नितिन तोरस्कर- (मंत्रालय प्रतिनिधि)
मुंबई- महाराष्ट्र के पुणे रेलवे स्टेशन के पास से 14 साल की एक लड़की का कथित रूप से अपहरण कर, शहर में कई स्थानों पर उसके साथ बलात्कार की घटना पूरे राज्य भर को शर्मसार करने वाली साबित हो रही है। पुलिस ने बताया कि इस वारदात के बाद 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने भी मामले को गिरफ्तार से लेने के पुलिस को निर्देश दिए हैं। इस अपराध में आरोपित शहर के छह ऑटो-रिक्शा ड्राइवर और दो रेलवे के कर्मचारी हैं। मामले में यह भी पता चला है कि, इससे पहले थाने में गुमशुदगी की एक रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, “गुमशुदगी के मामले में जांच के दौरान रविवार को हमें एक लड़की का पता चला। लड़की ने बताया कि उसका अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया गया है।” पीड़ित के बयान के मुताबिक, 31 अगस्त को अपना घर छोड़कर पुणे रेलवे स्टेशन पहुंची 14 वर्षीय लड़की को पुणे रेलवे स्टेशन से अपने दोस्त को मिलने के लिए ट्रेन में सवार होना था।
मदद करने के नाम पर अपहरण और बलात्कार
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, “गिरफ्तार आरोपित ऑटो-रिक्शा चालकों ने लड़की को देखा और वह समझ गए कि वह अकेली है। उन लोगों ने उससे कहा कि जिस ट्रेन को वह खोज रही है वह कल आएगी। उन लोगों ने उससे वादा किया कि वह उसका सहयोग करेंगे और रात में रहने की व्यवस्था भी करेंगे।” इसके बाद ऑटो-रिक्शा चालकों ने कई स्थानों पर ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर, गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है।
रेल कर्मचारियों की संलिप्तता
राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने मामले की गंभीरता पर जानकारी देते हुए कहा कि, “पुणे में नाबालिग लड़की से रेप की घटना शर्मनाक और निंदनीय है और ज्यादातर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई की जा रही है।”
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई पर अजित पवार ने कहा कि, “राज्य सरकार इस बात का पूरा ध्यान रखेगी कि सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। पुणे पुलिस ने अपराध को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि, “पुलिस को और अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मानवता के लिए शर्मसार करने वाली यह घटना दोबारा न हो।”
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि, “अपराध में रेल कर्मचारियों की संलिप्तता को देखते हुए रेल राज्य मंत्री से संपर्क किया जाएगा और इस तरह की प्रवृत्ति को रोकने के लिए सहयोग करने का अनुरोध किया जाएगा।”
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