Mumbai: मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद शिवसेना के इस नेता के यहां पड़ा छापा

Mumbai, Maharashtra शिवसेना के प्रभावशाली नगर सेवक यशवंत जाधव (Yashwant Jadhav) बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) की स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं। इनके खिलाफ भाजपा नेता किरीट सोमैया ने पिछले दिनों कोविड को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। फिलहाल इसी कड़ी में इस छापेमारी को देखा जा रहा है।

नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई-
महाराष्ट्र में केंद्रीय एजेंसियों का एक्शन लगातार जारी है, शुक्रवार को भी मुंबई के शिवसेना नगर सेवक के जगहों पर छापामारी जारी रहा। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक (nawab malik ) की प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तारी के बाद अब शिवसेना के नगर सेवक यशवंत जाधव (Shiv sena Corporator Yashwant Jadhav) के ठिकानों पर छापा पड़ा है। यशवंत जाधव बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) की स्थायी समिति अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी यामिनी जाधव साउथ मुंबई से शिवसेना की तरफ से विधायिका हैं।

इनकम टैक्स के अधिकारी शुक्रवार सुबह शिवसेना नेता यशवंत जाधव के मझगांव स्थित घर पहुंचे। उनके साथ सीआरपीएफ (CRPF) के जवान भी थे। खबरों के मुताबिक, जाधव से पूछताछ चल रही है। अधिकारी उनके घर पर दस्तावेजों को खंगाल रहे हैं। हालांकि खबर अब तक कार्रवाई के कारणों का किसी को कुछ पता नहीं है। बता दें कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) में सभी बड़े वित्तीय प्रस्तावों पर मुहर लगाने का अधिकार इसी स्थायी समिति के पास है, जिसके अध्यक्ष यशवंत जाधव हैं। आप को यह भी बता दें, कि पिछले करीब दो दशक से बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) पर शिवसेना का राज है। इसी को लेकर अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं।

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भाजपा नेता किरीट सोमैया ने पिछले दिनों यशवंत जाधव पर आरोप लगाया था, कि कोविड महामारी के दौरान उन्होंने अपने और अपने रिश्तेदारों के खातों में 15 करोड़ रुपये डायवर्ट किए थे। माना जा रहा है, कि इसी सिलसिले में आयकर विभाग की ये कार्रवाई हुई है। किरीट सोमैया ने यशवंत जाधव पर पिछले साल 100 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप भी लगाया था। उन्होंने आयकर विभाग और ईडी से शिकायत करते हुए दावा किया था कि यशवंत जाधव, यामिनी जाधव और उनके दो बेटे यतिन और निखिल ने कई फर्जी कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद करने के लिए वित्तीय लेन-देन किया है। इसके अलावा पिछले साल शिवसेना विधायिका यामिनी जाधव के 2019 के चुनावी हलफनामे को लेकर आयकर विभाग ने जांच की थी और इसमें उन्हें गड़बड़ियां गिनाई थीं।


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