इस्माइल शेख
मुंबई- कालाचौकी पुलिस थाने की हद में एक ओला टैक्सी चालक (Ola Taxi Driver) की पिटाई और छीना-झपटी मामले में मुंबई क्राईम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) युनिट 4 अंटॉपहील के पुलिस अधिकारियों ने पुणे शहर से 2 लोगों को वारदात के 48 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर कालाचौकी पुलिस (Police) के हवाले किया। ये दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद पुणे (Pune) भाग गए थे। खासकर कालाचौकी पुलिस को अपराध (Crime) की जांच में किसी भी तरह का सुराग नहीं मिल पाया था। पुलिस मामले को सुलझाने में असफल हो रही थी।
क्या है मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, पुणे शहर (Pune City) से गिरफ्तार दोनों आकोपियों ने अपने और साथियों के साथ 23 फरवरी 2022 को मुंबई शहर (Mumbai City) के लिए ओला टैक्सी (Ola Taxi) बुक कराई और मुंबई (Mumbai) के कालाचौकी पुलिस थाने की हद में सन्नाटा वाली जगह देखकर टैक्सी रोकी। इसके बाद उसे किराया देने के बजाय ड्राइवर की पिटाई कर दी और जबरन उसके पास के कैश पैसे (Cash Money) तथा ओपो कंपनी लगभग 17 हजार रुपये का मोबाइल फोन (OPPO Mobile Phone) धारदार हथियार से धमकाते हुए, छिनकर भाग गए। साथ ही बदमाशों ने गाड़ी की कांच भी तोड़ डाली।
कालाचौकी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 32 वर्षीय सिद्धी सोसायटी का रहने वाला ओला टैक्सी ड्राइवर की शिकायत पर गु.र.क्र. 24/22 में भा.द.स. की धारा 392, 506, 426 और 34 के तहत मामला दर्ज कर कालाचौकी पुलिस ने जांच शुरु कर दी। जांच में पुलिस को बदमाशों की शिनाख़्त करने में परेशानी हो रही थी, कारण बदमाशों ने चतुराई के साथ वारदात में किसी भी तरह का सुराग नहीं छोड़ा था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए इस केस को मुंबई क्राईम ब्रांच के हवाले किया गया! केस के सिलसिले में मुंबई क्राईम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे, क्राईम के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एस. विरेश प्रभू, पुलिस उपायुक्त (प्रकटीकरण-1) निशानदार, सहायक पुलिस आयुक्त (डी-मध्य) नामदेव शिंदे के मार्गदर्शन में अंटॉपहील युनिट 4 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक इंद्रजित मोरे को केस सौंपा गया।
कैसे पता चला पुणे का रास्ता?
मुंबई क्राईम ब्रांच युनिट 4 ने सर्वलाईन्स की मदद से पाया कि वारदात स्थल के आसपास कुछ ऐसे लोग पाए गए हैं जो इस वक्त पुणे शहर में दर्शा रहे हैं। घटना और पुणे शहर की कड़ी मिलती हुई देख प्रभारी पुलिस निरीक्षक इंद्रजित मोरे ने 24 फरवरी को युनिट के सहायक पुलिस निरीक्षक अजय बिराजदार, पुलिस हवलदार सावंत, पुलिस ना.मिंडे, पुलिस सिपाही जगताप और पुलिस सिपाही घेरडे को पुणे शहर के लिए रवाना कर दिया।
मुंबई से पहुंची पुलिस की टीम ने पुणे शहर के शिवाजी नगर, कसबापेठ, मंगळवार पेठ, संगमवाडी, इंदिरानगर, पुणे रेलवे स्टेशन का इलाका और बिबवेवाडी के इलाकों में तलाशी शुरु कर दी लेकिन आरोपियों का यहां भी कुछ पता नहीं चल पा रहा था। आखिरकार 26 फरवरी के सुबह लगभग 7 बजे पुणे के मंगळवार पेठ और बिबवेवाडी से दो लोगों को हिरासत में लिया गया। इनसे हुई पूछताछ में दोनों ही आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए वारदात की हकिकत वयान कर दी। मुंबई क्राईम ब्रांच की टीम ने पुणे शहर के सरकारी अस्पताल में इनका मैडिकल जांच कराया और मुंबई लाकर मामले की और अधिक तहकीकात के लिए कालाचौकी के हवाले कर दिया। मामले की जांच अब कालाचौकी पुलिस कर रही है।
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