये हैं। हालांकि दसवीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले पर राज्य का शिक्षा विभाग बरकरार है। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, दो दिन में इस बात को लेकर राज्य सरकार फैसला लेने वाली है। फिलहाल महाराष्ट्र में 1 जून तक प्रतिबंधों को बढ़ाया गया है। ताकि कोरोना के खतरे को कम किया जा सके। साथ ही राज्य में मानसून और वायरस के तीसरी लहर की तैयारी भी पूरी होने के प्रशासन द्वारा संकेत दिए जा रहे हैं।
मराठा आरक्षण का मुद्दा क्या कहता है ?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मराठा आरक्षण रद्द हो गया है। मराठा समाज को आरक्षण देने के लिए राज्य की ‘महाविकास अघाडी सरकार’ के हाथ में कुछ भी नहीं बचा। राज्य के मंत्री विजय वडेट्टीवार के मुताबिक केंद्र सरकार को संविधान संशोधन के 102 के तहत इस विषय पर निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा, कि “अदालत ने गायकवाड आयोग पर सवाल उठाये थे। इसे पुरानी सरकार की लापरवाही ही कहेंगे। उन्होंने चुनाव को देखते हुए जल्दबाजी में फैसला किया।” वहीं दूसरी ओर मराठा आरक्षण के लिए किसी नेता या संगठन ने मोर्चा निकाला तो राज्य सरकार के विपक्ष में बैठी भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी के झंडे-बैनर के बगैर मोर्चे में शामिल होने की जानकारी प्राप्त हो रही है।
सोमवार को पुणे में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, महाराष्ट्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, कि “भाजपा की स्पष्ट भूमिका है, किसी नेता अथवा संगठन ने मराठा समाज के हित में आंदोलन करता है, तो हम पार्टी के झंडे, बैनर व बिल्ला लगाए बगैर आम नागरिक के तौर पर आंदोलन में शामिल होंगे।” उन्होंने यह भी कहा, कि “भाजपा के जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी सहित सभी पार्टी कार्यकर्ता इसमे भाग लेंगे।” पाटिल ने सम्मेलन के दौरान यह भी कहा, कि “इस आंदोलन का राजनीति स्वरूप न हो इसलिए हम अपने झंडे का इस्तेमाल नहीं करेंगे। भाजपा मराठा आरक्षण के लिए होने वाले सभी अहिंसक आंदोलनो में पूरी ताकत के साथ शामिल होगी।”
देश में कोरोना के एक्टिव केस और मौत की संख्या में आई गिरावट
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में लगातार हालात बेहतर हो रहे हैं। पिछले 11 दिनों से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या नए मामलों से अधिक बनी हुई है। इसके चलते 10 दिनों में कोरोना के एक्टीव मामलों में 10 लाख से ज्यादा की कमी आई है। प्रतिदिन सामने आने वाले नए मामले भी करीब डेढ़ महीने बाद घटकर दो लाख से नीचे आ गए हैं। तमिलनाडु और बंगाल को छोड़कर लगभग देश के सभी राज्यों में दैनिक ‘कोरोना वायरस’ के मामलों में कमी आ रही हैं, कोरोना के कारण प्रतिदिन होने वाली मौत की संख्या भी घटकर चार हजार के नीचे आ गई है।
एक दिन पहले 4,454 लोगों की मौत हुई थीं। इसके अलावा ताज़ा जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में 592, कर्नाटक में 529, तमिलनाडु में 404, दिल्ली में 207, केरल में 196, उत्तर प्रदेश और बंगाल में 153-153, उत्तराखंड में 122 और राजस्थान में 103 और मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा कोरोना के अधिक एक्टीव मामलों में तमिलनाडु सबसे ज्यादा खतरे वाला राज्य बन गया है। जब कि दूसरे नंबर पर कर्नाटक और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र में मामले देखे जा रहे हैं।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.