पुजा खेड़कर केस में नया मोड़। परिवार के सभी सदस्य मोबाइल फोन बंद कर फरार हो गए हैं और तीन दिन से कोई ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी नहीं किया। नवी मुंबई और पुणे पुलिस ने परिवार को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। पुलिस का मानना है कि परिवार अग्रिम जमानत लेने तक छिपा रह सकता है।
डिजिटल डेस्क
मुंबई: महाराष्ट्र का सबसे बड़ा मुंबई और पुणे में इस समय बर्खास्त IAS अफसर पुजा खेड़कर का केस सुर्खियों में है।
जहां एक तरफ पुणे पुलिस ने हाल ही में खेड़कर परिवार के घर से एक ट्रक क्लीनर को रेस्क्यू किया था, वहीं अब पुलिस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं क्योंकि परिवार अचानक फरार हो गया है।
पुलिस का कहना है कि परिवार ने अपने सभी मोबाइल फोन बंद कर दिए हैं और कोई ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी नहीं किया है। यानी वह पूरी तरह “ऑफ द ग्रिड” हो चुका है। ऐसे में पुलिस अब सीसीटीवी और टोल नाका फुटेज की मदद से परिवार की लोकेशन तलाशने में जुटी है।
⚠️ मामला क्या है?
- हाल ही में पुणे पुलिस ने पुजा खेड़कर के घर से एक ट्रक क्लीनर को छुड़ाया।
- इसके बाद से ही परिवार पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू हुई।
- लेकिन जांच से पहले ही परिवार अचानक गायब हो गया।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक:
“परिवार ने सभी डिवाइस बंद कर दिए हैं। हम अब CCTV और आसपास के इलाकों की जांच कर रहे हैं कि वे किस गाड़ी से फरार हुए।”
🚨 पुलिस का सर्च ऑपरेशन
नवी मुंबई और पुणे पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
- दोनों पुलिस टीमें मिलकर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
- CCTV फुटेज, टोल नाका रिकॉर्ड, होटल और लॉज डेटा खंगाला जा रहा है।
- पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही परिवार तक पहुंच जाएगी।
पुलिस की चुनौतियां
- मोबाइल बंद – डिजिटल ट्रैकिंग असफल।
- UPI/ऑनलाइन ट्रांजैक्शन बंद – बैंकिंग से कोई सुराग नहीं।
- बड़ा इलाका – संभावना है कि परिवार महाराष्ट्र से बाहर भी गया हो।
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⚖️ कानूनी चाल – अग्रिम जमानत की तैयारी
पुलिस सूत्रों का मानना है कि परिवार का मकसद अभी छिपकर रहना है ताकि वकीलों के जरिए अग्रिम जमानत (Anticipatory Bail) हासिल की जा सके।
कानून जानने वाले एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इस तरह की रणनीति अक्सर बड़े केसों में अपनाई जाती है।
🕵️♂️ जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं:
- “क्या आम आदमी के केस में भी इतनी देरी होती?”
- “बड़े अफसर का परिवार होने के कारण पुलिस का रवैया नरम क्यों है?”
कई यूज़र्स ने कहा कि अगर समय पर गिरफ्तारी नहीं हुई तो यह केस “कानूनी प्रक्रिया का मजाक” बन सकता है।
📋 मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक चर्चा
लोकल और नेशनल मीडिया दोनों जगह इस केस की लगातार कवरेज हो रही है।
- टीवी चैनलों पर डिबेट चल रही है कि पुलिस परिवार को पकड़ क्यों नहीं पा रही।
- विपक्षी पार्टियां सरकार पर आरोप लगा रही हैं कि “बड़े अफसरों को बचाने की कोशिश हो रही है।”
- जबकि पुलिस का दावा है कि “किसी को भी बचाने का सवाल ही नहीं, सिर्फ कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई हो रही है।”
📢 पुलिस का आधिकारिक बयान
पुलिस अधिकारियों का कहना है:
“हमारी टीमें लगातार काम कर रही हैं। CCTV, गुप्त सूचना और इंफॉर्मर नेटवर्क की मदद से जल्द ही परिवार तक पहुंचेंगे।”
📝 अब तक सामने आई अहम बातें
- परिवार फोन और इंटरनेट से पूरी तरह गायब।
- तीन दिन से कोई बैंकिंग या डिजिटल पेमेंट नहीं।
- पुलिस का शक कि परिवार बाहरी राज्यों में छिपा हो सकता है।
- कोर्ट में जमानत आवेदन की संभावना।
📌 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: पुजा खेड़कर केस में परिवार क्यों फरार हुआ?
👉 पुलिस का मानना है कि वे कोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने तक छिपे रहना चाहते हैं।
Q2: क्या पुलिस के पास कोई सुराग है?
👉 हां, पुलिस CCTV और टोल नाका रिकॉर्ड खंगाल रही है।
Q3: क्या परिवार महाराष्ट्र के बाहर भी गया हो सकता है?
👉 संभावना है, इसलिए पुलिस ने अन्य राज्यों को भी अलर्ट किया है।
Q4: जनता इस मामले को कैसे देख रही है?
👉 सोशल मीडिया पर लोग नाराज हैं और इसे “VIP ट्रीटमेंट” बता रहे हैं।
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