इस्माइल शेख
मुंबई- कांदिवली, सूत्र बताते हैं, कि मनपा अधिकारी कभी ईमानदार होना ही नहीं चाहते! ज्यादा से ज्यादा दौलत कमाना, भले मुंबईकरो के लिए मुसीबत का सबब क्यों न बनना पड़े, मनपा अधिकारियों की फितरत ही यही है! क्योंकि मनपा का कोई बड़ा अधिकारी शायद ईमानदार नहीं है या कुछ करने की स्थिति में नहीं है!
मामला कांदिवली पश्चिम, आर/दक्षिण वार्ड के अंतर्गत आने वाले “लुक आउट शॉप” एवं आस-पास के कुल 4 गाले और 2 रुमों का है! जो राज गार्डन के पास महावीर नगर बस स्टॉप के ठीक पीछे कांट्रेक्टर महेश म्हात्रे द्वारा अवैध बांधकाम किया जा रहा है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है!
अवैध निर्माण करने को प्रोत्साहित
राज्य सरकार द्वारा 2022 तक, बने झोपड़ों को पक्के रूम देने की घोषणा से अवैध बांधकाम करने वाले कांट्रैक्टरों का दिमाग सातवें आसमान पर है! जिन्हें मनपा आर/दक्षिण विभाग के पदनिर्देशित अधिकारी और अभियंता ऑफिस में बैठकर अवैध निर्माण का खाका तैयार करते हैं! अवैध निर्माण हेतु खुद डी. ओ. और इंजीनियर्स सरकार की खाली जमीन का सर्वे नंबर बता कर अवैध निर्माण करने को प्रोत्साहित करते हैं और अवैध निर्माण के बदले में लाखों का सौदा करते हैं!
महावीर नगर के बिल्कुल पीछे चार गालों और उसके पीछे दो रुम बनवा कर लाखों रुपए लेकर संरक्षण देने वाले डी.ओ. रोहित त्रिवेदी और सहायक अभियंता मनोज कराटे हैं, जिन्होंने कांट्रैक्टर महेश म्हात्रे और अपने चहेते भू-माफिया के साथ सांठगांठ करके लाखों रुपए काला धन लेकर सरकार को चूना लगा रहे, अन्यथा अवैध बांधकाम होता ही नहीं! क्योंकि गरीब आदमी अपने झोपड़े की मरम्मत के लिए रेती सीमेंट ज्यों ही गिराता है मनपा के अधिकारी तुरंत वहां पहुंच कर जेल भेजने की धमकी देकर हजारों रुपए ऐंठ लेते हैं! तो समझा जा सकता है कि इतने बड़े पैमाने पर गैरकानूनी निर्माण होना कैसे संभव है?
क्या मनपा में एक भी ईमानदार अधिकारी नहीं है जो भ्रष्ट मनपा अधिकारियों को पद का दुरुपयोग करने, काली कमाई करने वाले मनपा अधिकारियों को सजा दिला सकें?
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