गोरेगांव के वीर सावरकर ब्रिज पर प्रस्तावित डबल डेकर ब्रिज के निर्माण को लेकर विवाद बढ़ा। BMC ने IIT बॉम्बे को नई डिज़ाइन भेजकर तकनीकी मंजूरी मांगी है ताकि मौजूदा फ्लाईओवर तोड़े बिना नया ब्रिज बनाया जा सके। स्थानीय लोगों और नेताओं के विरोध के बाद यह कदम उठाया गया।
मुंबई: गोरेगांव के वीर सावरकर ब्रिज जंक्शन पर बनने वाले डबल डेकर ब्रिज को लेकर BMC ने नया विकल्प पेश करते हुए IIT बॉम्बे से टेक्निकल अप्रूवल मांगा है। यह डिज़ाइन ऐसी है जिसमें मौजूदा फ्लाईओवर को तोड़े बिना माइंडस्पेस–मालाड कनेक्टर को GMLR (गोरगांव-मुलुंड लिंक रोड) से जोड़ा जा सके। फ्लाईओवर को गिराने के प्रस्ताव का स्थानीय नागरिकों और पक्ष विपक्ष दोनों विधायकों ने कड़ा विरोध किया था, जिसके बाद BMC ने यह संशोधित प्रस्ताव भेजा है।
🔹 BMC ने बदल दिया पूरा प्लान — अब मंजूरी IIT-B के हाथ में
BMC अधिकारियों के अनुसार पहले योजना थी कि मौजूदा वीर सावरकर फ्लाईओवर को तोड़कर उसके स्थान पर एक ही पियर पर आधारित दो-लेवल वाले डबल डेकर ब्रिज का निर्माण किया जाए।
लेकिन कड़े विरोध और राजनीतिक दबाव के चलते अब BMC ने नई डिज़ाइन तैयार करवाई है, जिसमें पुराना फ्लाईओवर बने रहने देगा और उसके साथ अलग पियर पर नया डबल डेकर ब्रिज खड़ा किया जाएगा।
अब यह संशोधित डिजाइन IIT बॉम्बे के पास समीक्षा के लिए भेजा गया है।
🔹 BMC की दुविधा — इंजीनियरिंग आसान या जनता की सहूलियत?
BMC की इंटरनल रिपोर्ट में साफ लिखा है —
✔ अगर पुराना फ्लाईओवर हटाया जाए तो निर्माण सीधा और संरचनात्मक रूप से बेहतर होगा।
✔ दोनों लेवल एक ही पियर पर टिकेंगे, जिससे जगह बचेगी।
लेकिन,
✘ फ्लाईओवर बचाने पर दो पियर बनेंगे
✘ रोड स्पेस कम होगा — सड़क संकरी हो सकती है
✘ मोटरिस्ट को भविष्य में ट्रैफिक प्रेशर झेलना पड़ सकता है
🔹 स्थानीय लोग और नेता क्यों विरोध कर रहे हैं?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि:
▪ फ्लाईओवर केवल 7 साल पहले ₹27 करोड़ खर्च करके बनाया गया था
▪ इसे हटाना जनता के टैक्स के पैसे की बर्बादी होगी
▪ गोरेगांव और मालाड में ट्रैफिक का बोझ पहले से भारी है — फ्लाईओवर हटाने से भारी जाम लगेगा
विरोध की अगुआई कर रहे हैं:
🟢 बीजेपी MLA विद्या ठाकुर
🔵 कांग्रेस MLA असलम शेख
दोनों आगामी बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) चुनाव को देखते हुए किसी भी ऐसे कदम के समर्थन में नहीं आना चाहते जिससे जनता नाराज़ हो।
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🔹 काम जारी है — दिंडोशी साइड पर कंस्ट्रक्शन नहीं रुकेगा
BMC के अनुसार,
✔ दिंडोशी साइड पर जहां से नया कनेक्टर GMLR से जुड़ेगा — काम पहले ही शुरू किया जा चुका है
✔ वहां पाइलिंग का कार्य चल रहा है
✔ यह हिस्सा सावरकर ब्रिज से लगभग 1 किलोमीटर दूर है
इसलिए फ्लाईओवर रहे या हटे, दिंडोशी वाला काम नहीं रुकेगा।
❓ FAQ — गोरगांव डबल डेकर ब्रिज विवाद
| प्रश्न | उत्तर |
|---|---|
| नया प्रोजेक्ट किस कारण विवाद में है? | पुराने फ्लाईओवर को तोड़कर नया ब्रिज बनाने की योजना के कारण। |
| BMC ने क्या कदम उठाया? | संशोधित डिज़ाइन IIT बॉम्बे को तकनीकी जांच के लिए भेजी। |
| स्थानीय लोग और नेता क्यों विरोध कर रहे हैं? | फ्लाईओवर हटाने से ट्रैफिक बढ़ेगा और करोड़ों का खर्च बर्बाद होगा। |
| क्या निर्माण कार्य बंद हो गया है? | नहीं, डिंडोशी साइड पर काम जारी है। |
| अंतिम निर्णय कौन करेगा? | IIT बॉम्बे की तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर BMC निर्णय लेगी। |
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