सौ दिन में स्विस बैंकों में जमा लाखों करोड़ कालाधन कहां चला गया? हर भारतीय के बैंक खाते में पंद्रह लाख क्यों नहीं आए? खाद्य तेल इतना महंगा क्यों है? नोटबंदी से बाहर निकला कालाधन कहां है? नई करेंसी छापी गई जिसमें कई करोड़ मूल्य की दो हजार और पांच सौ की करेंसी बाजार से बाहर कहीं स्विस बैंक में तो जमा नहीं हो गईं? नोट बंदी के समय ठंड में चार हजार लेने में सैकड़ों लोग क्यों मरे? एक भी विधायक सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री, बड़े सरकारी अधिकारी और व्यापारी बैंकों की लाइन में क्यों नहीं लगे? क्या वे ही ईमानदार हैं और आम जनता चोर है? सौ स्मार्ट सिटी कितने वर्षों में बनेगी, बनेगी या नहीं बनेगी? किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई उलटे प्याज और टमाटर की लागत मूल्य नहीं मिलने से फेंकने की नौबत क्यों आई? देश में 2014 के बाद कितने किसानों ने आत्महत्या की और क्यों? आटा दाल चावल साबुन तेल पर जी.एस.टी क्यों?
आठ वर्षों से देश में गरीब 84% क्यों हैं जिन्हें राशन मिलता है। पूंजीपतियों के बैंक कर्ज के दस लाख करोड़ माफ़ क्यों किए गए? खाद बीज पेस्टीसाइज़, पेट्रोल डीजल बिजली महंगी क्यों की जा रही? दो दिन पूर्व ही रसोई गैस के मूल्य 50 रुपये क्यों बढ़े? आठ वर्षों में लाखों किसानों ने आत्महत्याएं क्यों की? मंहगाई क्यों बढ़ रही? दो करोड़ लोगों को हर वर्ष रोजगार देने के वादे थे सिर्फ आठ लाख को ही नौकरी क्यों?
जवाब दें। पूछता है भारत।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Pingback: किसानों को खाद खरीदते समय उनके जाति को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं!