सलीम खतीब
मुंबई– कोई भी वार्ड हो या वार्ड ऑफिसर हो लाखों रुपए सैलेरी लेने वाले अभियंता हो, कोई फर्क नहीं पड़ता ! हर वार्ड एक दूसरे से भ्रष्टाचार में प्रतिस्पर्धा करते हुए रहते हैं ! यानी तुमसे मैं कम नहीं!
पिछली खबर मनपा के एम/पूर्व वार्ड में गैरकानूनी ढंग से बांधकाम मानखुर्द के ट्रांबे चिताकैंप मेन रोड़ पर स्वास्तिक इलेक्ट्रॉनिक एंड हार्डवेयर स्टोर के बगल में वार्ड क्रमांक 143, F सैक्टर शॉप क्रमांक 19 व्यवसायिक गाला बन रहा है! शायद कांन्ट्रैक्टर को किसी बड़े स्थानीय नेता का सपोर्ट मिलता हो! जिससे कांट्रैक्टर बेलगाम हो गया हो, जो चैलेंज करता है, कि जाओ जहां भी जिस से भी मेरी शिकायत करो मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा! एम पूर्व वार्ड में तमाम लिखित शिकायतें की गई मगर परिणाम शून्य रहा! तोड़क कार्रवाई तो दूर नोटिस देने की भी जहमत बृहन्मुंबई महानगर पालिका अधिकारियों ने नहीं उठाई!
इस खबर से संबंधित इसे भी पढ़े :- लॉकडाउन में अवैध निर्माण का धंधा फल-फूल रहा मनपा, मुंबई कानून का हो रहा चीरहरण कौन लगाए लगाम?
हम जानना चाहते हैं कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका का हंटर आम मुंबईकरो पर ही क्यों चलता है, जो अपने टूटे झोपड़े की मरम्मत करते हैं ताकि गर्मी वर्षा में सुकून से रह सकें! जैसे ही झोपड़ी मालिक ईंट और रेती गिराता है, मनपा अधिकारी दौड़े आते हैं और शुरू होता है धमकियों का सिलसिला मगर वही अधिकारी किसी दबंग कांट्रैक्टर के अवैध बांधकाम की और देखते भी नहीं, कार्रवाई की बात कौन करें! ऐसे अवैध बांधकाम करने वाले अधिकारी के चहेते होते हैं! जो बांध काम के हिसाब से पहले ही पैसे दे देते हैं!
बजाज फाइनैंस के कार्यालय में महिलाओं की हंगामा, अधिकारियों समेत कर्मचारियों का हुआ मुंह काला
पिछली खबर प्रकाशन में मनपा आयुक्त से मांग की गई थी, कि निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें! मगर हुआ कुछ भी नहीं!
अगर मनपा कानून की धज्जियां उड़ाई जाती रही तो एक दिन पूरे मुंबई में नए-नए स्लम उग आएंगे तब सभी मालिकों को पक्का मकान देने की योजना खटाई में पड़ जाएगी! खबर प्रकाशन के बावजूद कोई कार्रवाई न करने का अर्थ कहा ऐ जा रहा है, समूची मनपा का भ्रष्ट होना तो नहीं है! क्या मनपा के नए आयुक्त मनपा कानूनों की हिफाजत करेंगे ?
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.