मुंबई: दिमागी कमजोर आयुषी का शव वसई में मिला

मुंबई में बीते कई दिनों से लापता हुई दिमागी तौर से कमजोर आयुषी की लाश मिली है! मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है! परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने पहले 17 दिनों तक मुकदमा ही नहीं दर्ज किया!

विशेष संवाददाता
मुंबई
– मुंबई और रेलवे पुलिस की लापरवाही का मामला प्रकाश में आ रहा है! गंभीर मामले को भी हल्के में लेने के कारण शिकायतकर्ता को उच्च अधिकारीयों का अप्वॉईंटमेंट लेना पड़ रहा है! उच्च आदेश के बाद, दिमागी कमजोर जिस आयुषी मजेठीया की तलाश में कुछ दिनों से मुंबई पुलिस गंभीरता दिखाई है, दरअसल पुलिस की लापरवाही के चलते आयुषी उन्हें मृत अवस्था में मिली!

मामले के मुताबिक, मुंबई की चेम्बूर पुलिस स्टेशन में आयुषी के अपहरण का मामला दर्ज किया गया! 3 मई को चेम्बूर पुलिस को पता चला कि आयुषी की लाश 27 मार्च को वसई के एक गांव में मिली थी! जिसका पोस्टमार्टम करने के बाद उसी दिन उसे दफना भी दिया गया था!

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आयुषी लापता होने की हकिकत..

आयुषी की मां गीता मजेठीया ने बताया था, कि 25 मार्च को वो अपनी बेटी के साथ चेम्बूर के एक मंदिर गई थी, जहां से वापसी में वो लापता हो गई! जिसके बाद उन्होंने उसकी तलाश हर जगह की पर कहीं पता नहीं चला! बाद में चेम्बूर पुलिस स्टेशन में मिसिंग की कंप्लेन लिखवाई!

17 दिनों तक एफआईआर नहीं दर्ज करने का भाई ने लगाया आरोप..

आयुषी के भाई निशांत ने बताया, कि चेम्बूर पुलिस ने शुरुवात में बहुत लापरवाही दिखाई! उसने कहा, पुलिस एफआईआर तक रजिस्टर नहीं कर रही थी! निशांत ने पुलिस को बताया था की उनकी बहन की दिमागी हालात ठीक नहीं है, उसका खास खयाल रखने की जरूरत पड़ती है! इसके बावजूद चेम्बूर पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी करती रही!

पुलिस के रवैये को देख, निशांत ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा और तब जाकर उन्हें जॉइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर से मुलाकात करने का मौका मिला! उनके आदेश के बाद ही, चेम्बूर पुलिस ने 10 अप्रैल को आईपीसी की धारा 363 मामला दर्ज कर, जांच में तेजी लाई! निशांत ने यह भी बताया, कि अगर पुलिस ने पहले ही मामला दर्ज किया होता और आयुषी को ढूंढने की कोशिश की होती तो उनकी बहन को बचाया जा सकता था!

रेलवे पुलिस जीआरपी की हेल्पलाइन किसी काम की नही..

निशांत ने बताया कि जब पहले दिन मामला दर्ज करने चेम्बूर पुलिस स्टेशन गए, तभी उनके एक दोस्त का फ़ोन आया उसने बताया कि उसने आयुषी को कुर्ला स्टेशन पर अंधेरी की ट्रेन पकड़ते देखा! फिर वो अचानक से गायब हो गई! जिसके बाद उसने जीआरपी की हेल्पलाइन पर फोन किया! स्टेशन मास्टर की मदद मांगी पर किसी से मदद नही मिली!

इससे पहले पुलिस ने क्या कहा..

चेंबूर पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर अमोल कोलेकर ने बताया, कि “हमने लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की और पाया कि लड़की ने गलती से एक बस पकड़ ली थी, फिर उसे हमने शाम में कुर्ला स्टेशन के बाहर देखा! आयुषी ने फिर 4 बजे कुर्ला से लोकल ट्रेन के ज़रिए सीएसटी स्टेशन पहुंची! बाद में 4:35 मिनट की पनवेल की ट्रेन पकड़ी और 5:26 मिनट पर जब वो सानपाड़ा स्टेशन पहुंची तो ट्रेन में हंगामा करने लगी तभी वहां पर उसे एक महिला पुलिस कर्मी ने स्टेशन से बाहर निकालने की कोशिश की पर आयुषी ट्रेन से नहीं उतरी!

रेलवे पुलिस की एक और लापरवाही..

आयुषी के साथ नेरुल स्टेशन तक वो पुलिस कर्मी थी, जब ट्रेन पनवेल स्टेशन पहुंची वो बेहोश हो गई! ट्रेन के यात्रियों ने पुलिस को जानकारी दी जब पुलिस वहां पहुंची तब उसे होश आया और पुलिस ने उसे छोड़ दिया! आयुषी ने पनवेल स्टेशन से ही लगभग 6:31 पर अंधेरी की ट्रेन पकड़ी, उसी दौरान निशांत के दोस्त ने उसे पहचान लिया और उसका फोटो निकालकर उसके घर वालों को भेजा! बाद में 8:8 पर आयुषी बांद्रा स्टेशन उतर गई और फिर से दूसरी ट्रेन पकड़कर 8:16 पर सांताक्रुज स्टेशन उतरी! फिर 8:21 पर विरार जाने वाली ट्रेन पकड़ी और कांदिवली उतर गई! वहां से 8:40 की दूसरी विरार ट्रेन पकड़कर कहां चली गई कुछ पता नहीं चल रहा था!

कैसे और किस हाल में मिली आयुषी..

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कि चेम्बूर पुलिस जब मुंबई और आसपास के इलाकों में गुमशुदा और अज्ञात मृतकों का डाटा चेक कर रही थी उसी दौरान उन्हें वसई के वालिव पुलिस स्टेशन से पता चला कि उनके यहां 27 मार्च को एक अज्ञात लड़की की लाश मिली, ज़िसका एडीआर वालिव पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था! आयुषी की लाश कामन रोड रेलवे स्टेशन के पास एक पेड़ के नीचे मिली थी! उस लड़की के कपड़े और रंग आयुषी से मिलता जुलता था जिसके बाद चेम्बूर पुलिस ने 3 मई को इस बात की जानकारी आयुषी के घर वालों को दी!

वसई पुलिस ने भी कुछ नहीं किया..

आयुषी के भाई निशांत ने बताया, कि जब वो उस जगह गए जहां आयुषी की लाश मिली थी तब उन्हें गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने आयुषी को घूमते हुए देखा था, तब इस बात की जानकारी लोकल पुलिस को दी थी पर किसी ने कुछ नहीं किया! पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि आयुषी की मौत हेपिटाइटिस की वजह से हुई है! हेपिटाइटिस में मरीज के लीवर में सूजन होने के कारण दर्द बर्दाश्त नहीं कर पाता और सही समय पर इलाज नहीं मिलने से मौत तक हो जाती है!


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