- फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने मनपा के सम्बंधित विभागों से मांगा जवाब
- दोषियों पर मामला दर्ज करने हेतु अप्पर पुलिस आयुक्त ने बोरीवली पुलिस को दिया आदेश
- दहिसर में मुंबई का दूसरा आदर्श घोटाला
इस्माईल शेख
मुंबई- दहिसर पश्चिम में सेफ होटल के सामने बने फायर ब्रिगेड और उसके बगल में निर्माणाधीन 19 मंजिला ईमारत को लेकर जो दस्तावेज सामने आये हैं, उससे मुंबई के सरकारी महकमों में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल फिर एक बार खुलकर सामने आयी है!
कोई ठोस कार्रवाई अभीतक नहीं
भानुदास लक्षमण म्हात्रे के मालिकाना हक़ की जमीन {फेरफार क्रमांक 7335, 4हजार 23 चौ. मीटर} एक एकड़ जमीन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बिल्डर राजेश सुभाष म्हात्रे ने अधिकारियों की मिली भगत से अपने नाम पर ट्रांसफर करावा लिया है. ऐसा सनसनीखेज आरोप भानुदास लक्षमण म्हात्रे ने लगाते हुए, इस मामले की शिकायत मुंबई उपनगर जिलाधिकारी सहित बोरीवली के तहसीलदार के पास लिखित रूप में कर न्याय की गुहार लगाई है. लेकिन २ साल बीत जाने के बावजूद भी तहसीलदार कार्यालय, मुंबई मनपा, बिल्डिंग प्रपोजल डिपार्टमेंट इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई अभीतक नहीं कर पाया है.
जाँच होनी चाहिए..
मुंबई उपनगर जिलाधिकारी सचिन कुर्वे ने उक्त मामले में सभी दस्तावेजों का अवलोकन करने के बाद फरवरी 2019 में एक पत्र जारी कर लिखित रूप में स्वीकार्य किया है, की फेरफार क्रमांक 7335 की जमीन में श्री गणेश कंस्ट्रक्शन कम्पनी के भागीदार भानुदास लक्षमण म्हात्रे के नाम पर ही होना चाहिये था. उसे मल्हार कन्सट्रशन्स कंपनी के मालिक राजेश सुभाष म्हात्रे को कैसे हस्तांतरित की गयी है. इस बात की जाँच होनी चाहिए! बावजूद इसके आजतक इस मामले में कोई भी कार्रवाई दोषी बिल्डर राजेश सुभाष म्हात्रे और उनके सहयोगी अधिकारियों पर क्यों नहीं की गयी | ऐसा सवाल स्वतंत्रता सेनानी सखाराम दत्तू म्हात्रे के पोते पीड़ित भानुदास लक्षमण म्हात्रे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री माननीय उद्धवजी ठाकरे ,नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे एवं सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने उठाया है!
क्यों कि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने हेतु महाराष्ट्र विधान परिषद के तत्कालीन विरोधी पक्ष नेता धनजंय मुंडे, भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन महसूल मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल, तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी भी संबंधित अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये पत्र लिख चुके हैं! बावजूद इसके मनपा अधिकारियों ने गांव दहिसर,न.भू. क्रमांक 115 (पार्ट), सर्वे न.314/12 पर निर्माणाधीन इमारत का काम रोकने हेतु आजतक नोटिस जारी नही किया है!
कानूनी कार्यवाही नहीं कि गयी
जिसके कारण परेशान भानुदास लक्षमण म्हात्रे का परिवार बिल्डिंग प्रपोजल डिपार्टमेंट, तहसीलदार और मनपा अधिकारियों के विरुद्ध आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है!
वही दूसरी तरफ भानुदास लक्षमण म्हात्रे का शिकायत पत्र मिलने के बाद मुंबई फायर ब्रिगेड विभाग ने इस मामले में संबंधित विभागों से तत्काल जवाब मांगा है! लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी अभीतक इस मामले में कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं कि गयी. जिसके कारण भानुदास लक्षमण म्हात्रे के साथ बार बार अन्याय होने की बात साफ हो रही है!
रीट पिटिशन की तैयारी
इस मामले में मनपा के इमारत प्रस्ताव प.उ.2 के सहायक अभियंता परेश पांचाल की जांच कराने की मांग, मनपा आयुक्त और महापौर के पास की गई है! लेकिन अभीतक इस पर भी कोई कार्रवाई नही हो पाई है! गांव दहिसर,न.भू. क्रमांक 115 (पार्ट) की जमीन पर 19 मंजिला इमारत का कार्य जारी है, मनपा आयुक्त से इसकी ओसी रोकने की मांग भानुदास म्हात्रे ने लिखित रूप में किया उस पर भी कार्रवाई नही की गई! उक्त मामला सिटी सिविल कोर्ट में प्रलंबित होने के बावजूद भी मनपा इस निर्माणाधीन विवादित ईमारत का निर्माण कार्य नही रोक रही है!
बीएस डुम्बरे तलाठी और मंडल अधिकारी सिद्धार्थ कांबले, तलाठी आर.एस कचरे और के.एन पवार मंडल अधिकारी सहित इस समय बिल्डिंग प्रपोजल विभाग में इस मामले से संबंधित अधिकारियों की जांच कड़ी क़ानूनी कार्यवाई करने की मांग पीड़ित स्वतंत्रता सेनानी के परिवार ने किया है। पीड़ित भानुदास लक्षमण म्हात्रे जल्द ही इस मामले में मुंबई हाई कोर्ट में एक रीट पिटिशन दायर करने की तैयारी कर रहे हैं!
नोट: कुछ जरूरी इस मामले से संबंधित जानकारी..
- 1- निबंधक भागीदारी संस्था का झूठा पत्र बनाकर एवं उसके ऊपर सरकारी दफ्तर जा फर्जी मोहर एवं सिक्का मारकर, गलत तरीके से उक्त जमीन को” मल्हार कन्सट्रक्शन के नाम पर ट्रांफेर करने का कार्य किया गया है। भानुदास लक्षमण म्हात्रे ने इस बारे में जब निबंधक भागीदारी संस्था से लिखित रूप से जवाब मांगा था,उसमें उक्त विभाग की तरफ से साफ शब्दों में लिखित में बताया गया है कि हमारे विभाग के तरफ से इस तरह के पत्र इश्यू नही किये जाते हैं, हमारे विभाग के तरफ से इस तरफ का कोई पत्र जारी नही किया गया है,नाम बदली करने हेतु नमूना -ब , फार्म भरकर आगे की कार्रवाई की जाती है।
- 2- नोदनीकृत दस्त को रजिस्टर्ड करने में बोरीवली-7,बोरीवली-3,के रजिस्टार ने अपने पद का दुरुपयोग किया है,उन्ही रजिस्टर्ड दस्तावेजों के आधार पर आरोपी राजेश म्हात्रे सभी सरकारी महकमों को गुमराह कर रहा है।
- 3-पीड़ित परिवार महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों से भी इस मामले में मिलकर न्याय की गुहार लगा चुका है,परंतु आजतक कोई भी न्याय नही मिला है।जिसके कारण अब इस प्रकरण की सीबीआई जांच हेतु केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर अपनी पीड़ा व्यक्त करने की बात भी भानुदास म्हात्रे ने कही है।
- 4-इस मामले मे संबंधित विभागों की लेट लतीफी से परेशान भानुदास लक्षमण म्हात्रे न्याय के लिये मानवीय हक्क आयोग,लोक आयुक्त,एंटी करप्शन व्यूरो में मदद हेतु पहले ही गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकारी काम काज की गति काफी धीमी होने के कारण उनका नम्बर कब आयेगा, इस बात की आशंका पीड़ित भानुदास लक्षमण म्हात्रे को है।
- 5-बोरीवली पुलिस को इस मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने हेतु वरिष्ठ लीगों ने निर्देश दिये हैं, बावजूद इसके बोरीवली के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक और जांच अधिकारी ने अभीतक कुछ भी कार्रवाई नही की है।
- 6- ओबीसी समाज से होने के कारण अब तक मुझे न्याय नही मिल पाया है,सरकारी विभागों में जातिवाद काफी हॉबी है, इस मामले को सामाजिक न्यायमंत्री धनंजय मुंडे जी गंभीरता से देखे और नियम के तहत इस मामले में कमिश्नर को कार्रवाई करने का आदेश दे, ऐसी अपील भी पीड़ित भानुदास लक्षमण म्हात्रे ने की है।
- 7- इस मामले में आर्किटेक संजय नबे का लाइसेंस रद्द किया जाये, ऐसी शिकायत भी कई बार भानुदास लक्षमण म्हात्रे ने लिखित रूप से बिल्डिंग प्रपोजल विभाग में किया है। लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई अबतक नही की गई है। आरटीआई के माध्यम से जब कोई जानकारी इस संबंध मे मांगी जाती है, तो गोल मोल जवाब देकर गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
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