दूरस्थ से आवागमन पर बसो की नि:शुल्क सेवा का आश्वासन- प्रवीण परदेशी

म्यूनिसिपल मजदूर यूनियन ने की मनपा आयुक्त से महत्वपूर्ण मांग!

संवाददाता- (अशफाक खान)
मुंबई
– महानगर मुंबई में पालघर, कर्जत एवं
कसारा इत्यादि दूरस्थ क्षेत्रों से आकर गरीब कामगार व मजदूर लोगों की सेवा करते हैं! ट्रेनों ईत्यादी को बंद किए जाने से उन्हें एसटी. व अन्य बसों की सेवायें देने का आदेश मनपा आयुक्त प्रवीण परदेशी ने दिया था, परंतु उनसे बसों में भाड़ा वसूले जाने का विरोध किया जा रहा है! मजदूरों की समस्या पर “म्युनिसिपल मजदूर यूनियन मुंबई” के कार्याध्यक्ष 23/03/2020 की सुबह मनपा आयुक्त प्रवीण परदेशी से फोन पर इसकी चर्चा की गई है! जिसपर आयुक्त ने मजदूरों से टिकाट व भाडे के एक भी पैसे को न वसुलने का आश्वासन दिया है! साथ ही मनापा आयुक्त से मजदूरों के कार्याध्यक्ष ने कुछ महत्व पूर्ण मांग भी की है!

Advertisements

उक्त मांगों के मुताबिक, महापालिका कामगार,कर्मचारी, आधिकारी, अभियंता, डॉकटर्स, परिचारिका, तकनीशियन्स को उत्तम किस्म का मास्क एवं हेंड ग्लोज उपलब्ध कराया जाय! सभी हाज़री केबीन्स को सेनिटाईज़ कराया जाय ताकि घातक जीवाणु का संक्रमण न हो! कामगारों व कर्मचारियों को व्यक्तिगत रूप से सेनिटाईजर दिये जाय! हाज़री स्थलों पर लगाई गई पानी की टेकियों की सफाई करायी जाय! ऐसे अस्पतालों में जहां पर लेबोरेट्रीज’ खोली गई है, वहां काम करने वाले डाक्टरों, तकनीशियनों, नर्सों इत्यादि को कारोना से बचाव के लिए चाइना जैसा आधुनिक वस्त्र, एक माह का अतिरिक्त वेतन, ज्यादा समय रोका न जाय, हर कार्य स्थल तक बस की व्यवस्था की जाय! इन मांगो को फोन पर किए जाने पर लिखित रुप में प्रस्तुत करने की मांग आयुक्त- परदेशी ने की है! उन्हे उक्त सभी मांगों को पूर्ण किये जाने का आश्वासन भी प्रवीण परदेशी ने ‘म्यूनिसिपल मजदूर यूनियन’ के कार्याध्यक्ष अशोक जाधव को दिया है! शाम ढ़लते-ढ़लते मजदूरों की मांगों को पूरा किए जानेपर कार्याध्यक्ष अशोक जाधव ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका के आयुक्त प्रवीण परदेशी का शुक्रअदा किया!


Discover more from  

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisements
Scroll to Top

Discover more from  

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading