इस्माइल शेख
मुंबई- गोरेगांव पूर्व (Goregoan East) के आरे (Aarey) परिसर (Area) को वन क्षेत्र घोषित किये जाने के बावजूद यहां नीजी बिल्डर द्वारा पर्यावरण (Environment) को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसकी शिकायत नारायण राणे (Narayan Rane) समर्थक महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष (Maharashtra Swabhiman Party) के नेता दाऊद शेख (Dawood Shaikh) ने आरे (Aarey) के मुख्य कार्यकारी अधिकार (CEO) रविन्द्र पवार (Ravindra Pawar) को की है।
शिकायत मिलने के बावजूद बिल्डर (Builder) के पर्यावरण (Environment) को नुकसान पहुचाए जाने पर कार्यवाही (Action) का न करना, यहां भ्रष्टाचार (Corruption) को उजागर कर रहा है। बता दें कि आरे परिसर (Aarey Area) से सटा ‘रॉयल पॉम’ (Royal Palms) लगभग 35 से 40 इमारतों (Buildings) का कॉम्प्लेक्स (Complex) है। यहां लगभग 20 हजार परिवार का मल-मूत्र और गंदा पानी आरे के परिसर (Aarey Area) में गैर कानूनी बहाया जा रहा है। जब कि बिल्डर को इसके लिए प्रशासनिक ड्रेनेज लाईन का इस्तेमाल करना था। लेकिन बिल्डर अपने फायदे के चक्कर में आरे (Aarey) को गंदा कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रॉयल पॉम कॉम्प्लेक्स (Royal palms Complex) के भीतर ऐसे कितने ही इमारत (Building) को प्रमाणित बृहन्मुंबई महानगर पालिका (MCGM) द्वारा पूर्णत्व प्रमाण पत्र नहीं मिला है। यानी (BMC) ओक्यूपेशन सर्टीफिकेट (Occupation Certificate) नहीं मिला प्रशासनिक लफ्ज़ों मे कहें, तो बिल्डर ने इमारत को बनाने में खुद का फायदा देखते हुए ऐसे कई गड़बडियां की है जिस कारण इमारत लोगों के लिए रहने लायक नहीं है। (The Building Is Not Fit For People To Live In)
फिलहाल महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष (Maharashtra Swabhiman Party) के नेता दाऊद शेख (Dawood Shaikh) प्रशासन को जगाने और पर्यावरण (Environment) को संरक्षित (protected) करने के लिए आंदोलन (Protest) किए जाने की बात कर रहे हैं। इस सिलसिले में आरे के मुख्य कार्यकारी अधिकार (CEO) रविन्द्र पवार (Ravindra Pawar) से जानकारी प्राप्त करने गए तो पवार अपनी ऑफिस से नदारद मिले।
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