नितिन तोरस्कर (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। साल के आखिर में होने वाले चुनाव से पहले ही सत्ता पक्ष की महायुती सरकार में खटपट की आहट सुनाई दे रही है। वोट जिहाद के बयान पर महायुती में आपसी मतभेद की लकीरें खिंचती दिख रही हैं। देवेंद्र फडणवीस के वोट जिहाद वाले बयान से सियासी पारा ऐसा चढ़ा कि विरोधी तो हमला कर ही रहे हैं। अब अपने भी पवार बंधू तेवर दिखा रहे हैं। महायुती में जहां भाजपा वोट जिहाद की बात कर रही है, वहीं अजित पवार वाली राष्ट्रपति कांग्रेस पार्टी (NCP) मुस्लिमों को टिकट देने की बात कह रही है। इसे लेकर अब महायुती पर विरोधी भी हमलावर हो रहे हैं। महायुति में भाजपा, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी शामिल है।
वोट जिहाद का बवाल…
महाराष्ट्र में वोट जिहाद का विवाद कहां से उत्पन्न हुआ? वोट जिहाद वाले बयान से ही महायुती में विवाद की खबरों को बल मिल रहा है। भाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणसीव ने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए वोट जिहाद को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 14 सीटों पर ‘वोट जिहाद’ देखा गया।’ कोल्हापुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि एक विशेष समुदाय के लोगों ने हिंदुत्व उम्मीदवारों को हराने के लिए सामूहिक रूप से मतदान किया। 14 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट जिहाद का पैटर्न देखा गया। हालांकि, उन्होंने किसी शख्स या समुदाय का नाम नहीं लिया। लेकिन इस बयान के बाद से महाराष्ट्र के राजनीतिक गरमा गई है।
अजित पवार की राजनीति
देवेंद्र फडणवीस के इसी बयान पर महाराष्ट्र की सियासत में बवाल मचा है। वोट जिहाद वाले बयान के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने एक ऐसा ऐलान किया, जिसके बाद से महायुती में खटपट की खबरों को बल मिल रहा है। बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस के वोट जिहाद वाले बयान के बाद उनकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजीत पवार ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में अपने खाते की सीटों में से 10 प्रतिशत सीटें मुस्लिम उम्मीदवारों को देगी। अजित पवार ने कहा, कि ‘हमें नया समाज बनाना है। आने वाले विधानसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की तरफ से माइनॉरिटी को 10 फीसदी सीट देंगे।’ ऐसा उन्होंने ऐलान किया।
विपक्ष को मिला मौका
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बयान को अब मतभेद के रूप में देखा जा रहा है। विपक्षी पार्टियों ने इसे सियासी कैच के तौर पर लपक लिया है और अब महायुति में महासंग्राम का दावा कर रहे हैं। उद्धव गुट के शिवसेना नेता आनंद दुबे ने कहा, कि ‘इस समय महयुती में नूरा कुश्ती चल रही है। देवेंद्र फडणवीस जैसे बड़े नेता बोलते हैं कि वोट जिहाद हुआ है। मुसलमानों पर टिप्पणी करते हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके साथी अजीत पवार बोलते हैं कि वो चुनाव में मुस्लिमों को 10 प्रतिशत टिकट देंगे। ये लोग देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं। लोगों को बाट रहे हैं। इनको पता चल गया है कि इनकी सरकार जा रही है। इसलिए यह सब बयानबाजी हो रही है। यह सब प्लानिंग कर रहे हैं। लेकिन विधान सभा चुनाव में इनकी प्लानिंग कुछ काम नहीं आने वाली है।
गुजरातियों का वोट जिहाद ..
उद्धव ठाकरे गुट शिवसेना के नेता संजय राउत ने भी देवेंद्र फडणवीस के बयान को लेकर हमला बोला है। उन्होंने पूछा है, कि ‘क्या होता है वोट जिहाद? हिंदू, मुस्लिम, जैन, पारसी सभी इस देश के नागरिक हैं। अगर आपको वोट करता है तो चलता है। अगर वो जिहाद है तो आप लोग मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक कानून क्यों लाए? आपको और बाकी समाज के लोग वोट देते हैं, तो उन्हें क्या कहेंगे, महाराष्ट्र में गुजरात के लोग बीजेपी को वोट देते हैं तो क्या उसे गुजरातियों का वोट जिहाद कहेंगे? भाजपा के लोग इस देश को फिर एक बार तोड़ना चाहते है, लेकिन ये गांधी का देश है।’
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