इस्माइल शेख
मुंबई– नाबालिग से देह व्यापार कराने के जुर्म में मुंबई क्राईम ब्रांच ने घाटकोपर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं 7 साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न मामले में मुंबई से सटे नालासोपारा इलाके में पुलिस ने बेबी केयर सैंटर (Cradle house) चलाने वाली एक महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है।
बेबी केयर सैंटर में यौन उत्पीड़न
नालासोपारा के मामले में बच्ची की मां इमरजेंसी सेवा में काम करती है। इसलिए उसे नियमित तौर पर काम पर जाना पड़ता है। वह अपनी बेटी को घर के पास ही स्थित बेबी केयर सैंटर (पालनाघर) में छोड़कर जाती थी। इसे संचालित करने वाली महिला का पति बच्ची का पिछले डेढ़ महीने से यौन उत्पीड़न कर रहा था। लेकिन आरोपी की धमकी से डरी 7 वर्षीय बच्ची ने इसका खुलासा नहीं किया। लेकिन आरोपी की हरकतों से परेशान बच्ची ने आखिरकार इसकी जानकारी अपनी मां को दी। जानकारी प्राप्त होते ही बच्ची की मां ने नालासोपारा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर पॉक्सो और IPC की धाराओं के तहत बलात्कार के आरोप में FIR दर्ज कर महिला और उसके पति दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों को कोर्ट में पेशी के बाद 23 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि इस बेबी केयर सैंटर में और कितनी बच्चियां आती थी और क्या आरोपी ने उनके साथ भी अश्लील हरकत की है ?
घाटकोपर देह व्यापार का मामला
दूसरी तरफ मुंबई के घाटकोपर में नाबालिग बच्चीयों से देह व्यापार की जानकारी प्राप्त होते ही मुंबई पुलिस की क्राईम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक महिला है। पुलिस ने फर्जी NGO की मदद से फर्जी ग्राहक भेजकर शिरीष कुमार शेडगे और पूनम उर्फ नीलम जाधव नाम के आरोपियों को घाटकोपर इलाके में स्थित एक घर से धर दबोचा है। पुलिस के मुताबिक पूनम ने लड़की को पैसे का लालच देकर देह व्यापार के लिए तैयार किया था जबकि शिरीष ग्राहक खोजता था। शिरीष पेशे से इंटीरियर डिजाइनर है, लेकिन लॉकडाउन में उसने देह व्यापार का काम शुरू कर दिया था। आरोपियों के चंगुल से नाबालिग के अलावा दो और बालिग लड़कियों को भी पुलिस ने रिहा कराया गया है। मुंबई क्राईम ब्रांच ने आगे की कार्रवाई के लिए आरोपियों को घाटकोपर पुलिस के हवाले कर दिया।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.