वी बी माणिक
मुंबई– अब फिर से कोरोना बढ़ने का अफवाह फैलाकर आम जनता को एक बार फिर डराने की साजिश रची जा रही है। महाराष्ट्र सरकार कल यानी सोमवार को मंत्रालय में एक बैठक बुलाकर राज्य के सभी मनपा आयुक्तों को निर्देश जारी कर दिया है, कि अस्पतालों में सभी कर्मचारी मास्क लगाकर ड्यूटी करेंगे और साथ ही कोविड़ की सभी गाइड लाइन का पालन किया जाएगा।
इसके साथ ही जनमानस को कोरोना की वही पुरानी घिसी-पिटी गाइड लाइन का पालन करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। सभी वरिष्ठ नागरिकों को सख्ती से नियम का पालन करवाने को कहा गया है। अब प्रश्न ये उठता है कि कोरोना क्या है? इसका इलाज क्या है? ये कोई वायरस है? या छुआछूत की बीमारी है? इसकी जानकारी किसी को नही है। न तो कोई डॉक्टर या कोई अधिकारी बताने को तैयार है और पिछले 4 से 5 दिनों से कोरोना मरीजो की संख्या एकदम तेजी से बढ़ता जा रहा है। कुछ की मौत की भी जानकारी मिल रही है। इससे आम जनता में फिर से भय का माहौल दिखाई पड़ रहा है।
कोरोना का डर…
पिछले कोरोना काल के बाद से अभी तक धंधा व्यापार गरीबो की छोटी मोटी नौकरी करके अपना परिवार चलाने वाले लोग सुधर नही पाए हैं, कि वापस कोरोना की बीमारी फैलने का डर सरकार ने फैलाना शुरू कर दिया है। इस बार कोरोना बढ़ा तो काफी लोग अपने प्राण गवाँ बैठेंगे वहीं दूसरी ओर केंद्र और राज्य सरकार को काफी नुकसान होगा। जिनको अन्य बीमारियां है उसका इलाज नहीं कर पाएंगे और इससे मौत के आँकड़े में बढोत्तरी होने लगेगी।
सरकार को इस कोरोना बीमारी पर गम्भीरता से विचार कर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है और डर का माहौल खत्म करना चाहिए डॉक्टरों को कड़े निर्देश देने की आवश्यकता है कि जिस मरीज को जो बीमारी है उसका इलाज करें उसको कोरोना से डराये नही ताकि हर व्यक्ति अपने को सुरक्षित महसूस कर सके।
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