इस्माइल शेख
मुंबई – मुंबई क्राईम ब्रांच यूनिट 11 की टिम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है, जो पूरे भारत मे घूम-घूमकर कॉर्पोरेट सेक्टर के बड़ी-बड़ी कंपनीयों को करोड़ों का कर्ज दिलाने के नाम पर चूना लगाने का काम किया करते थे!
मालाड़ से पकड़े गए 5 आरोपीयों के पास से बनावटी पैनकार्ड, आधारकार्ड, मतदान पहचान पत्र, फायनान्स कंपनीयों के बनावटी पहचान पत्र मिले, साथ ही एक ब्रिफकेस मिला जिसके अंदर अलग-अलग सरकारी कार्यालयों, बैंकों, आईटी कार्यालय मे इस्तेमाल करने वाले सरकारी राजमुद्रा की हुबहु बनावटी रबर स्टाम्प मिला है! साथ ही अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग कॉर्पोरेट कंपनीयों के नाम पर बनावटी डिमांड ड्राफ, चेक, डिस्बर्सल ऑर्डर की कॉपी बनावटी मॉर्गेज करारनामा मिले है, जिसमें सिक्का लगाकर स्टाम्प ड्यूटी करते हुए फ्रेंकींग किए जाने की जानकारी मिली है!
यह गिरोह शिकार का चयन करने के लिए वेबसाइट, वर्तमान पत्र, शोसल मीडिया के जरिए भारी मात्रा में सरकारी बैंकों से बिजनेस के लिए आसान कर्ज उपलब्ध कराने का विज्ञापन दिया करते थे! विज्ञापन में दिए नंबरों पर गिरोह के लोग अलग-अलग जगह जरूरतमंद कंपनीयों के सदस्यों से मिला करते थे! मीटिंग के दौरान कर्ज उपलब्ध कराने की शर्तें निश्चित करते हुए, कंपनी के पास से मोर्गेज के लिए आवश्यक कागजातों की झेरॉक्स कापी ले ली जाती थी, उसके आधार पर डिड तयार करते हुए, शिकार कंपनी की मंजूरी भी ले ली जाती थी! इसके बाद इन कागजातों को बनाने तथा रजिस्टर्ड कराने के नाम पर कैश पैसों की उगाही की जाती थी, इसी बीच गिरोह का दुसरा सदस्य नकली बैंक मैनेजर व बैंक अधिकारीयों से मीटिंग करवाता था! मीटिंग के दौरान लोन का सेंशन लेटर, बैंक का चेक, डिडि सब कुछ रेडी बताते हुए शिकार कंपनी के मालिक को स्टाम्प ड्यूटी रजिस्ट्रेशन के लिए कैश पैसों के साथ रजिस्ट्रेशन ऑफिस बुलाते थे, कैश पैसे लेकर ऑफिस में जाने के बाद गिरोह का सदस्य कंपनी के मालिक से कैश पैसे अपने पास लेकर पूरा गिरोह नौ-दो ग्यारह हो जाया करता था!
मुंबई क्राईम ब्रांच को लगातार मिल रही शिकायत पर एसीपी संतोष रस्तोगी, डिसीपी अकबर पठान, डी-उत्तर के एसीपी संगीता पाटील के मार्गदर्शन मे प्रभारी पुलिस निरीक्षक चिमाजी आढाव, पुलिस निरीक्षक रईस शेख, सहायक पुलिस निरीक्षक शरद झिने, नितीन उतेकर, विशाल पाटील आदी पुलिस कर्मियों की टीम बनाकर मुखबिरों के सहारे जानकारी इकट्ठा की गई, जिसमें पता लगाया गया कि गिरोह का सदस्य मालाड़ के लैंडमार्क हॉटेल पर आने वाला है जहां शुक्रवार की शाम पुलिस का जाल बिछाकर कुल 5 आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया!
पकड़े गए 46 वर्षिय आरोपी शोहेब कासम चांदिवाला मालाड़ मालवनी का रहने वाला है, 58 वर्षिय रविंद्र बाबूराव कामत भी मालवनी म्हाड़ा का रहने वाला है, 40 वर्षिय शफीक बाबूमियां शेख उर्फ (मामू) बोरिवली पूर्व दत्तपाड़ा का रहने वाला है, 36 वर्षिय विजय विरेंद्र ग्रोवर मिरारोड़ का रहने वाला है तो वहीं 38 वर्षिय हिरेन किशोर भोगायत भी हटकेश जीसीसी क्लब के पीछे मिरारोड़ का रहने वाला है!
मुंबई क्राईम ब्रांच ने मालाड़ पुलिस थाने में गु. र. क्र. 505/2019 के तहत मामला दर्ज कर वरिष्ठ अधिकारियों से इजाज़त लेकर डी.सी.बी.सी.आय.डी. गु.र.क्र. 206/2019 भादवी की धारा 419,420,406,465,467,468,472,120(ब) के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है! मामले मे कुल 4 लाख रुपए कैश हस्तगत किए गए है!
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