इस्माइल शेख
मुंबई- इस बार मुंबईकरों को पानी के संकट (water cute) से गुज़रना पड़ सकता है। क्यों कि इस बार भले ही मानसून (Monsoon) समय से पहले आ गया हो लेकिन अभी तक मुंबई की अपेक्षा से कम ही बारिश हुई है।
आप को बता दें, कि मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई के लिए पानी की आपूर्ति (water supply) करने वाले 7 जलाशयों (water dam) में केवल 18 प्रतिशत ही पानी बचा हुआ है! बारिश कम होने के कारण पिछले 2-3 दिनों से प्रशासन द्वारा पानी की आपूर्ति (water supply) में कमी की जा रही है। अपर वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भातसा, विहार और तुळशी इन सातों जलाशयों से MMR यानी मुंबई महानगर क्षेत्र में प्रति दिन 38 करोड़ लीटर पानी आपूर्ति की जाती है।
बुधवार 7 जुलाई तक इन सातों जलाशयों में कुल मिलाकर 2 लाख 66 हजार 848 करोड़ लीटर पानी ही बचा था। जो इन सभी जलाशयों की भंडारण क्षमता का केवल 18.44 प्रतिशत ही पाया गया है। यहां जून महिने में बरसात की शुरुआत हो गई थी, इसी के साथ ही शहर में पानी की आपूर्ति भी बढ़ रही थी। लेकिन जून के अंत तक कम वर्षा और मिट्टी के माध्यम से जलाशयों में पानी के रिसने से झीलों में पानी के स्तर में कमी आने लिगी है।
प्रशासन द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले दो दिनों से पानी की आपूर्ति में कमी की जा रही है। अंदेशा जताया जा रहा है कि इस साल लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। इसी बीच अगले हफ्ते तक पानी की उपलब्धता पर समीक्षा किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। यानी प्रशासन उपलब्ध पानी को ध्यान में रखते हुए पानी आपूर्ति को कटौतियों में बांट सकती है।
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