Maharashtra school Reopening स्कूलों को खोलने की बड़ी खबर। राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दी अब तक की बड़ी जानकारी।
नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- कोरोना (Corona) की दोनों लहरों के दौरान देश में सबसे ज़्यादा प्रभावित शहर रहे महाराष्ट्र (Maharashtra) में अब हालात धीरे-धीरे बेहतर होते जा रहे हैं। हाल ही में संक्रमण (Viras) के चलते शहर में बिगड़े हालातों के मद्दे नज़र पाबंदियां लगाई गई हैं। इस बीच महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने महाराष्ट्र में स्कूल (Maharashtra Schools Reopening) एक बार फिर से खोलने का फैसला किया है। राज्य की शिक्षा मंत्री (Education Minister) वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) ने कहा है, कि “सोमवार 24 जनवरी 2022 से कक्षा 1 से 12 तक के लिए स्कूल खोले जाएंगे।”
Schools in areas where coronavirus cases are fewer can restart physical classes for Std 1st-12th and also start pre-primary classes from January 24 onwards. We are committed to safe resumption of schools in the state. #BackToSchool @MahaDGIPR pic.twitter.com/MesX5SNl5L
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) January 20, 2022
प्री-प्राइमरी खोलने का भी फैसला
राज्य में शिक्षा व्यवस्था को लेकर पिछले कुछ सालों के हालातों के बीच सबसे बड़ी खबर है, कि यहां फिर एक बार संपूर्ण बच्चों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। इसके साथ ही शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने बताया, कि “हमने प्री-प्राइमरी स्कूल खोलने का भी फैसला किया है।” उन्होंने कहा, कि “हम कोविड प्रोटोकॉल के साथ कक्षा 1 से कक्षा 12वीं के लिए स्कूल फिर से खोलेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हमारे प्रस्ताव पर सहमति जताई है।”
इससे पहले शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ने कहा था, कि “स्कूल शुरू (Schools Open) करने का प्रस्ताव (Proposal) स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) को मंजूरी के लिए भेजा है। स्कूल शुरू करने को लेकर अंतिम निर्णय गुरुवार को होने वाली कैबिनेट की मीटिंग (Cabinet Meeting) लिया जाएगा।”
प्रस्ताव की जानकारी
आप को बता दें, कि शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहे विभिन्न संगठन, संस्थाएं, विद्यार्थियों और अभिभावकों ने उन जगहों पर स्कूल शुरू करने की मांग की थी, जहां कोरोना का प्रकोप गंभीर स्थिति में नहीं फैला है। इस मांग को संज्ञान में लेते हुए, शिक्षा विभाग की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपे गए प्रस्ताव में कहा गया था कि, जिला अधिकारी और महानगरपालिका आयुक्त को विद्यालय की समीक्षा के बाद उसे शुरू करने का अधिकार दिया जाए।
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