इस्माईल शेख
मुंबई- रेलवे का 5 करोड़ रुपए का इंजन गायब हो गया है। इसको लेकर रेलवे के एक ठेकेदार ने उप-ठेकेदार के खिलाफ वडाला ट्रक टर्मिनल पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। रेलवे ने जेबी ग्रेन डीलर्स एसोसिएशन को 27 अप्रैल को एक ठेका (contract) दिया था। करार के तहत ठेकेदार को एक रेल इंजन मुंबई से कालका और वहां से वापस मुंबई लाना था। लेकिन ‘जेबी ग्रेन’ ने रेलवे को बिना बताए ‘राधा रोडवेज’ (उप-ठेकेदार) को 4 लाख 25 रुपए का ठेका दे दिया।
5 करोड़ का रेलवे इंजन
राधा रोडवेज ने 27 अप्रैल को परेल वर्कशॉप से रेलवे इंजन लोड किया और कालका में डिलीवरी की। रेलवे के मुताबिक इंजन थोड़ा डैमेज था। दो मई को ‘राधा रोडवेज’ ने मुंबई लाने के लिए कालका से एक पुराना इंजन लोड किया। लेकिन यह इंजन अब तक मुंबई नहीं पहुंचा है। पुलिस को दिए जानकारी और प्राथमिकी में ‘जेबी ग्रेन’ ने दावा किया, कि उसने ‘राधा रोडवेज’ को 29 अप्रैल से 17 मई के बीच 4 लाख रुपए का भुगतान कर दिया है। बाकी 25 हजार रुपए का भुगतान इंजन पहुंचने के बाद करना था।
‘राधा रोडवेज’ का कहना है, कि उन्हें भुगतान विलंब से मिला और अभी 60 हजार रुपए बाकी हैं। जब तक भुगतान नहीं मिलेगा, तब तक ‘राधा रोडवेज’ इंजन की डिलीवरी नहीं कर पाएगा। अब मामला पुलिस स्टेशन पहुंच गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वडाला ट्रक टर्मिनल थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर आरगडे ने बताया, कि “दोनों के बीच पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद है। रेलवे इंजन जल्द मुंबई पहुंच जाएगा, जो रास्ते में है।” 5 करोड़ का रेलवे इंजन बताया जा रहा है।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने बताया, कि “रेलवे ने ‘जेबी ग्रेन’ को ठेका दिया था। हमारा जो नया इंजन परेल वर्कशॉप से कालका पंहुचा, वह थोड़ा डैमेज पाया गया। इसलिए हमने ठेकेदार को जुर्माना भरने के लिए कहा है।” उन्होंने आगे कहा, कि “कालका से निकला इंजन अभी तक परेल वर्कशॉप नहीं पंहुचा है।”
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