लाईव प्रसारण के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री हुए जनता से रुबरु
पिछले छ: हफ्तों से लड़ रहा है महाराष्ट्र..
विशेष संवाददाता- (नितिन तोरस्कर)
मुंबई- राज्य में ‘लॉकडाउन’ के बीच 20 अप्रैल के बाद कुछ अनुपात में ढिलाई लाई जाएगी लेकिन जिलों की सीमाओं को अब भी खोला नही गया है! जिले को पार करने की अनुमति नही दी गई है! कम से कम 3 मई तक यह जारी रहेगा! ऐसी जानकारी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया, कि ‘मुझे जरुरी और जीवनावश्यक चीजों अथवा माल सप्लाई पर परिवहन कराना है, वायरस सप्लाई की जरुरत नहीं! 20 अप्रैल से आपको इस ढीली अर्थव्यवस्था के इर्द-गिर्द घूमना होगा! इसके कारण, कुछ स्थानों पर उद्योगों की अनुमति दी जा रही है!
रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लाईव प्रसारण के जरिए राज्य की जनता को संबोधित किया! इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलासा करते हुए बताया, कि “कोरोना’ वायरस के संबंध में राज्य के सभी जिलों को स्वास्थ्य के आधार पर बांट दिया गया है! इसके तहत कई जिलों में मरिज़ों की संख्या शुन्य रही है, कुछ जगहों पर मरिज़ों की संख्या घटी है! ऐसे में प्रशासन द्वारा रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन बनाकर राज्य के जिलों को तीन तबकों में बांटा गया है! कुछ चुनिंदा जगहों पर हम मध्यम रूप से उद्योग को अनुमति दे रहे हैं! अगर आप अपने मजदूरों की जिम्मेदारी ले रहे हैं, उनके रहने और भोजन की व्यवस्था करने वाले हैं तो मान्यता दी जाएगी! साथ ही स्पष्ट करते हुए कहा, कि ‘खेती, कृषि तथा जीवनावश्यक चीजों की सेवा के कामों पर कोई अड़चन नहीं होगी!’
पिछले छ: हफ्तों से लड़ रहा है महाराष्ट्र..
लाईव प्रसारण के जरिए उद्धव ठाकरे ने बताया, कि ‘कल, महाराष्ट्र में ‘कोरोना’ के खिलाफ युद्ध में छठा सप्ताह शुरू होगा! अगर दुश्मन को देखा गया होता, तो हमारे हिंदुस्तानी एक घाव को दो टुकड़ों में काट दिए होते! लेकिन यह एक अदृश्य दुश्मन है! अपने ही आदमी के माध्यम से यह हम पर हमले कर रहा है! हम डटकर इसका मुकाबला कर रहे हैं!’
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वायरस के मरिज़ो पर जानकारी देते हुए बताया, कि ‘कल शाम के आंकड़ों के अनुसार, अब तक हमने जो 66 हजार 800 टेस्ट किए हैं, उनमें कम से कम 95 प्रतिशत नकारात्मक, 3600 सकारात्मक मिले हैं! समाधान यह है कि 75 प्रतिशत बहुत हल्के लक्षण हैं, लेकिन 52 मरिज़ गंभीर हैं और गंभीर मरीजों को बचाने पर सरकार ध्यान दे रही है!’ उन्होंने राज्य की जनता को यह भी अपील करते हुए कहा, कि ‘इस ‘लॉकडाउन’ के बीच घरों पर होने वाले महिलाओं पर अत्याचार के मामले नही होने चाहिए!’ साथ ही महिलाओं को ऐसी स्थिति में 100 नंबर पर कॉल करने को कहा है!
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