नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई – देश की जानी-मानी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के बीच अंतर्कलह का माहौल और अधिक बढ़ता जा रहा है। आए दिन इसके खुलासे हो रहे हैं। केंद्रीय स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के विरोधी स्वर गुंजने लगे है।
फिलहाल राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के बाद मुंबई में भी अंतर्कलह से जूझ रही है। मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विश्व बंधु राय ने पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है, कि “मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप उत्तर भारत के लोगों की पीड़ा को अनदेखा कर रहे हैं और जब उनके साथ अत्याचार होता है, तो कांग्रेस आवाज तक नहीं उठाती है।”
पत्र में उन्होंने शिकायत का खुलासा करते हुए कहा है, कि “भाई जगताप ने उत्तर भारतीय पंचायत की शुरुआत की है लेकिन इसको लेकर उत्तर भारत के नेताओं से कोई संपर्क नहीं किया गया और उनकी उपेक्षा की गई है। इसमें भी मनमानी हुई और सिर्फ खानापूर्ति के लिए ही यह कदम उठाया गया है।” अपनी शिकायत में उन्होंने कहा, कि “मुंबई में आए दिन उत्तर भारत के लोगों को प्रताड़ित किया जाता है लेकिन पार्टी में उनकी पीड़ा को लेकर उनकी बात नही सुनी जाती है।”
कांग्रेसी नेता विश्व बंधु राय ने कहा, कि “जल्द ही बृहन्मुंबई महानगर पालिका के चुनाव होने वाले हैं। बीएमसी (BMC) द्वारा सबसे ज्यादा प्रताड़ित उत्तर भारत के लोगों को किया जाता है तब प्रदेश अध्यक्ष चुप रहते हैं।” पत्र में उन्होंने यह भी कहा, कि “हाल ही में बंद के दौरान उत्तर भारतीयों की पिटाई हुई है लेकिन प्रदेश अध्यक्ष ने कुछ नहीं बोला और उन्हीं ने पार्टी के प्रभारी एच.सी. पाटिल पर भी हमला किया और कहा कि उन्हें न मराठी आती है और ना ही हिंदी आती है तो वह लोगो की समस्या कैसे सुनेंगे।”
वरिष्ठ नेता विश्व बंधु राय ने यह भी कहा, कि “मुंबई में उत्तर भारतीयों की संख्या बहुत ज्यादा है और वे कई सीटों पर प्रभावशाली है, इसके बावजूद मुंबई कांग्रेस में उत्तर भारतीयों की उपेक्षा की गई है।” राय ने पार्टी अध्यक्षा सोनीया गांधी से मुंबई में कांग्रेस की मजबूती के लिए उत्तर भारत के लोगों को महत्व देने की अपील की है और कहा है, कि “इस बारे मे मुंबई प्रदेश अध्यक्ष को निर्देश दिया जाना चाहिए।”
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