मुंबई में BMC का ₹204 करोड़ का बांद्रा-धारावी ब्रिज प्रोजेक्ट ट्रैफिक को कम करने की दिशा में कदम है। ब्रिज का पश्चिमी हिस्सा नवंबर में तैयार होगा, पूरा प्रोजेक्ट दिसंबर 2027 तक पूरा होने की योजना।
मुंबई: शहर की भीड़-भाड़ और ट्रैफिक जाम को देखते हुए, बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने मिठी नदी पर बाँद्रा और धारावी को जोड़ने वाले पुराने पुल को तोड़कर नया ब्रिज बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसका मकसद सिर्फ नदी को चौड़ा करना नहीं है, बल्कि ट्रैफिक को सुगम बनाना और यात्रियों का समय बचाना भी है।
ब्रिज की संरचना और डिजाइन विशेषताएँ
- नया ब्रिज 198 मीटर लंबा होगा।
- वाहन-आवागमन के लिए 10 लेन का कैरिजवे होगा।
- सुपरस्ट्रक्चर होगा कॉम्पोजिट स्टील से, स्टील गर्डर के साथ; ब्रिज की डेक होगी कंक्रीट की।
कार्य विभाजन: दो चरणों में पूरा प्रोजेक्ट
चरण 1 (पहला फेज़):
- ब्रिज के पश्चिमी हिस्से में काम किया जा रहा है और यह हिस्सा 30 नवंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा।
- लगभग 90% काम पहले चरण में हो चुका है।
- इस चरण के पूरा होने के बाद, कुछ दक्षिण की ओर की लेन खुलेगी जिससे महिम कॉजवे की ओर सुलभ पहुंच होगी।
चरण 2:
- इसकी शुरुआत पहले चरण के बाद होगी। इसमें ब्रिज के पूर्वी हिस्से का काम होगा, साथ ही पुराने हिस्से को ध्वस्त कर नया बनाया जाएगा।
- पूरा प्रोजेक्ट दिसंबर 2027 तक खत्म होने की योजना है।
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बजट और लागत उलेखनीय तथ्य
- कुल परियोजना लागत है ₹204 करोड़।
- पहला चरण (पश्चिमी हिस्सा) लगभग ₹42 करोड़ खर्च करेगा।
- दूसरा चरण (पूर्वी हिस्सा + पुराने हिस्से की पुनःनिर्माण) बाकी का लगभग ₹162 करोड़ अपडेट में आवश्यकता होगी।
ऑफ़िशियल बयान और प्राथमिकताएँ
- BMC के अधिकारियों ने कहा है कि अक्टूबर-नवंबर के बीच पहले चरण को पूरी तरह कार्य-क्षम बनाना है, ताकि ट्रैफिक को तुरंत राहत मिल सके।
- “चिटले कमिटी” की रिपोर्ट के अनुसार मिठी नदी को चौड़ा करने की ज़रूरत थी — इसी दिशा में यह ब्रिज प्रोजेक्ट है।
- अधिकारियों ने यह भी निर्देश दिए हैं कि ट्रैफिक विभाग से ज़रूरी NOC और अन्य अनुमति समय से ली जाए, और काम के दौरान नागरिकों को अधिक असुविधा न हो।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: ब्रिज कब पूरी तरह खुल जाएगा?
A: पहला चरण (पश्चिमी हिस्से) 30 नवंबर 2025 तक खुलने की संभावना है। पूरा ब्रिज दिसंबर 2027 तक पूरा होगा।
Q2: इस ब्रिज से कितनी लेन होंगी और ट्रैफिक में किस तरह की राहत मिलेगी?
A: पूरा ब्रिज बनने पर 10 लेन की व्यवस्था होगी। पहले चरण खुलने के बाद दक्षिण की कुछ लेन महिम कॉजवे के लिए खुलेंगी, जिससे वर्तमान ट्रैफिक बोझ कम होगा।
Q3: ब्रिज का खर्च कितना होगा?
A: कुल लागत लगभग ₹204 करोड़ है; पहला चरण ₹42 करोड़ का और दूसरा चरण ₹162 करोड़ का है।
Q4: काम के दौरान यात्रियों को क्या असुविधा हो सकती है?
A: संभवतः कुछ लेन बंद होंगी; ट्रैफिक रूट बदले जाएंगे; अधिकारी ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि NOC आदि समय से हो और काम के दौरान सामान्य जीवन ज़्यादा प्रभावित न हो।
निष्कर्ष
मुंबईवासियों के लिए यह ब्रिज प्रोजेक्ट ट्रैफिक जाम से राहत का एक बड़ा कदम है। यदि पहली फेज़ समय पर पूरी होती है, तो बांद्रा और धारावी के बीच आवागमन ज़रूर आसान होगा। दिसंबर – 2027 तक पूरी परियोजना पूरी होने के बाद महिम कॉजवे से कनेक्टिविटी बेहतर होगी, यात्रा समय कम होगा, इंधन की बचत होगी और शहर की ट्रैफिक स्थिति में सुधार आएगा।
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