विशेष संवाददाता
नई दिल्ली- ऑनेलाइन फूुड आर्डर होने के बाद उस आर्डर के कैंसल कर देने से खाने की बर्बादी होती है। इसे रोकने के लिए ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ने एक नए पहल की शुरुआत की है। जिसे “फूड रस्क्यू मिशन” का नाम दिया गया है। जोमैटो के फूड रेस्क्यू पहल के तहत जैसे ही कोई यूजर ऑनलाइन फूड आर्डर करने के बाद उस आर्डर को रद्द कर देता है तो पॉपअप मैसेज के जरिए कैंसल आर्डर को बेहद आकर्षक कीमत पर नजदीक के कस्टमर्स को ऑफर किया जाएगा और पैकेजिंग में बिना किसी छेड़छाड़ किए कुछ ही मिनयों में उन्हें फूड डिलिवर कर दिया जाएगा।
Zomato (Zomato’s unique initiative to prevent food wastage)
आर्डर कैसिलेशन की चुनौती
जोमैटो के को-फाउडर दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए कहा, कि जोमैटो में हम आर्डर कैसिलेशन को कतई बढ़ावा नहीं देता है। क्योंकि इससे खाने की बर्बादी होती है। उन्होंने कहा, सख्त पॉलिसी और ऑर्डर के रद्द होने पर नो-रिफंड पॉंलिसी होने के बावजूद 4 लाख आर्डर अलग-अलग कारणों के चलते कस्टमर्स की ओर से रद्द कर दिया जाता हैं । ये हमारे लिए, रेस्टोरेंट इंडस्ट्री और जो कस्टमर्स आर्डर रद्द कर देते हैं। उनके लिए भी चिंता का कारण है जो किसी भी तरह खाने को बर्बाद होने से रोकना चाहते हैं। ऐसे में आज “फूड रेस्क्यू पहल” को हम लॉन्च कर रहे हैं। (Zomato’s unique initiative to prevent food wastage)
4 लाख आर्डर होते हैं कैसल।
हर महीने करीब 4 लाख आर्डर जब कस्टमर्स को डिलिवर करने के लिए रास्ते में होता है उसे कैसल कर दिया जाता है ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी के मुताबिक ये एक गंभीर चुनौती है और कंपनी ऐसे में होने वाले खाने की बर्बादी को रोकने के लिए सभी प्रकार के समाधान पर काम कर रही है। और इसे ही देखने हुए जोमैटो ने फूड रेस्क्यू पहल की शुरुआत की है। अब जानिए कैसे काम करेगा जोमैटो का फूड रेख्क्यू अभियान! (Zomato’s unique initiative to prevent food wastage)
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