- राज्यातील आपत्कालिन स्थितीबाबत उपमुख्यमंत्र्यांची संरक्षणमंत्री राजनाथसिंह यांच्याशी दुरध्वनीवरुन चर्चा
- उपमुख्यमंत्री ने फोन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आपात स्थिति की चर्चा की
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को राज्य के बारिश प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्यों के लिए सैन्य सहायता का आश्वासन दिया।
- रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी के रूप में सहायता और पुनर्वास सचिव असीम गुप्ता की जिम्मेदारी
- मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मुख्य सचिव द्वारा आपात स्थिति की लगातार समीक्षा
- बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने के लिए
- राज्य और जिला प्रशासन के प्रयास
- जिला संरक्षक मंत्री ने जनप्रतिनिधियों को स्थिति बहाल होने तक जिले से बाहर न निकलने के निर्देश दिए
नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- 23 जुलाई 2021 शुक्रवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से टेलीफोन पर बात कर उन्हें रायगढ़, रत्नागिरी, सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया।
दिल्ली से केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को आश्वासन दिया है कि भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में सेना को तत्काल सहायता प्रदान की गई है। इसके साथ ही सैन्यदल की अधिक मदद उपलब्ध किए जाएंगे।
राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों पर रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय करने के लिए राहत और पुनर्वास विभाग के सचिव असीम गुप्ता को नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया है। राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे खुद बचाव और मदद कार्य देख रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि, “मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं और आवश्यक निर्देश तुरंत दिए जा रहे हैं।” महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पूरे राज्य में हो रही भारी बारिश और इससे उत्पन्न आपात स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
रायगढ़ जिला के संरक्षक मंत्री अदितिताई तटकरे, रत्नागिरी संरक्षक मंत्री अनिल परब, सिंधुदुर्ग संरक्षण मंत्री उदय सामंत, सातारा के संरक्षक मंत्री बालासाहेब पाटिल, राज्य मंत्री शंभूराज देसाई, विधायक अनिकेत तटकरे, भरत गोगावले, भास्कर जाधव, शेखर निकम आदी जनप्रतिनिधियों ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में भाग लिया। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उनसे और सांसद सुनील तटकरे और जिला कलेक्टर से स्थिति का जायज़ा लिया।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंत्रियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को प्रभावित नागरिकों को तत्काल आवश्यक सहायता प्रदान करने और स्थिति बहाल होने तक जिला नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
कोयना बांध क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बांध का जलस्तर बढ़ रहा है और सतारा, सांगली तथा कोल्हापुर जिलों के नदी किनारे के गांवों के नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल खुद कोयना बांध के जलस्तर पर नजर रख रहे हैं और अलमट्टी बांध प्रबंधन से भी संपर्क में हैं।
सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों में स्थिति को नियंत्रित करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। महाड, पोलादपुर, खेड़, चिपलून, गुहागर, पाटन, शिराला, कोल्हापुर जैसे कई शहरों में स्थिति गंभीर है और फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए जिला प्रशासन, एनडीआरएफ (NDRF) और सेना को बुलाया जा रहा है! उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने यह भी बताया कि, “सेना और नौसेना ने भी बचाव और राहत कार्यों में भाग लिया है और सेना को जरूरत के हिसाब से और सहायता प्रदान की गई है।”
जिला प्रशासन को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़क बहजाने और भूस्खलन के कारण संपर्क टूटे हुए गांवों के निवासियों को निकालने और भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही राज्य के उपमुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि, “स्थानीय नागरिकों और गैर सरकारी संगठनों को भी आपात स्थिति में अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावित नागरिकों के बचाव और राहत कार्य में सहयोग करना चाहिए।”
इसके अलावा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बारिश प्रभावित इलाकों के लोगों से अपील की है कि वे किसी सुरक्षित स्थान पर शरण न लें और स्थिति सामान्य होने तक वहां से न निकलें। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी आपदा से प्रभावित लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की मदद के लिए पुलिस या स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से संपर्क करें।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.