नितिन तोरस्कर
मुंबई- महाराष्ट्र और महाराष्ट्र के बाहर फंसे हुए मजदूरों को उनके घरों तक वापस आने और जाने के लिए मुख्यमंत्री सहायता नीधी से 54 करोड़ रुपयों का किया दान! सभी जिलाधिकारी इन पैसों का इस्तेमाल कर लोगों का ट्रेन का किराया भुगतान करेंगे! राज्य सचिव अजोय मेहता ने इसकी जानकारी देते हुए एक अध्यादेश जारी किया है!
कांग्रेस के समर्थन से उद्धव ठाकरे निर्विरोध, विधान परिषद की राह हुई आसान
गांव जाने के लिए सोमवार से एसटी बस की सेवा मुफ्त, आवेदन के लिए यहां क्लीक करें..
आप को बता दें, कि कोरोना के संकट को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने ‘लॉकडाउन’ की घोषणा की हुई है! इसके कारण देशभर में कामकाज बिलकुल भी बंद कर दिया गया है! महाराष्ट्र और मुंबई आर्थिक राजधानी होने के कारण यहां लाखों की तादाद में दूसरे राज्य के प्रवासी मजदूर, पर्यटक, श्रद्धालु और विद्यार्थी फंस के रह गए हैं! केंद्र सरकार ने इनका खयाल करते हुए ‘लॉकडाउन’ के तीसरे चरण की शुरुआत से ही उन्हें अपने घरों तक जाने की मंजूरी दे दी है! पर इनके पास पर्याप्त पैसे नही होने के कारण ये किराया भी अदा करने में असमर्थ हैं! कांग्रेस की पहल के बाद केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से मिलकर रेल किराया वहन करने का फैसला किया है! लेकिन महाराष्ट्र सरकार एसटी बसों की सेवा भी मुफ्त में शुरु करते हुए मानवता का परिचय दिया है! और तो और जो महाराष्ट्र के मजदूर और राज्यों में फंसे हैं उनका भी किराया महाराष्ट्र सरकार वहन करने के फैसले ने दुसरे राज्यों की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं!
एसटी बस से तमिलनाडु के लिए 480 प्रवासी मजदूर हुए रवाना, लगे ‘महाराष्ट्र जिंदाबाद’ के नारे
महाराष्ट्र के मुख्य सचिव ने अपने आदेश में कहा कि मजदूर वर्ग को आपने राज्य व गांव जाने वालो का नियोजन किया जा रहा है उनका किराया जिलाधिकारी अदा करेंगे! इसी तरह के महारष्ट्र के मजदूर जो अन्य राज्यों में फंसे है उन्हें भी वापस लाने के लिए राज्य सरकार किराए के पैसे वहन करेगी! जिलाधिकारियों इसपर दिशा-निर्देश दिए गए है! कोरोना संकट पर महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार जिस तरह से लढ़ रही है वह काबिले तारीफ है मजदूरो के लिए विशेष बस तथा राज्य परिवहन मंडल की बसे भी छोडी जा रही है!
कई राज्य मजदूरों को वापस बुलाने को तैयार नहीं- राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट
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